शाहाबाद घाटी में क्षतिग्रस्त सुरक्षा दीवार, हादसों का खतरा
घाटी बनी डेंजर जोन
ठेकेदार की लापरवाही के चलते सुरक्षा दिवार क्षतिग्रस्त हो गई और दुर्घटना का खतरा मंडरा रहा है।
शाहाबाद। उपखंड मुख्यालय शाहाबाद को जाने के लिए नेशनल हाईवे 27 से लगभग 3 से 4 किलोमीटर घाट सेक्शन से गुजरना पड़ता है। शाहाबाद घाटी की सुरक्षा दीवार क्षतिग्रस्त हो रही है, जिससे हादसे का खतरा बना हुआ है। यह रास्ता प्राचीन समय से है तथा शाहबाद आने वाले सभी वाहन इसी घाटी क्षेत्र से होकर शाहाबाद पहुंचते हैं। सरकार द्वारा लगभग 5 करोड़ की लागत से डामरीकरण मरम्मत कार्य सड़क का कराया गया जिसको लगभग एक माह से अधिक समय गुजर गया। ठेकेदार द्वारा सड़क से जो मलवा खुद गया था हटाया गया था। उसको बाउंड्री वॉल सुरक्षा दीवार के पीछे फेंका गया जिससे दर्जनों जगह सुरक्षा दिवार क्षतिग्रस्त हो गई और दुर्घटना का खतरा मंडरा रहा है।
सुरक्षा दीवार से ऊंचा हुआ रोड
नवीन रोड निर्माण में सुरक्षा दिवार से कई जगह रोड ऊंचा हो गया है और सुरक्षा दिवार निचे रह गई जबकि यह घाटी क्षेत्र है ऐसे में सुरक्षा दीवार का नीचे होना बड़ी दुर्घटना को निमंत्रण दे रहा है। क्योंकि इस घाटी में विकट मोड भी तीन जगह हैं। ऐसे में सुरक्षा दिवार क्षतिग्रस्त एवं नीची रह जाने के कारण कभी भी बड़ी दुर्घटना घटित हो सकती है। ठेकेदार की लापरवाही के चलते जिस जगह सुरक्षा दिवार क्षतिग्रस्त है या नीचे रह गई है। वहां पर वैकल्पिक रूप से सुरक्षा के इंतजाम करने चाहिए थे परंतु इंतजाम नहीं किए गए।
रोड निर्माण में नहीं की गई पानी निकासी की व्यवस्था
कस्बे के बाबूलाल पटवारी सुरेश सोनी ने बताया कि 5 करोड़ की लागत से जो रोड का निर्माण घाटी क्षेत्र में कराया गया है। वहां पर पहाड़ों से आने वाले पानी निकासी की व्यवस्था भी बिल्कुल भी नहीं की गई। बरसात के समय में यह पानी रोड पर आएगी और पूरा रोड खराब हो जाएगा। जबकि पहाड़ी इलाका होने के साथ बरसात का पानी सबसे अधिक रोड पर आता है। यदि ऐसे में पानी निकासी की व्यवस्था नालियों के माध्यम से नहीं की गई तो पूरा रोड खराब हो जाएगा। हरिशंकर शर्मा, महेंद्र राजेंद्र तोमर, पवन शर्मा आदि ने रोड के दोनों तरफ बरसाती पानी की निकासी की व्यवस्था करने और सुरक्षा दीवार को ठीक करने की मांग की है।
सड़क ठेकेदार ने पैंथर मूवमेंट इलाके में सड़क से निकले हुए मलबे को फेंका
कोटा शिवपुरी नेशनल हाईवे 27 से शाहाबाद कस्बे को जोड़ने वाली पुरानी घाटी क्षेत्र में सड़क का निर्माण कर चल रहा है। इस दौरान सड़क की खुदाई से निकला हुआ मलबा वन क्षेत्र की भूमि में डाल दिया है और निर्माण कार्य के दौरान कई पेड़ों को भी क्षतिग्रस्त कर दिया है। चार-पांच किलोमीटर घाटी क्षेत्र में बनाई जा रही सड़क के दोनों और गहरे गड्ढे बने हुए हैं और बाउंड्रीवॉल भी क्षतिग्रस्त है। इसका निर्माण कार्य आरएसआरडीसी के माध्यम से एक कार्य एजेंसी करा रही है । निर्माण कार्य में ठेकेदार की मनमानी के चलते पैंथर के मूवमेंट एरिया में सड़क से निकलने वाले मलबे को फेंक दिया है और इस दौरान कई पेड़ों को भी नुकसान पहुंचा दिया है। सड़क निर्माण का कार्य लगभग 5 करोड़ की लागत से किया जा रहा है।
घाटी क्षेत्र में सड़क निर्माण कार्य के दौरान ठेकेदार ने सड़क के मलबे को वन भूमि में डाल दिया है तो इसके खिलाफ उचित कार्रवाई वन विभाग द्वारा की जाएगी।
- हाफिज मोहम्मद, क्षेत्रीय वन अधिकारी शाहाबाद
शाहाबाद पुरानी घाटी क्षेत्र में लगभग 5 करोड़ की लागत से निर्माण कर करवाया जा रहा है। एक साइड में कंक्रीट डालेंगे बाउंड्री वाल बनाएंगे। निर्माण के दौरान मलबा सड़क का निकला है। उसको सुरक्षित स्थान पर फेंकना है, नुकसान किसी का ना हो। नाली निर्माण के लिए घाटी क्षेत्र में जगह नहीं है।
- मनोज माथुर, प्रोजेक्ट डायरेक्टर, आरएसआरडीसी, झालावाड़

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