घनश्याम सैनी हत्याकांड का खुलासा, तीन आरोपी गिरफ्तार

40 लाख की फिरौती के लिए की थी हत्या।

घनश्याम सैनी हत्याकांड का खुलासा, तीन आरोपी गिरफ्तार

घनश्याम सैनी 29 जुलाई को सुबह घर से दुकान के लिए निकले थे, लेकिन वे दुकान पर नहीं पहुंचे। इस पर परिजनों ने कोतवाली थाने में गुमशुदगी का मामला दर्ज कराया। इसके बाद इसी दिन शाम को मोबाइल की लोकेशन के आधार तिजारा के पास नौरंगाबाद गांव में हाईवे पर सड़क किनारे घनश्याम सैनी जख्मी हालत में मिले।

 अलवर। राखी व सट्टा कारोबारी घनश्याम सैनी हत्याकांड का पुलिस ने बुधवार को खुलासा कर दिया। इस मामले में पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जबकि शेष तीन आरोपी अभी फरार हैं। पुलिस ने पकड़े गए आरोपियों से वारदात में प्रयुक्त स्कॉर्पियो गाड़ी सहित एक पिस्टल व दो कारतूस बरामद किए हैं। एसपी तेजस्विनी गौतम ने बताया कि अब तक की पूछताछ में सामने आया है कि पपला गुर्जर गैंग के सदस्य बलवीर उर्फ  बल्ली को यह जानकारी थी कि घनश्याम सैनी ने चीकू गैंग की पहले आर्थिक मदद की थी। चीकू गैंग पपला गैंग की विरोधी गैंग है। इस कारण आरोपियों ने घनश्याम सैनी से 10 करोड़ रुपए की फिरौती की मांग की जो 40 लाख रुपए पर आकर रुकी। सैनी के मना करने पर आरोपियों ने उसके साथ मारपीट कर हत्या कर दी।


गौरतलब है कि घनश्याम सैनी 29 जुलाई को सुबह घर से दुकान के लिए निकले थे, लेकिन वे दुकान पर नहीं पहुंचे। इस पर परिजनों ने कोतवाली थाने में गुमशुदगी का मामला दर्ज कराया। इसके बाद इसी दिन शाम को मोबाइल की लोकेशन के आधार तिजारा के पास नौरंगाबाद गांव में हाईवे पर सड़क किनारे घनश्याम सैनी जख्मी हालत में मिले। उनकी सांसे चल रही थी और दोनों पैरों से खून बह रहा था। जिन्हें गंभीर अवस्था में परिजन अलवर के सामान्य चिकित्सालय लेकर पहुंचे। यहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। परिजनों ने बताया कि मृतक के दोनों पैरों में गोली लगने के घाव थे। उन्होंने अपहरण कर हत्या की आशंका जताई थी।   पुलिस अधीक्षक तेजस्विनी गौतम ने बताया कि इस मामले में तीन बदमाश गिरफ्तार किए गए हैं। इसमें बलजीत सिंह उर्फ बल्ली निवासी तिजारा, अशोक उर्फ झुन्नू निवासी मुंडावर व विशाल सिंह पुत्र महेंद्र सिंह निवासी लादिया मोहल्ला अलवर को गिरफ्तार किया है। उन्होंने बताया कि बलजीत सिंह उर्फ बल्ली पपला गैंग का सदस्य है। बलजीत व अप्पू उर्फ राजा ने व्यापारी के अपहरण व उसके साथ मारपीट की साजिश रची।


इसके बाद बलजीत और अप्पू ने अपने साथियों के साथ मिलकर अलवर के एरोड्रम रोड से 29 जुलाई को घनश्याम सैनी का अपहरण किया। आरोपी घनश्याम सैनी को लेकर किशनगढ़ के रास्ते तिजारा पहुंचे। तिजारा के नौरंगाबाद गांव के पास उन्होंने डंडे और लोहे की रॉड से घनश्याम सैनी के साथ जमकर मारपीट की और बुरी तरह से उसको जख्मी कर दिया। उसके बाद बलजीत उर्फ बलि ने घनश्याम सैनी के फोन से 108 पर फोन करके एंबुलेंस भेजने के लिए कहा। फिर बदमाश मौके से फरार हो गए। इस बीच एंबुलेंस के नहीं पहुंचने व कोई मदद नहीं मिलने के कारण घनश्याम सैनी लहूलुहान हालत में वहां पड़ा रहा और उसके शरीर से खून बहता रहा। इससे उसकी उसकी मौत हो गई। एसपी ने बताया कि पकड़े गए सभी आरोपियों के खिलाफ जिले के विभिन्न थानों में आपराधिक प्रकरण दर्ज है। बलजीत उर्फ बल्ली के खिलाफ अलवर जिले में 3 मामले दर्ज हैं। अशोक के खिलाफ चार एफआईआर दर्ज हैं। इसके अलावा अप्पू उर्फ राजा, मोंटी सैनी व अमित सोनी अभी फरार हैं। राजा के खिलाफ पांच एफआईआर दर्ज हैं। अमित के खिलाफ एक मामला दर्ज है व मोंटी के खिलाफ अलवर जिले के विभिन्न थानों में 6 मामले दर्ज हैं। 29 जुलाई को घनश्याम सैनी नाई की दुकान से निकलकर अपनी स्कूटी पर सवार होकर जाने लगा। उसी दौरान मोंटी सैनी उर्फ कमल जो एनसीसी कैडेट जैसी यूनिफॉर्म पहने हुए था। उसने घनश्याम सैनी को रुकवाया व स्कॉर्पियो में बैठे बलजीत, अमित व अशोक के पास भेजा। सभी लोगों ने मिलकर घनश्याम सैनी को जबरदस्ती गाड़ी में बैठा लिया।

Post Comment

Comment List

Latest News