जोजरी नदी का प्रदूषण बन चुका है बड़ी समस्या : फैक्ट्रियों द्वारा नदी में छोड़ा जा रहा अपशिष्ट जल, गहलोत ने कहा - 3 महीने से रुका है जीरो सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट का काम

फसलों को भारी नुकसान हो रहा 

जोजरी नदी का प्रदूषण बन चुका है बड़ी समस्या : फैक्ट्रियों द्वारा नदी में छोड़ा जा रहा अपशिष्ट जल, गहलोत ने कहा - 3 महीने से रुका है जीरो सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट का काम

अशोक गहलोत ने कहा कि जोधपुर में जोजरी नदी का प्रदूषण किसानों, जल जीवों एवं पर्यावरण के लिए एक बड़ी समस्या बन चुका है।

जयपुर। राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री एवं कांग्रेस के नेता अशोक गहलोत ने कहा कि जोधपुर में जोजरी नदी का प्रदूषण किसानों, जल जीवों एवं पर्यावरण के लिए एक बड़ी समस्या बन चुका है। गहलोत ने अपने बयान में यह बात कही। उन्होंने कहा कि क्षेत्र की फैक्ट्रियों एवं उद्योगों द्वारा बिना शुद्धिकरण के अपशिष्ट जल सीधे नदी में छोड़ा जा रहा है। यह भी जानकारी में आया है कि जोजरी नदी पर लगे जीरो सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट का काम भी तीन महीने से रुका हुआ है। 

इस प्रदूषित जल से जोधपुर, पाली एवं बालोतरा जिलों में फसलों को भारी नुकसान हो रहा है एवं मनुष्यों तथा पशुओं में भी रोग उत्पन्न हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि मैंने पत्र लिखकर मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा से आग्रह किया है कि इस समस्या को रोकने के लिए प्रभावी कदम उठाए जाएं, जिससे प्रभावित लोगों को राहत मिल सके।

 

Post Comment

Comment List

Latest News

Gold and silver price : शुद्ध सोना पांच सौ रुपए सस्ता, चांदी पांच सौ रुपए महंगी Gold and silver price : शुद्ध सोना पांच सौ रुपए सस्ता, चांदी पांच सौ रुपए महंगी
शुद्ध सोना 500 रुपए कम होकर 1,36,000 रुपए प्रति दस ग्राम रहा। जेवराती सोना 400 रुपए टूटकर 1,27,200 रुपए प्रति...
दिल्ली में कोहरे का असर : दृश्यता कम होने से 27 उड़ानें रद्द, कई फ्लाइटों में देरी
केंद्र से 2000 करोड़ हासिल करने की तैयारी, SASCI अर्बन रिफॉर्म्स को लागू करने पर मंथन
‘तू मेरी मैं तेरा, मैं तेरा तू मेरी’ का ट्रेलर रिलीज : हंसी, रोमांस और इमोशनल ड्रामा का लगेगा तड़का, जानें रिलीज डेट 
राज्यपाल की राम. वी. सुतार के निधन पर शोक संवेदना, कहा- भारतीय कला के महान कलाकार थे
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का राष्ट्र के नाम संदेश, 'टैरिफ' के फायदों सहित अपनी आर्थिक उपलब्धियों को गिनाया
एस्ट्रोटर्फ तो दूर, शहर में नहीं हॉकी मैदान,कैसे तैयार होंगे ध्यानचंद