केंद्र सरकार का बड़ा निर्णय : अब सभी प्रकार का लाइमस्टोन घोषित हुए मेजर मिनरल, राजस्थान देश का सबसे ज्यादा भंडार
राजस्थान देश का चूना पत्थर सम्राट
अब सभी प्रकार का लाइमस्टोन घोषित हुए मेजर मिनरल। नया वर्गीकरण 10 अक्टूबर 2025 से लागू माना जाएगा। चूना पत्थर मेजर मिनरल माना जाता था। केंद्रीय खान मंत्रालय ने राज्यों को निर्देश जारी किए। देश में चूना पत्थर उत्पादन में राजस्थान का कोई मुकाबला नहीं। भारत के कुल प्रमाणित संसाधनों का लगभग 26 प्रतिशत हिस्सा।
जयपुर। केंद्र सरकार ने खनन क्षेत्र से जुड़ा बड़ा निर्णय लेते हुए लाइमस्टोन (चूना पत्थर) को अब मेजर मिनरल घोषित कर दिया है। केंद्रीय खान मंत्रालय द्वारा जारी आदेश के अनुसार, यह नया वर्गीकरण 10 अक्टूबर 2025 से लागू माना जाएगा। अब तक 1958 से बिल्डिंग मटेरियल के लिए लाइम बनाने में उपयोग होने वाला लाइमस्टोन माइनर मिनरल की श्रेणी में था, जबकि औद्योगिक उपयोग वाला चूना पत्थर मेजर मिनरल माना जाता था। केंद्र सरकार के नए आदेश के बाद अब सभी प्रकार के लाइमस्टोन खदानें खनिज (विनियमन एवं विकास) अधिनियम – MMDR Act की मेजर मिनरल श्रेणी में आ जाएंगी। केंद्रीय खान मंत्रालय ने राज्यों को निर्देश जारी किए हैं कि वे इस परिवर्तन के लिए ट्रांजिशन हेतु अंतरिम व्यवस्था सुनिश्चित करें, ताकि लाइसेंस, लीज और नीलामी प्रक्रियाओं में किसी प्रकार की बाधा न आए।
राजस्थान देश का चूना पत्थर सम्राट:
देश में चूना पत्थर उत्पादन में राजस्थान का कोई मुकाबला नहीं। राज्य में करीब 2.5 अरब टन से अधिक का भंडार है, जो भारत के कुल प्रमाणित संसाधनों का लगभग 26 प्रतिशत हिस्सा है। जैसलमेर जिले में विशाल भंडार खोजे गए हैं, जबकि नागौर जिले के खिनवसर क्षेत्र में 163.77 मिलियन टन का नया भंडार मिला है।
राजस्थान स्टेट माइंस एंड मिनरल्स लिमिटेड (राजस्थान राज्य खनन एवं खनिज लिमिटेड यानी आर.एस.एम.एम.एल. राज्य की प्रमुख सरकारी कंपनी है जो जिप्सम, रॉक फॉस्फेट और चूना पत्थर सहित विभिन्न खनिजों का खनन और विपणन करती है।
उद्योग जगत की रीढ़ बना चूना पत्थर
राजस्थान का चूना पत्थर केवल खदानों तक सीमित नहीं है — यह अनेक उद्योगों की रीढ़ है।
• सीमेंट उद्योग इसका सबसे बड़ा उपभोक्ता है, जहां क्लिंकर निर्माण में चूना पत्थर मुख्य कच्चा माल है।
• इस्पात उद्योग में इस्पात श्रेणी का चूना पत्थर फ्लक्स के रूप में प्रयोग किया जाता है।
• रासायनिक, कृषि एवं चूना निर्माण उद्योगों में भी कैल्शियम कार्बोनेट आधारित उत्पादों के लिए इसकी अहम भूमिका है।

Comment List