भाजपा का लक्ष्य सटीक, चेहरे का गणित जीत
भाजपा को इनसे जीत की पूरी उम्मीद है
अब भाजपा ने लोकसभा चुनावों में राजसमंद सीट पर जीत के लिए महिमा विश्वराज मेवाड़ा को टिकट देकर उम्मीदवार बनाया है।
जयपुर। राजस्थान में भाजपा का लक्ष्य इस बार फिर से सभी सीटें जीतकर हैट्रिक बनाने की है। इसके चलते भाजपा ने केवल जीत के समीकरणों को तवज्जो दी है, जो चेहरा जीत का रास्ता बनाता दिखा, उसे प्रत्याशी बनाकर मैदान में उतारा गया। ऐसे में राजस्थान में भाजपा ने जीताऊ माने जाने दावेदारों को मैदान में उतारा है। चार सीटों राजसमंद, अजमेर, झुंझनूं और नागौर में भाजपा ने जिन प्रत्याशियों को मैदान में उतारा है, वह पार्टी की टिकट चयन की प्रक्रिया की सामान्य गाइडलाइन के इत्तर हैं, लेकिन भाजपा को इनसे जीत की पूरी उम्मीद है।
परिवार में विधायक पत्नी को टिकट दिया
पिछले विधानसभा चुनावों से पूर्व राजपरिवार के विश्वराज मेवाड़ा भाजपा में शामिल हुए थे। उन्होंने कुछ माह बाद ही उन्हें चुनावों में नाथद्वारा से विधानसभा का प्रत्याशी बनाया और वे भाजपा की उम्मीद पर खरे उतरे। अब भाजपा ने लोकसभा चुनावों में राजसमंद सीट पर जीत के लिए महिमा विश्वराज मेवाड़ा को टिकट देकर उम्मीदवार बनाया है।
पार्टी ने ज्योति पर फिर दिखाया भरोसा
नागौर से ज्योति मिर्धा प्रत्याशी हैं। वे पिछले विधानसभा चुनावों से पूर्व ही भाजपा में शामिल हुई थीं। तब चुनावों में उन्हें नागौर से विधानसभा चुनाव में मौका दिया गया, लेकिन वे हार गर्इं थीं, लेकिन मिर्धा परिवार की नागौर में पापुलेरिटी, जाट बेल्ट में पकड़ और महिला चेहरे के चलते फिर से मौका दिया गया है। भाजपा को उम्मीद है कि वे कांग्रेस से गठबंधन के बाद आरएलपी के हनुमान बेनीवाल को शिकस्त देंगी। इस सीट पर ये भी रोचक है कि पिछले लोकसभा चुनाव 2019 में भी इन दोनों ही प्रत्याशियों के बीच मुकाबला था पर तब ज्योति कांग्रेस से और हनुमान भाजपा के साथ गठबंधन में उनके साथ थे।
सांसद भागीरथ विधानसभा चुनाव हारे, चेहरा फिट दिखा तो टिकट
भाजपा के अजमेर सांसद भागीरथ चौधरी को पिछले विधानसभा चुनावों में किशनगढ़ विधानसभा से टिकट दिया गया था। उनके सामने भाजपा से बागी होकर कांग्रेस में शामिल हुए विकास चौधरी थे। विकास से वे चुनाव हार गए। चर्चा थी कि भाजपा हारे हुए लोकसभा सांसदों को टिकट नहीं देगी, लेकिन भाजपा को अजमेर में भागीरथ से मजबूत चेहरा नहीं दिखा तो भाजपा ने उन्हें लोकसभा चुनावों में फिर से मैदान में उतारा है। उनके अलावा विधानसभा में हारे हुए किसी उम्मीदवार को भाजपा ने टिकट नहीं दिया।
Comment List