असर खबर का - खाद्य सुरक्षा टीम ने खड़े गणेश मंदिर के बाहर 10 दुकानों का किया निरीक्षण
नमूनो को खाद्य सुरक्षा प्रयोगशाला में भेजा
जांच रिपोर्ट आने के बाद नियम अनुसार विधिक कार्रवाई की जाएगी।
कोटा। मंदिर में बनने वाले लड्डू के प्रसाद में जानवरों की चर्बी और मछली के तेल मिलाए जाने की खबरों के बाद से कोटा का चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की भी अलर्ट मोड पर चल रहा है।नवज्योति में खबर प्रकाशन के बाद शहर के विभिन्न मंदिरों के बाहर लगी प्रसाद की दुकानों, प्रसाद और भंडारे और लंगर के अलावा बड़े मंदिरों के प्रसाद की भी जांच कार्य किया जा रहा है। प्रदेश में चलाये जा रहे मिलावट के खिलाफ अभियान के तहत मिलावटखोरी पर अंकुश लगाने के लिए विभिन्न खाद्य पदार्थों सैम्पलिंग की जा रही है। अभिहित अधिकारी एंव मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. जगदीश सोनी ने बताया कि शुद्ध आहार मिलावट पर वार अभियान के तहत अभियान चलाकर मंदिरों के बाहर स्थित भोग -प्रसाद में गुणवत्ता सुनिश्चित करने हेतु लगातार निरीक्षण व नमूनीकरण की जा रही है। इसी बुधवार को खड़े गणेश मंदिर स्थित प्रसाद की10 दुकानों का निरीक्षण किया गया। यहां से 6 नमूने लड्डू के खाद्य सुरक्षा एंव मानक अधिनियम के तहत लिए लिए गए। मंगलवार से चलाए अभियान का असर बुधवार को खड़े गणेश जी मंदिर के बाहर दिखाई दिया। अधिकांश दुकानों पर फूड लाइसेंस पाए गए व साफ सफाई संतोषजनक पाई गई। कुछ दुकानों पर फूड लाइसेंस नहीं मिलने पर फूड लाइसेंस बनवाने हेतु पांबद किया गया। लिए गए नमूनो को खाद्य सुरक्षा प्रयोगशाला कोटा में भेजा गया। जांच रिपोर्ट आने के बाद नियम अनुसार विधिक कार्रवाई की जाएगी। टीम में खाद्य सुरक्षा अधिकारी संदीप अग्रवाल, चंद्रवीर सिंह जादौन मौजूद रहे।
इनका कहना है
आयुक्त खाद्य सुरक्षा एवं औषधि नियंत्रण इकबाल खान एवं अतिरिक्त आयुक्त पंकज ओझा व कलक्टर डॉ. रवींद्र गौस्वामी के निर्देशन में कोटा में पिछले दो दिनों लगातार मंदिरों के बाहर लगी प्रसाद की दुकानों का निरीक्षण कर नमूने लिए जा रहे है। इसका असर बुधवार को देखने को मिला सभी व्यापारी सावचेत नजर आए।
- संदीप अग्रवाल, खाद्य सुरक्षा अधिकारी कोटा
Comment List