आंध्र प्रदेश में मिला कोरोना का नया स्ट्रेन 15 गुना ज्यादा खतरनाक, 4 दिन में ही ऑक्सीजन लेवल पर डालता है बुरा असर
आंध्र प्रदेश में कोरोना वायरस का नया स्ट्रेन मिला है। इसे एन44ओके नाम दिया गया है। सेंटर फॉर सेल्यूलर एंड मॉलिक्यूलर बायोलॉजी के वैज्ञानिकों का दावा है कि भारत में मौजूदा स्ट्रेन के मुकाबले नया वैरिएंट 15 गुना ज्यादा खतरनाक है।
नई दिल्ली। आंध्र प्रदेश में कोरोना वायरस का नया स्ट्रेन मिला है। इसे एन44ओके नाम दिया गया है। सेंटर फॉर सेल्यूलर एंड मॉलिक्यूलर बायोलॉजी के वैज्ञानिकों का दावा है कि भारत में मौजूदा स्ट्रेन के मुकाबले नया वैरिएंट 15 गुना ज्यादा खतरनाक है। दक्षिण भारत में अब तक कोरोना के 5 वैरिएंट मिल चुके हैं। इनमें एन44ओके आंध्र प्रदेश, कर्नाटक और तेलंगाना में काफी तेजी से फैल रहा है। इसका असर महाराष्ट्र में भी देखा जा रहा है।
नए वैरिएंट से संक्रमित होने वाले मरीज 3-4 दिनों में हाइपोक्सिया या डिस्पनिया के शिकार हो जाते हैं। इस स्थिति में सांस मरीज के फेफड़े तक पहुंचना बंद हो जाती है। सही समय पर इलाज और ऑक्सीजन सपोर्ट नहीं मिलने पर मरीज की मौत हो जाती है। भारत में इन दिनों इसी के चलते ज्यादातर मरीजों की मौत हो रही है। विशेषज्ञों के मुताबिक अगर समय रहते इसकी चेन को तोड़ा नहीं गया तो कोरोना की ये दूसरी लहर और भी ज्यादा भयावह हो सकती है, क्योंकि ये मौजूदा स्ट्रेन बी1617 और बी117 से कहीं ज्यादा खतरनाक है।
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