असर खबर का - पौधों को पानी पिलाने के लिए यूआईटी ने लगाए 15 टैंकर
नवज्योति में खबर प्रकाशित होने के बाद जागा नगर विकास न्यास
पौधों की छंटाई करवाने के साथ मिट्टी की निराई-गुढ़ाई भी करवाई।
कोटा। नए बस स्टैंड स्थित 80 फीट लिंक रोड पर डिवाइडर में लगे पौधों को पानी मिलने लगा है। पहले दिन 15 टैंकरों की मदद से तीन किमी की सड़क पर लगे हजारों पौधों की प्यास बुझाई गई। दैनिक नवज्योति ने 20 मार्च के अंक में धूप से नहीं लापरवाही से टूटा हजारों पौधों का दम...शीर्षक से खबर प्रकाशित की थी। जिसके बाद नगर विकास न्यास के अधिकारी हरकत में आए और तुरंत टैंकर लगाकर पौधे की नियमित सार-संभाल के लिए ठेकेदार को पाबंद किया।
एक साल बाद मिला पौधों को पानी
नए बस स्टैंड के आगे अंडरपास से बोरखेड़ा चौराहे तक करीब ढाई किमी की सड़क पर डिवाइडर में करीब दो हजार से ज्यादा पौधे लगे हुए हैं, जो सार-संभाल के अभाव में सूख गए। दैनिक नवज्योति में खबर प्रकाशित होने के बाद बुधवार को पौधों को एक साल बाद पानी नसीब हुआ। व्यापारियों का कहना है कि वर्ष 2019 में यहां आकर्षक फूलों वाले पौधे लगाए गए थे। जिससे शहर की सुंदरता बढ़ने के साथ वाहन चालकों को हाई बीम से बचाते थे। लेकिन, यूआईटी अधिकारियों की लापरवाही से हरे पौधे सूखी झाड़ियों में बदल गए। एक साल से न तो उन्हें पानी दिया गया और न ही सार-संभाल की गई। जैसे ही नवज्योति में खबर प्रकाशित हुई तो अधिकारियों को अपनी जिम्मेदारी याद आ गई और पौधों को पानी मिल सका।
पौधों की सार-संभाल के लिए ठेकेदार को किया पाबंद
यूआईटी के एईएन सागर मीणा ने बताया कि पहले दिन 15 टैंकर लगाकर पौधों को पानी दिया गया। साथ ही पौधों की छटाई भी गई। मिट्टी की निराई-गुढ़ाई करवाकर नियमित सार संभाल के लिए ठेकेदार को पाबंद किया है। वहीं, नियमित मॉनिटरिंग के लिए इंजीनियरों को भी निर्देशित किया है।
Comment List