दरगाह परिसर से हटाए अतिक्रमण, खादिमों में नाराजगी
उर्स तैयारियों की बैठकों में चेताने के बाद की गई कार्रवाई
पुलिस वालों की मौजूदगी में दरगाह कमेटी कर्मचारियों ने उन चेन को काटकर पेटियों व अलमारियों को बाहर निकाला।
अजमेर। उर्स तैयारियों की बैठकों में चेताए जाने के बावजूद कई खादिमों ने दरगाह परिसर में आस्ताना के बाहर व जन्नती दरवाजा के पीछे की ओर रखी अपनी पेटियां व अलमारियां नहीं हटाई। इस पर दरगाह कमेटी और पुलिस प्रशासन ने सुबह संयुक्त कार्रवाई कर अतिक्रमण हटा दिए। इससे कुछ खादिमों में नाराजगी थी, लेकिन अंजुमन सचिव की चेतावनी मिल जाने से उनकी नाराजगी बेअसर हो गई। जिला प्रशासन व दरगाह कमेटी ने दरगाह परिसर में जायरीन की आवाजाही सुगम कराने के लिए अतिक्रमण हटाने के निर्धारित कार्यक्रम के तहत कार्रवाई अंजाम दी। दरगाह थाना पुलिस बल सुबह दरगाह परिसर पहुंच गया। पुलिस वालों ने सहायक नाजिम डॉ. मोहम्मद आदिल व अन्य कर्मचारियों के साथ सवाली बाबा गेट से जन्नती दरवाजा के पीछे की ओर से प्रवेश किया। जन्नती दरवाजे से प्रवेश करने वाले जायरीन की आवाजाही में बाधा पहुंचा रही खादिमों की पेटियों को हटाना शुरू कर दिया। सभी पेटियां व अलमारियां लोहे की चेन से बंधी हुई थीं, इसलिए पुलिस वालों की मौजूदगी में दरगाह कमेटी कर्मचारियों ने उन चेन को काटकर पेटियों व अलमारियों को बाहर निकाला। कुछ पेटियां व अलमारियां काफी भारी थीं। जिन्हें उक्त क्षेत्र से बाहर निकालने में दिक्कत भी हुई।
बैठक में तय हुआ था अतिक्रमण हटाना
मालूम हो कि गत दिनों जिला कलक्टर लोक बन्धु, पुलिस अधीक्षक वंदिता राणा, उर्स के प्रभारी अधिकारी एवं अतिरिक्त जिला कलक्टर शहर गजेन्द्र सिंह राठौड़ सहित दरगाह थाना सीआई और पुलिस उप अधीक्षक ने दोनों अंजुमन व दरगाह कमेटी प्रतिनिधियों की बैठक में दरगाह परिसर से अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई प्राथमिकता से करने की बात कही थी। जिसमें अंजुमन व दरगाह कमेटी दोनों ने अपनी सहमति प्रदान की थी।
स्वैच्छा से हटाने को कहा था अंजुमन ने
इसके बाद दरगाह कमेटी ने अतिक्रमणों का उल्लेख करते हुए उन्हें स्वैच्छा से हटाने का नोटिस कई जगह चस्पा कराया था। जिस पर कुछ खादिमों ने सहायक नाजिम डॉ. आदिल का विरोध किया था, किंतु दूसरे दिन ही सैयद जादगान अंजुमन के सचिव सैयद सरवर चिश्ती ने खादिमों से स्वैच्छा से अतिक्रमण हटाने का संदेश वायरल किया और एक सूचना भी प्रसारित की थी। हालांकि हुई कार्रवाई के दौरान अंजुमन का कोई भी प्रतिनिधि वहां उपस्थित नहीं था।
यह है अलमारियों-पेटियों में
अधिकांश अलमारियों व बेंचनुमा पेटियों में कुरान अथवा अन्य धार्मिक किताबें रखने के लिए रैक बने थे और बैंचनुमा पेटियों में कुरान रखकर पढ़ने की व्यवस्था थी। जबकि उनका उपयोग बहुत कम जायरीन कर पा रहे थे। उक्त पेटी व अलमारियों का उपयोग खादिमों द्वारा ही किया जा रहा था। वे उक्त पेटियों में जायरीन को दिया जाने वाला तबर्रुक व दस्तार आदि रखना बता रहे हैं। उक्त जगह पर जायरीन द्वारा दान की गई कुरान काफी अधिक संख्या में मिली, जिन्हें दरगाह कमेटी व पुलिस कर्मियों ने काफी अदब के साथ हटाया। पुलिस बल के आस्ताना व जन्नती दरवाजे के पास वर्दी में प्रवेश कर कार्रवाई करने पर कुछ खादिमों ने नाराजगी जताई, लेकिन उर्स व्यवस्था की दलील मिलने और इस कार्रवाई में अंजुमन की सहमति बताए जाने पर खादिमों की नाराजगी काफूर हो गई।
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