भीषण गर्मी और देखरेख के अभाव में सूखने लगे डिवाइडर के बीच लगे पौधे
हरियाली खोता जा रहा नेशनल हाईवे 27 जिम्मेदारों की लापरवाही से सरकारी पैसों की हो रही बर्बादी
नेशनल हाईवे 27 पर लगाए गए पेड़ पौधे पनप नहीं रहे हैं।
राजपुर। आदिवासी अंचल क्षेत्र में गर्मी का कहर बुरी तरह बरपा हुआ है। इसकी एक बानगी कोटा शिवपुरी नेशनल हाईवे 27 पर भी देखने को मिल रही है। जब कोटा शिवपुरी नेशनल हाईवे 27 का निर्माण कार्य हुआ था तो हजारों पेड़ पौधे काटे गए थे। इसके बदले में नेशनल हाईवे 27 के डिवाइडर और साइड में पेड़ पौधे लगाए गए थे लेकिन जिम्मेदारों की लापरवाही और मनमानी के चलते अब पेड़ पौधे सूखने लगे हैं। इसको लेकर कोई भी ध्यान नहीं दे रहा है तथा पेड़ पौधों की सुरक्षा भी भगवान भरोसे ही बनी हुई है। राहुल शिवहर,े हेमंत भार्गव, एडवोकेट डेबिट भार्गव, मनोज कुमार रामदयाल मेहता, अनिल पुरी, रवि सोनी, सोनू राठौर, दिलीप कुमार आदि ने बताया कि पहले इस सड़क मार्ग पर बड़े-बड़े पेड़ पौधे हुआ करते थे जो राह चलते लोगों के लिए आरामदायक छाया देते थे लेकिन हाईवे निर्माण के दौरान काटे गए पेड़ों की भरपाई के बदले यह पौधे हाईवे पर नेशनल हाईवे अथॉरिटी द्वारा लगवाए गए थे लेकिन इन पौधों की सुरक्षा और सार संभाल को लेकर कोई ध्यान नहीं दे रहा है।
बिगड़ता जा रहा पर्यावरण संतुलन
नेशनल हाईवे 27 पर लगाए गए पेड़ पौधे पनप नहीं रहे हैं। इसके चलते पर्यावरण संतुलन भी बिगड़ता जा रहा है। इसको लेकर नेशनल हाईवे अथॉरिटी विभाग के जिम्मेदार अधिकारियों को ध्यान देना चाहिए और लापरवाह संवेदकों को के खिलाफ उचित कार्रवाई करना चाहिए ताकि नेशनल हाईवे 27 पर पेड़ पौधे और हरियाली दिखने लगे। जिस राह चलते लोगों को गर्मी के दिनों में राहत महसूस हो।
गर्मी से झुलसे और सूख चके है पौधे
इसके चलते पौधे झुलस चुके हैं और कई पौधे पूर्ण तरीके से सूख कर नष्ट भी हो चुके हैं। उल्लेखनीय बात तो यह है कि नेशनल हाईवे अथॉरिटी पेड़ पौधों की सुरक्षा और देखरेख व पौधों में पानी पिलाने को लेकर लाखों करोड़ों रुपए की टेंडर प्रक्रिया होती है लेकिन टेंडर प्रक्रिया के टेंडर होने के बाद ठेकेदार और नेशनल हाईवे अथॉरिटी कंपनी के अधिकारी इन पौधों की देखरेख और पानी पिलाने की महज खानापूर्ति कर रहे है और फर्जी बिल वाउचर ठेकेदार द्वारा लगाकर नेशनल हाईवे 27 पर लगे पेड़ पौधों की सुरक्षा पर पानी पिलाने और देखे कह के नाम पर फर्जी बिल लगाकर भुगतान उठा लिया जाता है।
पेड़-पौधों की सुरक्षा भगवान भरोसे
भीषण गर्मी में आम जनजीवन घरों से बाहर नहीं निकल रहा है और गर्मी की तेज हवाओं को सहन नहीं कर पा रहा है तो यह छोटे-छोटे पौधे कैसे सहन कर पाएंगे। इन पेड़ पौधों के लिए जीवित रहने के लिए इनमें खाद पानी निदाई गुड़ाई और सुरक्षा के बंदोबस्त नेशनल हाईवे अथॉरिटी के ठेकेदार को करना चाहिए लेकिन ठेकेदार पेड़ पौधों की सुरक्षा को लेकर लापरवाह बना हुआ है नेशनल हाईवे 27 पर लगे पौधों की सुरक्षा भगवान भरोसे है तथा पेड़ पौधों की सुरक्षा वह देखरेख के नाम पर लाखों करोड़ों रुपए का बजट ठेकेदार उठा रहे है। इसको लेकर जिम्मेदार विभाग या अधिकारी कोई ध्यान नहीं दे रहे हैं और पेड़ पौधे नेशनल हाईवे 27 पर सूखकर नष्ट होते जा रहे हैं। इससे पर्यावरण प्रदूषण कंट्रोल में नहीं हो रहा है और हालात भीषण गर्मी में भयावह होते जा रहे हैं।
नेशनल हाईवे 27 पर पानी के अभाव में पेड़ पौधे सूखते जा रहे हैं। इनको लेकर एएनएचआई विभाग की जिम्मेदारों को ध्यान देना चाहिए।
- राहुल शर्मा, दुकानदार।
कोटा शिवपुरी नेशनल हाईवे 27 पर पानी के अभाव में और गर्मी के चलते पेड़ पौधे सूख रहे हैं। संवेदक द्वारा पेड़ पौधों में पानी डालने का काम ठीक तरीके से नहीं किया जा रहा है। हाईवे अधिकारी इस और ध्यान दें।
- कल्याण सिंह कोली, ग्रामीण
नेशनल हाईवे 27 पर लगाए गए पौधे देखरेख के अभाव में नष्ट हो रहे हैं। नेशनल हाईवे अधिकारी कार्यकारी एजेंसी के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं कर रहे हैं। विभागीय अधिकारियों को मामले को लेकर गंभीरता दिखानी चाहिए ताकि नेशनल हाईवे 27 पर हरियाली बनी रहे।
- कल्लाराम प्रजापति, ग्रामीण
नेशनल हाईवे 27 डिवाइडर के बीच लगाए गए पेड़ पौधे पानी के अभाव में गर्मी से झुलस रहे है। इसके चलते पेड़ पौधे नष्ट हो रहे हैं और वृद्धि भी नहीं कर पा रहे हैं।
- अंकित भार्गव, दुकानदार
नेशनल हाईवे 27 कोटा शिवपुरी मार्ग पर डिवाइडर और सड़क मार्ग के दोनों लगाए गए पौधों में पानी डलवाने को संवेदक को बोला जाएगा पौधों को पानी पिलाने का काम चल रहा है। तेज गर्मी और गर्म हवाओं से छोटे-छोटे पेड़-पौधे झूलस भी रहे हैं।
- उमाकांत मीणा, प्रोजेक्ट डायरेक्टर, एनएचएआई 27
Comment List