
बोलने में कठिनाई होती है, तो हो सकता है ब्रेन ट्यूमर
बड़ी समस्या बनती जा रही है यह बीमारी
पहले रेडियोथेरेपी उपचार से जोखिम थोड़ा बढ़ता है। माता-पिता, बच्चे या भाई-बहन जैसे किसी करीबी रिश्तेदार को ब्रेन ट्यूमर हो तो भी ट्यूमर का जोखिम बढ़ सकता है। आौसतन, दिमाग में मैटास्टैटिक ट्यूमर चार गुना अधिक पाए जाते हैं। सभी प्रकार के ब्रेन ट्यूमर लक्षण उत्पन्न कर सकते हैं जो ट्यूमर के आकार और मस्तिष्क के उस हिस्से के आधार पर भिन्न होते हैं जहां कोशिकाएं शामिल हैं।
ब्रेन ट्यूमर आपके मस्तिष्क में असामान्य कोशिकाओं की एक वृद्वि है,जिससे कई अलग-अलग प्रकार के ब्रेन ट्यूमर बनते हैं। इसमें कुछ कैंसर रहित (सौम्य)और कुछ कैंसरयुक्त (घातक) होते हैं। ब्रेन ट्यूमर मस्तिष्क (प्राथमिक ब्रेन ट्यूमर) में शुरू हो सकता है या कैंसर शरीर के अन्य भागों में शुरू होकर मस्तिष्क में टास्टेटिक ट्यूमर के रूप में फैल सकता है। प्राथमिक ट्यूमर्स बच्चों में ज्यादा मिलते हैं। जो भी कारण किसी और प्रकार कैंसर के जोखिम को बढ़ाता है वह मस्तिष्क के कैंसर का एक जोखिम कारक है। जोखिम कारक होने का मतलब यह नहीं है कि आपको कैंसर हो जाएगा। उम्र के साथ जोखिम अधिक होता है। पहले रेडियोथेरेपी उपचार से जोखिम थोड़ा बढ़ता है। माता-पिता, बच्चे या भाई-बहन जैसे किसी करीबी रिश्तेदार को ब्रेन ट्यूमर हो तो भी ट्यूमर का जोखिम बढ़ सकता है। आौसतन, दिमाग में मैटास्टैटिक ट्यूमर चार गुना अधिक पाए जाते हैं। सभी प्रकार के ब्रेन ट्यूमर लक्षण उत्पन्न कर सकते हैं जो ट्यूमर के आकार और मस्तिष्क के उस हिस्से के आधार पर भिन्न होते हैं जहां कोशिकाएं शामिल हैं। लक्षण क्या हैं? इन लक्षणों में सिरदर्द, दौरे, दृष्टि संबंधी समस्याएं, उल्टी और मानसिक बदलाव शामिल हो सकते हैं। अन्य लक्षणों में चलने, बोलने में कठिनाई शामिल हो सकती है। सबसे आम प्रकार के प्राथमिक ट्यूमर मेनिंगियोमा हैं और एस्ट्रोसाइटोमा जैसे ग्लियोब्लास्टोमा हैं। बच्चों में, सबसे आम प्रकार एक घातक मेडुलोब्लास्टोमा है। उपचार क्या है? निदान आमतौर पर सीटी या एमआरआई के साथ चिकित्सा परीक्षण द्वारा किया जाता है। अक्सर बायोप्सी द्वारा परिणाम की पुष्टि की जाती है। ट्यूमर को गंभीरता के विभिन्न ग्रेडों में विभाजित किया जाता है। ट्यूमर का इलाज सर्जरी, विकिरण चिकित्सा और कीमोथेरेपी से किया जाता है। मस्तिष्क शरीर का एकमात्र अपूरणीय अंग है, इसलिए सर्जरी में ट्यूमर के वापस आने का जोखिम होता है। यदि दौरे पड़ते हैं, तो निरोधी दवा की आवश्यकता हो सकती है। कुछ दवाओं से ट्यूमर के आसपास की सूजन को कम किया जा सकता है पर सही समय पर स्टीक इलाज से ही बहतरी की उम्मीद कर सकते हैं। कुछ ट्यूमर धीरे-धीरे बढ़ते हैं, केवल निगरानी की आवश्यकता होती है। घातक ट्यूमर के परिणाम ट्यूमर के प्रकार और निदान के समय कितनी दूर तक फैल चुके हैं, के आधार पर देखे जाते हैं। हालांकि सौम्य ट्यूमर केवल एक ही क्षेत्र में बढ़ते हैं, फिर भी वे अपने आकार और स्थान के आधार पर गंभीर हो सकते हैं। - डॉ. डी पी शर्मा न्यूरो सर्जन, एसडीएम हॉस्पिटल, जयपुर
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