रामलला का 81 कलशों से स्नान
वास्तु पूजा भी हुई सम्पन्न, सुबह शुरू हुआ अनुष्ठान शाम तक चला
श्रीराम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा का अनुष्ठान पांचवें दिन जारी रहा जहां वास्तु पूजा भी सम्पन्न हुई। रामलला का पुराना विग्रह अभी पूर्वत: विद्यमान है।
एजेंसी/अयोध्या। रामनगरी अयोध्या में श्रीरामजन्मभूमि पर भव्य मंदिर के गर्भगृह में रामलला के प्राण प्रतिष्ठा अनुष्ठान में जगमोहन पर स्थापित मूर्ति को इक्यासी कलशों से स्नान कराया गया है। मंदिर में मुख्यत: वास्तु पूजा सम्पन्न हुई। इस पूजा में श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की तरफ से डॉ. अनिल मिश्रा सपरिवार मौजूद रहे। काशी से आठ रामलला के प्राण प्रतिष्ठा में अनुष्ठान करा रहे अरुण कुमार दीक्षित ने बताया कि शनिवार सुबह जगमोहन पर स्थापित मूर्ति को शुद्ध करने के लिए इक्यासी कलशों के विविध औषधि युक्त जल से अचल विग्रह को वैदिक मंत्रोच्चार के बीच स्नान कराया गया। उन्होंने बताया कि भगवान रामलला के विग्रह को पहले शर्कराधिवास फिर फलाधिवास में रखा गया। इसके बाद इक्यासी कलशों में एकत्रित विविध औषधियुक्त जल से स्नान कराया गया। उन्होंने बताया कि श्रीराम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा का अनुष्ठान आज पांचवें दिन सुबह नौ बजे से शुरू हुआ जो पूजा अनुष्ठान शाम तक चला।
इन्होंने कराया अनुष्ठान
काशी से आए दीक्षित ने बताया कि आचार्य लक्ष्मीकांत दीक्षित, अरुण कुमार दीक्षित, सुनील दीक्षित, अशोक वैदिक दीक्षित, राजेन्द्र वैदिक उर्फ पुरुषोत्तम के अलावा देश के विभिन्न प्रांतों से जैसे महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु के एक सौ इक्कीस पंडितों ने रामलला के प्राण प्रतिष्ठा अनुष्ठान में जगमोहन पर स्थापित मूर्ति को इक्यासी कलशों से स्नान मंत्रोच्चार के द्वारा कराया।
पुराने विग्रह भी मंदिर में होंगे विराजमान
श्रीराम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा का अनुष्ठान पांचवें दिन जारी रहा जहां वास्तु पूजा भी सम्पन्न हुई। रामलला का पुराना विग्रह अभी पूर्वत: विद्यमान है। उचित समय पर उसे पूरे धार्मिक विधि विधान के साथ मंदिर में विराजमान किया जाएगा।
22 जनवरी को सुबह 10.30 बजे पहुंचेंगे मोदी
मोदी 22 जनवरी यानी प्राण प्रतिष्ठा के दिन ही अयोध्या आएंगे। वह 4 घंटे रामनगरी में रुकेंगे। सुबह 10.30 बजे विमान से अयोध्या के महर्षि वाल्मीकि इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर उतरेंगे। 11 बजे राम मंदिर पहुंच जाएंगे। यहां 3 घंटे रुकेंगे। प्राण प्रतिष्ठा में शामिल होने से पहले वे राम मंदिर परिसर में लगी जटायु की प्रतिमा का अनावरण कर पूजा करेंगे।
अयोध्या की सीमाएं सील
शनिवार रात 8.00 बजे अयोध्या की सीमाएं सील कर दी गर्इं। अब 23 तारीख तक कोई भी अयोध्या की सीमा में नहीं प्रवेश कर पाएगा। सिर्फ प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में आमंत्रित अतिथि ही आ पाएंगे। इन्हें पास दिया गया है। पास देखकर ही एंट्री दी जाएगी।
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