खेलों का बजट खिलाड़ियों के लिए नहीं, बल्कि पीडब्ल्यूडी का लगता है: अशोक चांदना

सरकार को ध्यान देने की जरूरत है

खेलों का बजट खिलाड़ियों के लिए नहीं, बल्कि पीडब्ल्यूडी का लगता है: अशोक चांदना

चांदना ने मेजर ध्यानचंद स्टेडियम विकसित करने की योजना को आगे बढ़ने का आग्रह भी किया।

जयपुर। विधानसभा में युवा मामले, खेल, महिला एवं बाल विकास और उद्योग विभाग की अनुदान मांगों पर बहस के दौरान कांग्रेस विधायक अशोक चांदना ने कहा कि आज के दौर में उद्योगों से निकलने वाला वेस्ट बहुत बड़ी समस्या बनता जा रहा है। इस पर सरकार को ध्यान देने की जरूरत है। जीएसटी लागू होने के बाद माइनिंग की बहुत बड़ी मैन्युफैक्चरिंग इंडस्ट्री गुजरात में शिफ्ट हो गई है, जबकि इसका राजस्व नुकसान राजस्थान को हो रहा है।

उन्होंने कहा कि राज्य में नेचुरल स्टोन पर 28% जीएसटी वसूला जा रहा है, जबकि गुजरात में 3% पर है। ऐसे में व्यापारी सारे वहां पर शिफ्ट हो रहे हैं। बजट में खेलों के लिए 900 करोड़ का प्रावधान तो किया गया है, लेकिन इसमें बहुत सी स्कीम ऐसी हैं जो दूसरे विभागों से जुड़ी हुई है, ऐसे में यह बजट खेलों की बजाय पीडब्ल्यूडी विभाग का लगता है। मैं भी इस विभाग का मंत्री रहा हूं, खेल विभाग के पास खुद की इंजीनियरिंग विंग नहीं होने के कारण भारी नुकसान होता हैं। हमेशा डेपुटेशन पर इंजीनियरिंग लिए जाते हैं, जिसका नुकसान होता है। चांदना ने मेजर ध्यानचंद स्टेडियम विकसित करने की योजना को आगे बढ़ने का आग्रह भी किया।

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