
एलन कोचिंग के छात्रों के आत्महत्या प्रकरणों में मानवाधिकार आयोग ने लिया प्रसंज्ञान
दैनिक नवज्योति में प्रकाशित समाचारों का दिया हवाला
कल्ला ने अपने पत्र में दैनिक नवज्योति में प्रकाशित तथ्यात्मक खबरों का हवाला दिया है। नवज्योति ने अपने 27 मई के अंक में मां का दर्द-बोली किसी बच्चे को अब कोटा नहीं भेजूंगी के शीर्षक से समाचार प्रकाशित किया था।
जयपुर। एलन कोचिंग संस्थान के छात्रों के आत्महत्या प्रकरणों में राजस्थान राज्य मानवाधिकारी आयोग ने प्रसंज्ञान लिया है। आयोग ने कोटा रेंज के पुलिस महानिरीक्षक और जिला कलक्टर से एक माह में तथ्यात्मक रिपोर्ट देने के निर्देश दिए हैं। आयोग के अध्यक्ष जीके व्यास ने यह प्रसंज्ञान जोधपुर निवासी एडवोकेट डॉ. गोपालराज कल्ला के पत्र पर लिया है। कल्ला ने आयोग को पत्र लिखकर एलन कोचिंग संस्थान के छात्रों के लगातार आत्महत्या करने की घटनाओं पर ध्यान आकर्षित किया था। उन्होंने आयोग से हस्तक्षेप करने की मांग भी की है। कल्ला ने अपने पत्र में दैनिक नवज्योति में प्रकाशित तथ्यात्मक खबरों का हवाला दिया है। नवज्योति ने अपने 27 मई के अंक में मां का दर्द-बोली किसी बच्चे को अब कोटा नहीं भेजूंगी के शीर्षक से समाचार प्रकाशित किया था।
पिछले 27 दिनों में एलन कोचिंग के 5 छात्र आत्महत्या कर चुके हैं। गत शनिवार को ही साक्षी नाम की छात्रा ने आत्महत्या की थी। इससे पहले बुधवार की देर रात भी एक छात्र ने सुसाइड कर लिया था। बिहार का आर्यन पिछले 1 साल से कोटा में रह रहा था। वह अभी 12वीं कक्षा में था और इसके साथ नीट की तैयारी भी कर रहा था। अब लगातार हो रहे इन आत्महत्या के मामलों के बाद एलन कोचिंग संस्थान पर छात्रों के परिजन सवाल भी उठा रहे हैं। अकेले एलन इंस्टीट्यूट में इस साल 5 महीनों में 8-9 छात्र सुसाइड कर चुके हैं, लेकिन एलन संस्थान की तरफ से अभी तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। इस संबंध में आयोग के अध्यक्ष गोपान कृष्ण व्यास ने बताया कि एडवोकेट डॉ. गोपालराज कल्ला के पत्र पर प्रसंज्ञान लिया गया है। कोचिंग संस्थानों के छात्रों के आत्महत्या की घटनाएं काफी गंभीर है। आयोग ने पुलिस महानिरीक्षक और कलक्टर से 20 जून तक रिपोर्ट पेश करने को कहा है।
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