बरसों पुराने कचरे का अलग-अलग कामों में होगा उपयोग

एक साल में आधे कचरे का भी नहीं होगा निस्तारण

बरसों पुराने कचरे का अलग-अलग कामों में होगा उपयोग

ट्रेचिंग ग्राउंड में नगर निगम कोटा उत्तर व कोटा दक्षिण से रोजाना करीब 400 टन कचरा पहुंच रहा है। ऐसे में बरसात में जगह नहीं होने से अधिकतर वाहन रास्ते में ही कचरा डाल रहे थे। रास्ता कच्चा होने से वाहन अंदर तक जाने में परेशानी होती थी।

कोटा। नगर निगम कोटा उत्तर क्षेत्र के नाता स्थित ट्रेचिंग ग्राउंड में  बरसों पुराने कचरे के निस्तारण का काम किया जा रहा है। इस कचरे का उपयोग अलग-अलग-कामों में किया जा सकेगा। हालांकि एक साल में ट्रेचिंग ग्राउंड के पुराने आधे कचरेग का भी निस्तारण नहीं हो पाएगा। शहर में नगर निगम द्वारा करवाई जा रही सफाई से रोजाना निकल रहे कचरे को डम्परों व टैक्टर ट्रॉलियों से नांता स्थित ट्रेचिंग ग्राउंड पर पहुंचाया जा रहा है। हालत यह है कि यहां करीब 20 साल से अधिक समय से कचरा डाला जा रहा है। लेकिन उसका निस्तारण नहीं किया गया। जिससेवहां कचरे के  बड़े-बड़े पहाड़ बन चुके हैं। उन पहाड़ों के कारण ट्रेचिंग ग्राउंड में कचरा डालने की जगह तक नहीं बची थी। जिससे वहां की व्यवस्था लगाार बिगड़ती जा रही थी। इसे देखते हुए नगर निगम की ओर से पहली बार प्रयास कर उस पुराने कचरे का निस्तारण कराया जा रहा है। 

तीन तरह से हो रही कचरे की छंटनी
संवेदक द्वारा बड़ी-बड़ी मशीनों से कचरे का सेग्रीगेशन(छटनी) की जा रही है। इस कचरे को तीन अलग-अलग भागों में बाटकर कचरे को अलग किया जा रहा है। इसमें से कम्पो’ड कचरा, गिट्टी, कपड़ा व पॉलिथीन के कचरे की अलग-अलग छटनी की जा रही है। कम्पो’ड कचरे का उपयोग खेतों में खाद के रूप में, गिट्टी-मिट्टी का उपयोग सड़क बनाने में और कपड़े व पॉलिथीन का उपयोग फैक्ट्रियों में किया जा सकेगा। 

गर्मी व बरसात में होती है समस्या
ट्रेचिंग ग्राउंड में जमा कचरे के ढेर से हर साल गर्मी और बरसात में समस्या होती है। बरसात में कचरे में पानी भरने से दुर्गंध निकलती है। वहीं गर्मी में कचरे में आग लगने से जहरीली गैसों वाला धुंआ उठता है। जिससे नाता व आस-पास के क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। इस ट्रेचिंग ग्राउंड को यहां से शिफ्ट करने की मांग कई बार हो चुकी है। साथ ही एनजीटी ने भी निगम अधिकारियों से उस कचरे के निस्तारण समय पर नहीं करने से नाराजगी जताई थी। 

पांच लाख क्यूबिक मीटर कचरा होगा साफ
नगर निगम की ओर से निजी फर्म को कचरे के निस्तारण का ठेका दिया गया है। जानकारी के अनुसार ट्रेचिग ग्राउंड में करीब 9 लाख क्यूविक मीटर से अधिक कचरा जमा है। उसमें से निगम ने पहले फेज में करीब पांच लाख क्यूविक मीटर कचरे के निस्तारण का ठेका दिया है।  16.10 करोड़ रुपए से संवेदक द्वारा उस कचरे का निस्तारण एक साल में किया जाएगा। 

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एक किमी सीसी रोड को कराया कचरे से खाली
ट्रेचिंग ग्राउंड में नगर निगम कोटा उत्तर व कोटा दक्षिण से रोजाना करीब 400 टन कचरा पहुंच रहा है। ऐसे में बरसात में जगह नहीं होने से अधिकतर वाहन रास्ते में ही कचरा डाल रहे थे। रास्ता कच्चा होने से वाहन अंदर तक जाने में परेशानी होती थी। निगम ने यहां ससी रोड बनाया तो उसे भी कचरे से पाट दिया गया था।  ट्रेचिंग ग्राउंड के प्रभारी सहायक अभियंता अजीत सिंह ने बताया कि जेसीबी व डोजर मशीनों की  सहायता से करीब एक से डेढ़ किमी. की सीसी रोड को कचरे से मुक्त करवाया गया है। उस पीरे कचरे को सीसी रोड से पीछे की तरफ धकेला गया है। ऐसे में सीसी रोड खाली होने से अब वाहन ट्रेचिंग ग्राउंड में अंदर तक जा सकेंगे। 

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इनका कहना है
ट्रेचिंग ग्राउंड में करीब 20 साल से अधिक समय से कचरा डाला जा रहा है। जिससे वहां पहाड़  खड़े हो गए थे। उस कचरे का पहली बार निगम द्वारा निस्तारण कराया जा रहा है। करीब 9 लाख क्यूविक मीटर कचरे में से पहले चरण में 5 लाख क्यूविक मीटर कचरे को साफ कराया जा रहा है। संवेदक द्वारा कचरे की छटनी कर उसे साफ किया जा रहा है। एक साल में आधा ट्रेचिग ग्राउंड साफ होकर मैदान नजर आने लगेगा। इसके बाद शेष कचरे को भी साफ कराया जाएगा। 
-मंजू मेहरा, महापौर, नगर निगम कोटा उत्तर 

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