जेसीटीएसएल की दो दर्जन बसों के रोजाना होते ब्रेक डाउन
घटिया मेंटिनेंस के चलते होती बसें खराब
जयपुर। जयपुर सिटी ट्रांसपोर्ट सर्विस लिमिटेड (जेसीटीएसएल) प्रशासन की अनदेखी और घटिया मेंटिनेंस के चलते प्रतिदिन करीब दो दर्जन से अधिक बसें ब्रेक डाउन होती है। इसके चलते यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। वहीं 26 बसें मेंटिनेंस और परिचालकों के अभाव में डिपो कार्यालयों में खड़ी हैं।
जयपुर। जयपुर सिटी ट्रांसपोर्ट सर्विस लिमिटेड (जेसीटीएसएल) प्रशासन की अनदेखी और घटिया मेंटिनेंस के चलते प्रतिदिन करीब दो दर्जन से अधिक बसें ब्रेक डाउन होती है। इसके चलते यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। वहीं 26 बसें मेंटिनेंस और परिचालकों के अभाव में डिपो कार्यालयों में खड़ी हैं। जानकारी के अनुसार जेसीटीएसएल की ओर से प्रतिदिन 226 बसों को 255 शेड्यूल बनाकर संचालित किया जा रहा है। इनमें से करीब 30 बसें प्रतिदिन सड़कों पर ब्रेक डाउन होती हैं। वहीं मेंटिनेंस और परिचालक की कमी के अभाव में 26 बसें टोडी, विद्याधर नगर और बगराना डिपो में खड़ी रहती हैं। जेसीटीएसएल की बसों में प्रतिदिन करीब दो लाख यात्री सफर करते हैं, जिनसे 21 लाख रुपए की आय होती है।
खुद के पास कर्मचारी, फिर भी दूसरे के सहारे
जेसीटीएसएल के पास वर्तमान में 578 परिचालक और 532 चालक है। इनमें से करीब 400 चालक प्रतिनियुक्ति पर दूसरे विभागों में काम कर रहे है। जेसीटीएसएल की ओर से रोडवेज के सेवानिवृत्त कर्मचारियों को डिपो प्रबंधक और उड़न दस्तों के काम में लगा रखा है। जेसीटीएसएल के पास खुद के चालक व अन्य संशाधन होने के बावजूद भी बसों का संचालन निजी कंपनी से कराया जा रहा है। जेसीटीएसएल की ओर से हाल ही में खरीदी गई मिडी बसें भी घटिया है। बारिश के समय में इनकी छतों पर पानी टपकता है।
Comment List