पीएम कुसुम योजना : स्थापित हुए 42 मेगावाट क्षमता के 15 सोलर प्लांट
बिजली सुलभ हो सकेगी
कंपोनेंट-सी के अन्तर्गत जयपुर डिस्कॉम में अब तक 52.63 मेगावाट क्षमता के कुल 20 सोलर प्लांट स्थापित हो चुके हैं। जिनसे 5,575 किसानों को खेती के लिए दिन में बिजली उपलब्ध हो रही है।
जयपुर। प्रदेश में पीएम कुसुम योजना के कंपोंनेंट-सी के अन्तर्गत बहरोड़-कोटपूतली जिले के बानसूर सब डिवीजन क्षेत्र में एक साथ दो सोलर प्लांट स्थापित किए गए। कुल 5.26 मेगावाट क्षमता के इन दोनों प्लांटों से बालावास तथा भूपसेड़ा ग्रिड सब स्टेशन से जुड़े 547 किसानों को कृषि कार्य के लिए दिन में बिजली सुलभ हो सकेगी। बीते दो माह में जयपुर डिस्कॉम में कुसुम योजना के कंपोनेंट-सी के अन्तर्गत कुल 42 मेगावाट क्षमता के 15 प्लांट स्थापित किए जा चुके हैं। इनमें कोटपूतली सर्किल में सर्वाधिक सात, भिवाड़ी वृत्त में पांच तथा जयपुर जिला उत्तर, जयपुर जिला दक्षिण और झालावाड़ वृत्त क्षेत्र में एक-एक सौर ऊर्जा संयंत्रों से बिजली उत्पादन शुरू किया गया है। कंपोनेंट-सी के अन्तर्गत जयपुर डिस्कॉम में अब तक 52.63 मेगावाट क्षमता के कुल 20 सोलर प्लांट स्थापित हो चुके हैं। जिनसे 5,575 किसानों को खेती के लिए दिन में बिजली उपलब्ध हो रही है।
वहीं अजमेर एवं जोधपुर डिस्कॉम को मिलाकर तीनों डिस्कॉम में 80.89 मेगावाट क्षमता के कुल 31 प्लांट स्थापित किए जा चुके हैं। जिनसे 7,813 किसानों का खेती के लिए दिन में बिजली का सपना साकार हुआ है। कुसुम योजना को गति देने के लिए करीब डेढ़ महीने पहले एसओपी एसओपी जारी करने की पहल की गई है। इसके तहत कंपोनेंट ए और सी के तहत सौर ऊर्जा संयंत्र स्थापित करने के लिए डिस्कॉम स्तर पर आवेदनों का सुव्यवस्थित एवं त्वरित निस्तारण किया जा रहा है। सोलर पावर प्लांट से उत्पन्न होने वाली सौर बिजली की निकासी के लिए 11 केवी एवं 33 केवी लाइन के अनुमोदनए प्लांट के लिए प्रस्तावित भूमि से एलटीए 11 केवी एवं 33 केवी लाइनों को जोड़ने आदि प्रक्रियाओं के लिए विभिन्न स्तरों पर स्वीकृति प्रदान करने के लिए अभियंताओं के स्तर पर समय सीमा का निर्धारण किया गया है।
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