उदयपुर कन्हैयालाल हत्याकांड का विरोध: स्टेच्यु सर्किल पर गूंजा हनुमान चालीसा, भगवा झंडो के साथ उमड़ा जनसैलाब
कन्हैया के हत्यारों को फांसी की सजा की मांग, सरकार पर भी जमकर बरसे हिन्दू नेता
जयपुर। उदयपुर में कन्हैयालाल साहू की बर्बर हत्या के विरोध में रविवार को जयपुर के स्टेच्यु सर्किल हिन्दू संगठनों ने बड़े विरोध प्रदर्शन का आयोजन किया। जयपुर शहर में हजारों लोगों का सैलाब उमड़ा। स्टेच्यु सर्किल भगवामय हो गया। स्टेच्यु सर्किल से लेकर सरोजनी मार्ग तक और स्टेच्यु सर्किल से लेकर अम्बेडकर सर्किल तक चहुंओर भीड़ ही भीड़ नज़र आईं।
जयपुर। उदयपुर में कन्हैयालाल साहू की बर्बर हत्या के विरोध में रविवार को जयपुर के स्टेच्यु सर्किल हिन्दू संगठनों ने बड़े विरोध प्रदर्शन का आयोजन किया। जयपुर शहर में हजारों लोगों का सैलाब उमड़ा। स्टेच्यु सर्किल भगवामय हो गया। स्टेच्यु सर्किल से लेकर सरोजनी मार्ग तक और स्टेच्यु सर्किल से लेकर अम्बेडकर सर्किल तक चहुंओर भीड़ ही भीड़ नज़र आईं। लोग हाथों में भगवा झंडा पैदल मार्च करते हुए स्टेच्यु सर्किल पहुंचे। इस दौरान लोगों ने भारत माता की जय, जय श्रीराम के जमकर नारे लगाते हुए कार्यक्रम में शामिल हुए।
पैदल मार्च कर आए लोग कन्हैया के हत्यारों को जल्द से जल्द फांसी देने की मांग के नारे भी लगाएं। स्टेच्यु सर्किल पर हुई सभा में मंच पर हिन्दू संगठनों से जुड़े दो दर्जन से ज्यादा सर्वसमाज के नेता मौजूद थे। वहीं दूसरी ओर एक मंच साधु-संतो और धर्मगुरुओं के लिए अलग से लगाया गया था। मंच से हिन्दू संगठनों के नेताओं ने कन्हैयालाल के हत्यारों को तुरंत फांसी की सजा दिए जाने की पुरजोर मांग की है।
विरोध प्रदर्शन के दौरान भाजपा के कार्यकर्ता और जयपुर शहर के बड़े नेता भी मौजूद थे। मंच से राजस्थान में हो रही हिन्दू संख्यक पर हमलों की घटनाओ का भी जमकर विरोध किया गया और राजस्थान की गहलोत सरकार को इसके लिए दोषी करार दिया गया। हिन्दू संगठनों ने सभी हिन्दुओं से एकजुट होने का आह्वान किया। हिन्दू संगठनों के नेताओं भाषण के बाद हजारों की संख्या में मौजूद लोगों ने सामूहिक हनुमान चालीसा का पाठ किया और कन्हैयालाल को दो मिनट मौन रखकर श्रद्धांजलि दी गई।
किसने क्या कहा
उदयपुर में कन्हैयालाल साहू की जिस तरह से जघन्य हत्या हुई वैसी ही महाराष्ट्र में भी हुई मैं उन सभी को नमन करते हुए श्रद्धांजलि देता हूं। कन्हैयालाल की हत्या योजनाबद्ध तरीके से हुई जिसमें आतंकी तत्वों का हाथ है और मैं इसकी कठोर शब्दों में भर्त्सना करते हुए बताना चाहता हूं यदि सरकार व पुलिस प्रशासन तत्परता से कार्रवाई करते तो शायद आज कन्हैयालाल बच जाते। मैं सरकार व प्रशासन से गुजारिश करूंगा कि पीड़ितों को तुरंत न्याय दिलवाने की नीति को अपनाते हुए कार्य करें, तो इन घटनाओं की पुनरावृत्ति कभी नहीं होगी। - कन्हैयालाल बैरवा, रिटायर्ड आईपीएस
गुरु गोविंद सिंहजी ने कहा था कि डर से ना कभी डरो और लड़ाई लड़कर उसका मुकाबला करो निश्चित जीत आपकी होगी। आज यहां हम सर्वसमाज की रक्षा करने के लिए एकत्रित हुए हैं। हम सबको एक रहना है। सरकार से हमारी मांग है कि फास्टट्रैक अदालत के माध्यम से दोषियों को फांसी पर लटकाया जाए। हम भेदभाव और जुल्म को नहीं सहेंगे। - जसबीर सिंह, अध्यक्ष, पूर्व अल्पसंख्यक आयोग
इस घटना के बाद देशवासियों ने सहनशीलता की सीमा को लांघ दिया है। ऐसा अक्षम्य अपराध करने वालों को देशवासी कभी क्षमा नहीं करेंगे। हिन्दू समाज का क्रोध कालाग्नि का रूप धारण कर लेगा तो कोई रोक नहीं पाएगा। मुख्यमंत्री यदि प्रशासन को फ्री हैंड दे तो मेरा मानना है कि बड़े से बड़े से बड़े अपराधी को भी ढूंढ निकाल सकते हैं। कन्हैयालाल साहू ने जब प्रशासन से सुरक्षा की गुहार लगाई तो उस वक्त उसे सुरक्षा मुहैया कराकर अपराधियों को पहले ही पकड़ा जा सकता था।- राघवाचार्य महाराज, रेवासा पीठाधीश्वर
ऐसा लग रहा है देश में तालिबानी नीति के तहत ये घटनाएं हो रही है। ऐसी ताकतों को समाप्त करने के लिए इनका पूर्णरूप से इलाज करना होगा। ऐसी सोच रखने वालों को बाहर का रास्ता दिखाना होगा। - रणवीर सिंह, अघ्यक्ष, रावणा राजपूत समाज
तालिबानी युग का आरंभ उदयपुर की घटना से हुआ है और इसका अंत हम धार्मिक नगरी जयपुर से करेंगे। हम भारत की पांच हजार साल पुरानी सभ्यता के वारिस है और ये लड़ाई दिल्ली जाकर खत्म करेंगे। - सिंधी पंचायत सेंट्रल के चन्द्रप्रकाश एडवोकेट
वक्त आ गया है कि माताएं और बहने मां दुर्गा, काली और भवानी का रूप धारण कर सर्वसमाज के साथ होने वाली बुराइयों का अंत करने के लिए आगे आए। - सोमदत्त, अध्यक्ष, बंगाली समाज
दुकानदार लुटा है, पिटा है और अब तो मरा भी है। इसलिए हम अपने आपको बेसहारा समझते थे परन्तु आज हमारे साथ सर्वसमाज के लोग यहां मौजूद है इसलिए डरने की जरूरत नहीं है। - किशोर टांक, व्यापारी
भारत माता की जय लगाकर महर्षि वाल्मिकी को नमन करते हुए कहा कि राजस्थान और धौलपुर में वाल्मिकी समाज के लोगों के साथ हुई घटनाओं पर रोष जरूर है लेकिन सर्वसमाज के साथ हम सदैव खड़े हैं। - मनोज चंवरिया, वाल्मिकी समाज
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