खातों में जमा हुई हजारों की रकम, फिर घूस लेकर खाताधारकों को लौटाई

बड़ौदा राजस्थान क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक के बीसी ने मिलीभगत से किया घोटाला

खातों में जमा हुई हजारों की रकम, फिर घूस लेकर खाताधारकों को लौटाई

बैंक खातों में अचानक जमा हो गई थी हजारों की रकम, मामला उजागर होने के बाद जांच शुरू।

झालावाड़। जिले के मनोहरथाना स्थित बड़ौदा राजस्थान क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक के प्रबंधन और बीसी द्वारा मिलीभगत करके किसानों से उनके खातों में आए रुपए निकाले जाने के नाम पर 8000 रुपए वसूली का मामला सामने आया है। इस बैंक में किसानों और ग्रामीणों के हजारों खाता चल रहे हैं, जिनमें किसानों को सरकार की राहत योजनाओं एवं अन्य स्कीमों का पैसा आता है। मार्च माह में अचानक से कई खातों में 34-34 हजार रकम जमा हो गई। इस पर बैंक के लगभग हजारों खातों को फ्रीज कर दिया गया। इसके बाद बैंक बिजनेस कॉरेस्पोडेंट  (बीसी) के माध्यम से 8000 रुपए प्रति खाता वसूली कर खाता चालू कर दिया और खाताधारकों को शेष पैसे निकाल कर दे दिए। मामला उजागर होने के बाद हड़कम्प मच गया। अब इस मामले की प्रशासनिक जांच शुरू कर दी गई है। 

फिर चला बैंक में  मिलीभगत का खेल
जानकारी के अनुसार बड़ौदा राजस्थान क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक में 29 और 30 मार्च 2024 को  हजारों खातों में 34-34 हजार रुपए जमा हुए थे। कुछ खाते ऐसे थे जिनमें यह पैसा दो-दो बार भी आया। जैसे ही यह पैसे खातों में जमा हुए तो बैंक प्रबंधन द्वारा 2 अप्रैल को खाते फ्रीज कर दिए गए। इधर किसानों और ग्रामीणों को जब खातों में पैसा जमा होने के मैसेज आए तो वह पैसा निकालने बैंक पहुंचने लगे। बैंक मैनेजर अश्वनी नायक द्वारा उनको बैंक के बाहर बैठने वाले बैंक बीसी नंदराम के पास भिजवा दिया गया। वहां बैंक बीसी ने ग्रामीणों को बताया कि एक खाता चालू करने के 8000 लगेंगे, तुम मुझे 8000 दे दो मैं तुम्हारे खाते चालू करके बाकी पैसा तुम्हें दे दूंगा। वरना तुम्हें पैसे नहीं मिल पाएंगे। इसके बाद बैंक प्रबंधन और बैंक बीसी ने मिलीभगत करके हजारों खातों को पहले गलत तरीके से बंद किया। बाद में बैंक बीसी ने प्रत्येक खाता धारक से 8000 लेकर खाता चालू किया और शेष पैसा खाता धारक को दे दिया।

मेरे दो  खातों से काट लिए थे 16000 रुपए
मामले का भंडाफोड़ उस वक्त हुआ जब बैंक बीसी नंदराम और मनोहरथाना के बिशनखेड़ी निवासी सर्जन भील नामक व्यक्ति के मध्य बंद खाते को चालू करवाने एवं 8000 लेकर बैंक बीसी द्वारा खाता चालू किए जाने को लेकर बातचीत की फोन कॉल रिकॉर्डिंग वायरल हो गया।  जिसमें बैंक बीसी नंदराम, खाताधारक सर्जन भील को समझा रहा है कि अब काम करना मुश्किल हो गया है, क्योंकि लोगों को शक हो गया है। ऐसे में अब वह ज्यादा खाते चालू नहीं कर पाएगा। तुम मुझे 8000 दे देना मैं तुम्हारा खाता चालू करवा कर पैसे हाथों हाथ निकाल कर दे दूंगा। इस सम्बंध में सर्जन भील ने बताया कि मैने बैंक बीसी नंदराम से कॉल पर बात की थी। इसके बाद बीसी ने मेरे 2 बैंक खातों से 16000 रुपए काट लिए थे।

जनसुनवाई में भी आया था मामला
इसी माह 11 जुलाई को मनोहरथाना में झालावाड़ जिला कलक्टर अजय सिंह राठौड़ ने जनसुनवाई की थी। जिसमें मनोहर थाना के छुवाड़लिया गांव निवासी एक बुजुर्ग महिला सहित कई ग्रामीणों ने बैंक द्वारा खाते बंद करने और फिर 8000 रुपए रिश्वत लेकर खाता चालू करने की शिकायत जिला कलक्टर को की थी। मामला सामने आने के बाद जिला कलक्टर ने जांच करवाने की बात कही थी। अब मामला उजागर होने के बाद जिला कलक्टर जांच के आदेश जारी कर दिए हैं। इसके साथ ही टोंक, जयपुर, अलवर और नागौर सहित 7 जिला कलक्टरों को पत्र लिखकर मामले में जानकारी मांगी है, जहां से इन खातों में पैसा आया था।

Read More बारिश ने बिगाड़े हालात, बिजली बंद ने बढ़ाई मुसीबत

जानकारी देने के नाम पर लीपापोती का प्रयास
मनोहरथाना स्थित बड़ौदा राजस्थान क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक के मैनेजर अश्विनी नायक द्वारा इस मामले में पहले तो जांच के नाम पर कुछ भी नहीं बोलने की बात कही गई। मैनेजर ने बताया कि उसको जांच अधिकारियों ने जांच पूरी नहीं होने तक कुछ भी बोलने से मना किया है, लेकिन फिर मैनेजर ने बताया कि उसके द्वारा जो खाते बंद किए गए वह संदिग्ध मानकर बंद किए गए। अब सबसे पहला सवाल तो यह पैदा होता है कि मैनेजर द्वारा इस राशि को संदिग्ध कैसे मान लिया गया जबकि राशि सरकारी खातों से आई थी।  फिर मैनेजर द्वारा कहा गया कि उसको टोंक, नागौर जिला कलक्टर से पत्र मिला था जिसके आधार पर उसने खातों को बंद कर दिया।

Read More घर-घर में हुई गजानन की पूजा, गणेश मंदिरों में भव्य झांकियां सजाई एवं मेलों का आयोजन

जांच अधिकारी ने कहा, ‘नो कमेंट’
बड़ौदा राजस्थान क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक द्वारा विभागीय जांच के लिए सोहन शर्मा नामक कार्मिक को अजमेर से मनोहरथाना भेजा गया है। जांच अधिकारी सोहन शर्मा मामले के आरोपी बैंक मैनेजर और बैंक बीसी नंदराम को साथ ले जाकर लोगों के बयान ले रहे हैं ऐसे में किसी मिली भगत से इनकार कर पाना मुश्किल है। सोहन शर्मा से जब इस बाबत सवाल पूछा गया तो उन्होंने कह दिया नो कमेंट।

Read More अवैध हथियार के साथ 2 बदमाश गिरफ्तार, कारतूस बरामद

डेढ़ महीने तक चला भ्रष्टाचार का खेल
यहां भी एक मजेदार बात निकलकर सामने आती है कि मैनेजर ने 29 और 30 मार्च को खातों में पैसा आने के तुरंत बाद खाते फ्रिज करवा दिए, जबकि टोंक जिला कलक्टर द्वारा पत्र खातों में पैसा जमा होने के लगभग डेढ़ महीने बाद 15 मई 2024 को लिखा गया। जिसमें साफ तौर पर लिखा था कि टोंक जिले की उनियारा तहसील के किसानों का पैसा गलती से झालावाड़ चला गया है जिसको लौटने की कृपा करें, लेकिन उससे पहले ही डेढ़ महीने में बैंक प्रबंधन और बैंक बीसी नंदराम मिली भगत करके इस पैसे को खुर्द बुर्द चुके थे।

मैं बैंक में खाता चालू करवाने गया तो बैंक मैनेजर ने कहा कि आप नंदराम के पास जाओ जब मैं नंदराम के पास गया तो उसने मेरे से 8000 रुपए मांगे, मैने रुपए देने से मना कर दिया तो मेरा खाता चालू नही किया। मेरा बैंक खाता अभी भी बंद पड़ा है। बीसी नंदराम ने पूरे बैंक में फर्जीवाड़ा कर रखा है।   
- लाल सिंह, ग्रामीण छुवाडलिया

 बैंक में किसान कार्ड के पैसे निकालने गया तो मेरे खाते में 170000 रुपए थे, जिसमें से मेरे को 160000 रुपए दिए और 10000 रुपए बैंक मैनेजर ने रख लिए। जब मैने मैनेजर से पूछा कि 10000 रुपए किस बात के रखे तो उन्होंने बोला कि आपका किसान क्रेडिट कार्ड बनाया है उसके 10 हजार लिए हैं।
- धीरप सिंह, ग्रामीण, छुवाडलिया

मेरा खाता बंद हो रहा था तो मैं हाड़ौती बैंक में गई थी। मैनेजर बोला कि तुम नंदराम बीसी के पास जाओ जब मैं नंदराम के पास गई तो उसने मेरे और मेरे लड़के के खाते के 18 हजार मांगे। हमने देने की हां कर दी तो उसने खाता खोल दिया। उसके बाद 18 हजार रुपए काट कर बाकी के 25000 निकाल कर दे दिए।
- कंवरी बाई, ग्रामीण, छुवाड़लिया

बैंक प्रबंधन के विरुद्ध जो शिकायत मिली है. उसकी जांच की जा रही है तथा पैसा कहां से आया इसको लेकर भी जांच कर रहे हैं। बैंक के प्रबंधन के विरुद्ध बैंक की टीम भी जांच कर रही है तथा प्रशासनिक जांच भी करवाई जा रही है। मामले में जांच पूरी होने के बाद ही स्पष्ट रूप से कुछ कहा जा सकेगा।
- आशुतोष कुमार, लीड बैंक मैनेजर, झालावाड़ 

इस मामले में बैंक द्वारा जिस तरह से खाता बंद करने और 8000 रुपए लेकर वापस खाते चालू करने की बात सामने आ रही है. उसको लेकर जांच के आदेश दे दिए हैं। इसके अलावा सबसे महत्वपूर्ण बात है इन खातों में पैसा आना है। यह भी जांच का विषय है कि आखिर इन खातों में राजस्थान के साथ अलग-अलग जिलों से इतनी बड़ी तादाद में पैसा कैसे और क्यों आया?
- अजय सिंह राठौड़, जिला कलक्टर, झालावाड़ 

Post Comment

Comment List

Latest News

राजस्थान में रिफाइनरी का काम तय समय-सीमा में पूरा किया जाना चाहिए: गहलोत राजस्थान में रिफाइनरी का काम तय समय-सीमा में पूरा किया जाना चाहिए: गहलोत
उन्होंने कहा कि अब राज्य और केंद्र दोनों जगह भाजपा की सरकार है लेकिन गत मई तक रिफाइनरी का 79...
चांदी दो हजार रुपए और जेवराती सोना पांच रुपए सस्ता
युद्धाभ्यास तरंगशक्ति 2024 : सूर्यकिरण को देख शहरवासी अचंभित
आईएनए सोलर को राजस्थान बिजनेस समिट 2024 में सोलर पैनल मैन्युफैक्चरिंग में उत्कृष्टता का अवार्ड
जम्मू-कश्मीर में शांति के बिना पाकिस्तान से बातचीत का सवाल ही नहीं : अमित शाह
गणेश जी को सोने का वर्क धारण करवाया, प्रथम पूज्य की सजी 56 भोग की झांकी 
राजस्थान स्टेट गैस द्वारा गैल गैस को 32.50 लाख का लाभांश