गहलोत सरकार की तीसरी वर्षगांठ आज प्रदेश में एक सप्ताह तक चलेगा जलसा
14 हजार करोड़ रुपए की लागत के 3700 विकास कार्यों की देंगे सौगात
जयपुर। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत सरकार की शुक्रवार को तीसरी वर्षगांठ है, इसको धूमधाम से मनाया जाएगा। प्रदेशभर में एक सप्ताह तक कई कार्यक्रम होंगे। संयोग की बात है कि गहलोत के मुख्यमंत्री काल यह तीसरी सरकार भी है। पिछले साल कोरोना काल और सियासी संकट के चलते दूसरी वर्षगांठ धूमधाम से नहीं मनाई जा सकी थी। उस वक्त कोई कार्यक्रम भी नहीं हुआ था। खुद गहलोत भी तीसरी वर्षगांठ को मनाने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे, हालांकि गहलोत ने इसको सादगी से मनाने का दावा किया है।
वे अपनी इस सरकार के तीन साल पूरे होने पर करीब 14 हजार करोड़ रुपए की लागत के 3700 विकास कार्य सौगात प्रदेश की जनता को दे रहे हैं। 18 और 19 दिसम्बर को मुख्यमंत्री गहलोत कई विभागों से संबंधित योजनाओं और कार्यक्रमों की शुरुआत करेंगे। इन कार्यक्रमों में मंत्रिपरिषद के सदस्यों, सांसदों, विधायकों, पंचायतीराज और नगरीय निकायों के जनप्रतिनिधियों, अधिकारी-कर्मचारियों के साथ आम जनता को भी जोड़ा जाएगा। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर लाइव टेलीकास्ट होगा।
‘आपका विश्वास-हमारा प्रयास’ का उद्घाटन शुभारंभ कल
सीएम गहलोत 18 दिसम्बर को सुबह 11 बजे जवाहर कला केन्द्र में राज्य सरकार की तीन साल की उपलब्धियों पर आधारित चार दिन चलने वाली एग्जीबिशन ‘आपका विश्वास-हमारा प्रयास’ का उद्घाटन करेंगे। दोपहर तीन बजे मुख्यमंत्री निवास पर मुख्य समारोह में बिजली, जल संसाधन, पीएचईडी, पीडब्ल्यूडी, यूडीएच, वन, कृषि, सहकारिता, डेयरी और इंडस्ट्री संबंधित विकास कार्यों का लोकार्पण और शिलान्यास करेंगे। इनमें करीब आठ हजार 500 करोड़ रुपए की लागत के विकास कार्यों का शिलान्यास और करीब तीन हजार 800 करोड़ रुपए लागत के विकास कार्यों का लोकार्पण होगा।
सीएम आज करेंगे सभी विभागों के कामकाज की समीक्षा
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत अपने तीन साल की उपलब्धियों को लेकर शुक्रवार को सभी विभागों के कामकाज की समीक्षा करेंगे। सचिवालय के कॉन्फे्रंस हॉल में शाम पांच बजे सभी विभागों के एसीएस, प्रमुख शासन सचिव व सचिव स्तर के अधिकारियों से बैठक में तीन साल की उपलब्धियों व प्रगति रिपोर्ट, बजट व जन घोषणा पत्र की क्रियान्विति रिपोर्ट पर चर्चा करेंगे। प्रशासनिक सुधार विभाग ने सभी विभागों के अधिकारियों को मीटिंग में प्रगति व उपलब्धि रिपोर्ट के साथ मौजूद रहने के निर्देश दिए है। सीएम की प्रस्तावित मीटिंग को लेकर गुरुवार को सभी आलाधिकारी अपने महकमों के कामकाज की प्रगति रिपोर्ट तैयार करने में जुटे रहे।
सीएम आज करेंगे सभी विभागों के कामकाज की समीक्षा
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत अपने तीन साल की उपलब्धियों को लेकर शुक्रवार को सभी विभागों के कामकाज की समीक्षा करेंगे। सचिवालय के कॉन्फे्रंस हॉल में शाम पांच बजे सभी विभागों के एसीएस, प्रमुख शासन सचिव व सचिव स्तर के अधिकारियों से बैठक में तीन साल की उपलब्धियों व प्रगति रिपोर्ट, बजट व जन घोषणा पत्र की क्रियान्विति रिपोर्ट पर चर्चा करेंगे। प्रशासनिक सुधार विभाग ने सभी विभागों के अधिकारियों को मीटिंग में प्रगति व उपलब्धि रिपोर्ट के साथ मौजूद रहने के निर्देश दिए है। सीएम की प्रस्तावित मीटिंग को लेकर गुरुवार को सभी आलाधिकारी अपने महकमों के कामकाज की प्रगति रिपोर्ट तैयार करने में जुटे रहे।
मुख्यमंत्री 19 दिसम्बर को 500 से ज्यादा पुलिस थानों के स्वागत कक्ष, 12 नए पुलिस थाना भवन सहित गृह विभाग संबंधी लोकार्पण करेंगे। मुख्यमंत्री अनुप्रति कोचिंग योजना, अम्बेडकर डीबीटी वाउचर योजना, आईएम शक्ति उड़ान योजना, जागृति बैक टू वर्क योजना, करीब 200 महात्मा गांधी अंग्रेजी मीडियम स्कूल का भी शुभारंभ करेंगे। इसके अलावा गहलोत महिला व बाल विकास, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य, सामाजिक न्याय और अधिकारिता, अल्पसंख्यक कल्याण, जन जाति क्षेत्र विकास, स्कूल शिक्षा, उच्च शिक्षा, तकनीकी शिक्षा, कौशल और रोजगार, आपदा प्रबंधन, सूचना एवं प्रौद्योगिकी, ग्रामीण विकास और आयोजना विभाग की योजनाओं, प्रोग्राम और विकास कार्यों का शुभारंभ, लोकार्पण और शिलान्यास करेंगे। इनमें करीब 800 करोड़ रूपए के विकास कामों का शिलान्यास और करीब 800 करोड़ रूपए की लागत के विकास कार्यों का लोकार्पण होगा। राज्य सरकार की उपलब्धियों पर शॉर्ट फिल्म भी दिखाई जाएगी। गहलोत सरकार के सभी मंत्री 20 और 21 दिसम्बर को जिला स्तरीय के समारोह में विकास प्रदर्शनी, प्रोग्राम की शुरुआत करेंगे। जिलों में प्रेस वार्ता कर राज्य सरकार की उपलब्धियों की जानकारी देंगे।
474 करोड़ के कामों की सौगातों से शहरी विकास को मिलेगी रफ्तार
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत सरकार की तीसरी वर्षगांठ पर शहरी आबादी को करीब 460 करोड़ के विकास कार्यों की सौगातें देंगे। इससे शहरी विकास को रफ्तार मिल सकेगी। मुख्यमंत्री निवास पर 18 दिसंबर को होने वाले कार्यक्रम से यूडीएच और एलएसजी से जुडेÞ कामों का लोकार्पण एवं शिलान्यास होगा। इसमें एलएसजी से जुडेÞ 95.76 करोड़ के छह कार्यों का शिलान्यास एवं 293.09 करोड़ के छह कार्यों का लोकार्पण होगा। इसके साथ ही यूडीएच के 85.71 करोड़ की लागत के तीन कार्यों का लोकार्पण किया जाएगा।
गहलोत शनिवार को स्वायत्त शासन विभाग से जुड़े छह कार्यों का लोकार्पण करेंगे। इनमें जयपुर के तीन प्रोजेक्ट शामिल है। जयपुर हेरिटेज नगर निगम मुख्यालय भवन की मरम्मत और पुररूद्धार पर 7.07 करोड़, चांदपोल अनाज मंडी में बहुमंजिला पार्किंग प्रोजेक्ट पर 14.84 करोड़ और चारदीवारी में स्मार्ट रोड में सूचना तकनीक प्रोजेक्ट विकसित किया गया, जिस पर 46.64 करोड़ की लागत आई है। इसी तरह किशनगढ़ में सीवरेज लाइन पर एसटीपी का अपग्रेडेशन पर 125.55 करोड़ का लोकार्पण, उदयपुर में बलीचा से गोवर्धन सागर तक की 18.99 करोड़ की स्मार्ट रोड का लोकार्पण और उदयपुर में पीपीपी मोड पर तीन एसटीपी का निर्माण लागत 80 करोड़ का उद्घाटन किया जाएगा। इसके साथ ही 95.76 करोड़ की लागत के छह कार्यों का शिलान्यास करेंगे। इसमें सिरोही शहर में 17.05 करोड़ की लागत से टाउन हाल का निर्माण, अजमेर के माखुपुरा में 15 करोड़ की लागत से ट्रेचिंग ग्राउंड पर ठोस कचरा परिशोधन संयंत्र और सेनेटरी लैंडफिल के निर्माण कार्य का शिलान्यास, 44.61 करोड़ की लागत से जयपुर के पंडित दीनदयाल उपाध्याय अस्पताल विस्तार कार्य, जयपुर के कंवर नगर ब्रह्मपुरी में नए डिग्री कॉलेज का निर्माण और खेल सुविधाएं विकसित करने, सरकारी बालिका वरिष्ठ स्कूल का विस्तार लागत 13.86 करोड़ रुपए का शिलान्यास और जयपुर परकोटे में 5.24 करोड़ की लागत से हैरिटेज स्ट्रीट लाइटें काम का शुभारंभ करेंगे। इसके साथ ही 85.71 करोड़ के तीन प्रोजेक्टों का लोकार्पण भी करेंगे, जो यूडीएच से संबंधित है।
मुख्यमंत्री 18 को करेंगे लोकार्पण व शिलान्यास
राजस्थान में हर बार दिसम्बर में खिसकती रही मुख्यमंत्री के शपथ ग्रहण की तारीख
करीब तीन दशक से मुख्यमंत्री के शपथ ग्रहण की तारीख किसी न किसी कारण से खिसकती रही। हालांकि शपथग्रहण समारोह दिसम्बर में ही होते रहे हैं। कई बार तारीख में बदलाव अच्छे मुहूर्त के चलते हुए तो, वर्ष 2018 में रिजल्ट आने के करीब एक सप्ताह तक कांग्रेस में मुख्यमंत्री पद को लेकर चली अंतकर्लह के चलते 17 सितम्बर को शपथ ग्रहण हो पाया। दिसम्बर माह में शपथ ग्रहण का सिलसिला वर्ष 1993 में मध्यावधि चुनाव से शुरू हुआ, जिसमें भैरोसिंह शेखावत ने चार दिसम्बर को शपथ ली थी। शेखावत सरकार को छह दिसम्बर ( बाबरी विध्वंस) की घटना के चलते राष्टÑपति ने भंग कर दिया था। इसके बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पहली बार राज्य के मुख्यमंत्री के रूप में एक दिसम्बर, 1998 को शपथ ग्रहण की थी। मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे ने शुभ मुहूर्त के चलते आठ दिसम्बर, 2003 को शपथ ली थी। अशोक गहलोत ने दूसरी बार मुख्यमंत्री के रूप में शपथ 12 दिसम्बर, 2008 को ग्रहण की थी। उस समय कांग्रेस के तत्कालीन प्रदेशाध्यक्ष डॉ.सीपी जोशी सहित अन्य दिग्गज चुनाव हार गए थे। दिल्ली से आए पर्यवेक्षकों ने 11 दिसम्बर की बैठक में गहलोत को विधायक दल का नेता घोषित किया था। अगले दिन उन्होंने मुख्यमंत्री की शपथ ली थी। वसुन्धरा राजे ने दूसरी बार मुख्यमंत्री के रूप में शपथ 13 दिसम्बर, 2013 को ली थी। अशोक गहलोत ने तीसरी बार मुख्यमंत्री के रूप में शपथ 17 दिसम्बर, 2018 को ली थी।
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