खेत बने तालाब...फसलें तबाह, काश्तकारों के अरमानों पर फिरा पानी

लगातार बरसात बनी मुसीबत: उड़द, मक्का, सोयाबीन, धान, मक्का की फसल हुई खराब

खेत बने तालाब...फसलें तबाह, काश्तकारों के अरमानों पर फिरा पानी

मवेशियों के लिए चारा तक नहीं बचा।

सांवतगढ़। सांवतगढ़ सहित आसपास के क्षेत्र में लगातार हो रही बारिश से सैकड़ों बीघा खेतों में पानी भर गया है। इस वजह से फसलें तबाह हो गई है। ऐसे में किसानों के अरमानों पर पानी फिर गया। लंबे समय जिसे फसल को तैयार किया और उसक कटने का मौका आया तो पानी भरने से गल गई। ऐसे में अन्नदाताओं की सारी मेहनत पर पानी फिर गया और लाखों रुपए खर्च करने और दिन रात जागकर फसल की रखवाली की लेकिन  उनको मुनाफे के नाम पर एक ढेला तक नहीं मिल पाया। किसानों का आरोप है कि अभी तक प्रशासन द्वारा कोई सर्वे नहीं करवाया गया है। किसानों का कहना है कि बाजार से महंगे उर्वरक खरीदकर के हमने उड़द, मक्का, सोयाबीन, धान की फसलों की बुवाई की थी लेकिन लगातार हो रही बारिश से खेतों में पानी भर गया है और फसलें लगातार नष्ट हो रही है। जिससे हमें आर्थिक नुकसान हो रहा है। अभी तक फसल खराबे को लेकर कोई सर्वे नहीं करवाया गया है। इसको लेकर भी हम असमंजस में हैं। सरकार और प्रशासन से अनुरोध है कि जल्द ही सर्वे करवाकर हमको फसल खराबे का उचित मुआवजा दे।

खाळ पर बनी दोनों पुलिया के उपर 2 फिट पानी, आवागमन बाधित
सांवतगढ़ के नैनवां रोड पर बनी खाळ की पुलिया पर 2 फीट तक पानी की चादर चलने आवागमन बाधित हो गया और यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ा। बूंदी से जयपुर जाने वाली रोडवेज बस को सांवतगढ़ से ही वापस बूंदी डिपो के लिए लौटना पड़ा। साथ ही निजी बसें भी इस रूट पर नहीं आई। ग्रामीणों का कहना है कि इस पुलिया की ऊंचाई कम होने के कारण बरसात के दिनों में बार-बार आवागमन बाधित हो जाता है। इधर, सोरण रोड पर खाळ पर बनी पुलिया के ऊपर भी पानी का तेज बहाव रहा जिससे गली मोहल्लों और खेतों में पानी घुस गया।

क्षेत्रवासियों की पीड़ा
करीब 6 बीघा मक्का सोयाबीन की फसल की बुवाई की थी लगातार हो रही बारिश से खेतों में पानी भर जाने से फसल चौपट हो गई है। प्रशासन से विनम्र अनुरोध है कि सर्वे करवाकर उचित मुआवजा दिलवायें।
- किसान राकेश किराड,सांवतगढ़।

चार बीघा मक्का की फसल में लगातार हो रही बारिश से फसल जल मग्न हो गई है। महंगे उर्वरक लाकर बुवाई की थी लेकिन अब 1 रुपए की भी आमदनी के आसार नहीं है।
- किसान सोजीलाल प्रजापत,सांवतगढ़।

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14 बीघा में उड़द की फसल की बुवाई की थी अब तक 12 बीघा उड़द की फसल पूरी तरह से नष्ट हो चुकी है। और बची हुई फसल भी नष्ट होने के कगार पर हैं।
- किसान रामधन नागर,सांवतगढ़।

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खाळ का पानी खेतों में भर गया है जिससे 5 बीघा धान 3 बीघा उड़द और 2 बीघा मक्का की फसल नष्ट हो गई है। और साथ ही पशुओं के चारे में भी पानी भर गया है। अन्य जगह नहीं होने के कारण पशुओं को भी पानी में बांधने के लिए मजबूर हैं।
- किसान रामरतन नागर सांवतगढ़।

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लगातार बारिश और खाळ का पानी खेत में भर जाने से 5 बीघा मक्का और 1 बीघा उड़द की फसल पूरी तरह से गल गई है। जिससे आर्थिक नुकसान वहन करना पड़ रहा है। 
- किसान पप्पू किराड सांवतगढ़।

सार्वजनिक निर्माण विभाग की अनदेखी के चलते सांवतगढ़ से बांसी जाने वाले रास्ते पर छोटी पुलिया बना दी गई। जबकि ग्रामीणों ने यहां पिलर वाली बड़ी पुलिया बनाने की मांग की थी। लेकिन उस वक्त विभागीय अधिकारियों ने बात को अनसुना कर दिया। और नतीजा यह हुआ कि आज बरसात के दिनों में यह मार्ग बंद हो जाने से कई राहगीर परेशान होते हैं।
- रामप्रसाद राठौर,सांवतगढ़।

सांवतगढ़ खाळ की पुलिया पर चादर चलने से बसों को अन्य रूट से ले जाना पड़ा जिससे डीजल का अधिक भार वहन करना पड़ा और यात्री भी परेशान रहे। 
- शंकर गुर्जर,निजी बस संचालक।

ग्राम सांवतगढ़ में बारिश से किसानों की फसलों को भारी नुकसान हुआ है व जल मग्न हो गई है । सार्वजनिक निर्माण विभाग द्वारा बांसी रोड़ पर पुलिया छोटी व कम ऊंचाई की बनाने के कारण खेतों में पानी भर गया। आवागमन के साधन बाधित हो गए जिससे किसानों व आमजन को भारी समस्या का सामना करना पड़ रहा है। इस बाबत क्षेत्रीय सांसद व उच्चाधिकारियों को अवगत करा दिया है। 
- अर्चना कंवर, सदस्य पंचायत समिति हिंडोली।

इनका कहना है
सभी पटवारी अपने-अपने क्षेत्र में गिरदावरी कर रहे हैं,जहां फसल खराब होगी उसको गिरदावरी में दर्शाया जाएगा। 
- भूपेंद्र सिंह हाड़ा, नायब तहसीलदार, उप तहसील दबलाना

पूरी तरह से सर्वे कर के ही सांवतगढ़ के खाळ की पुलिया बनाई गई है। अत्यधिक बारिश होने से यह हालात बन गए हैं। सभी बांधों के ओवरफ्लो के कारण करीब-करीब सब जगह ऐसे हालात बने हुए है। 
- रामरतन नरानिया, एईएन, सार्वजनिक निर्माण विभाग नैनवां

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