देश के कई राज्यों में महिलाओं के पुरुषों से ज्यादा सेक्स पार्टनर, राजस्थान अव्वल

राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण के हैरान करने वाले आंकड़े

देश के कई राज्यों में महिलाओं के पुरुषों से ज्यादा सेक्स पार्टनर, राजस्थान अव्वल

देश में महिलाओं-पुरुषों के बीच किए गए राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण में हैरान करने वाले आंकड़े सामने आए हैं। सर्वे में साफ हुआ है कि देश के 11 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में महिलाएं अपनी लाइफ में औसत 1.5 सेक्सुअल पार्टनर रखती हैं, वहीं पुरुषों का आंकड़ा 1.7 है,  यानी महिलाएं पुरुषों से ज्यादा पीछे नहीं है।

नई दिल्ली। देश में महिलाओं-पुरुषों के बीच किए गए राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण में हैरान करने वाले आंकड़े सामने आए हैं। सर्वे में साफ हुआ है कि देश के 11 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में महिलाएं अपनी लाइफ में औसत 1.5 सेक्सुअल पार्टनर रखती हैं, वहीं पुरुषों का आंकड़ा 1.7 है,  यानी महिलाएं पुरुषों से ज्यादा पीछे नहीं है। लेकिन कई राज्य और केंद्र शासित प्रदेश तो ऐसे हैं, जहां महिलाएं पुरुषों से आगे हैं और उनके पुरुषों से ज्यादा सेक्सुअल पार्टनर रहे हैं, इन राज्यों में राजस्थान अव्वल है। राजस्थान में महिलाओं के औसत सेक्सुअल पार्टनर 3.1 रहे, जबकि पुरुषों का आंकड़ा 1.8 का ही है।  रिपोर्ट के मुताबिक मध्य प्रदेश में महिलाओं के 2.5 और पुरुषों के 1.6 पार्टनर हैं, केरल में महिलाओं के 1.4 और पुरुषों के औसतन 1.0 पार्टनर हैं, वहीं जम्मू-कश्मीर में महिलाओं के 1.5 और पुरुषों के 1.1 औसतन पार्टनर हैं, जबकि हरियाणा में यह अंतर 1.8 और 1.5 का है, वहीं असम में 2.1 और 1.8 का है। सर्वे में पता चला है कि सेक्सुअल पार्टनर के मामले में ग्रामीण महिलाएं, शहरी महिलाओं से आगे हैं,  ग्रामीण महिलाओं ने औसतन 1.8 पार्टनर के साथ संबंध बनाए हैं, जबकि शहरी महिलाएं इस मामले में थोड़ी पीछे हैं,अर्बन महिलाओं का औसत 1.5 पार्टनर का रहा है। अगर पुरुषों की बात करें, तो ग्रामीण पुरुषों ने औसतन 2.3 पार्टनर के साथ संबंध बनाए हैं, जबकि अर्बन पुरुषों ने 1.7 पार्टनर के साथ संबंध बनाए हैं। पुरुषों के मामले में मेघालय सबसे आगे हैं, जहां पुरुषों के औसत 9.7 पार्टनर के साथ संबंध रहे हैं, इसके बाद आंध्र प्रदेश और उत्तराखंड का नंबर है, जहां पुरुषों के 4.7 सेक्सुअल पार्टनर रहे हैं।  उल्लेखनीय है कि केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री डॉ. मनसुख मंडाविया ने राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण के पांचवें दौर (एनएफएचएस-5) की राष्ट्रीय रिपोर्ट जारी की। राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण रिपोर्ट सामाजिक, आर्थिक और अन्य पृष्ठभूमि विशेषताओं, नीति निर्माण और प्रभावी कार्यक्रम कार्यान्वयन के लिए उपयोगी डेटा प्रदान करती है। राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण देश के 28 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के 707 जिलों में 2019 से 21 के दौरान किया गया था। जिन 11 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की सर्वे रिपोर्ट सामने आई है उसमें राजस्थान, हरियाणा, चंडीगढ़, जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, मध्य प्रदेश, असम, केरल, लक्षद्वीप, पुडुचेरी और तमिलनाडु शामिल हैं। सर्वे में 1.1 लाख महिलाओं और एक लाख पुरुषों को शामिल किया गया।

मंकीपक्स संक्रमण फैलने का जोखिम 
राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण इस लिए भी महत्वपूर्ण है कि देश में मंकीपक्स संक्रमण तेजी से फैल रहा है। अध्ययनों से पता चलता है कि मंकीपक्स संक्रमण फैलने का जोखिम एक से अधिक व्यक्तियों से यौन संबंध रखने वालों में अधिक हो सकता है। शोधकतार्ओं ने पाया कि ऐसे लोगों में प्रोस्टेट और सर्वाइकल कैंसर का खतरा अधिक हो सकता है। इसके अलावा इसे एचआईवी संक्रमण और यौन संचारित रोगों (एसटीडी) के अधिक जोखिम वाला भी पाया गया है।

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