निजीकरण के खिलाफ बिजली कर्मचारियों ने खोला मोर्चा, विद्युत भवन पर किया प्रदर्शन
हमारे महंगे असेट्स को सरकार सस्ते दामों पर बचेने को उतारु है
सरकार नहीं जागी तो सभी यूनियन मिलकर आंदोलन को आगे बढ़ाने की रणनीति तय करेगी।
जयपुर। बिजली निगमों में निजीकरण के मुद्दे पर 19 यूनियनों के संयुक्त संघर्ष मोर्चा के आह्वान पर कर्मचारी, अधिकारी और इंजीनियर्स ने विद्युत भवन पर धरना देकर विरोध प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि मांग पूरी नहीं होने तक लड़ाई जारी रहेगी। राजस्थान विद्युत संयुक्त संघर्ष समिति के पृथ्वीराज गुर्जर ने बताया कि बिजली कंपनियों को सरकार अलग-अलग मॉडल के माध्यम से बेचने की कोशिश कर रही है। हमारे महंगे असेट्स को सरकार सस्ते दामों पर बचेने को उतारु है। यह कवायद बिजली कर्मचारियों के साथ आम लोगों के हित में नहीं है। हमारे उत्पादन निगम के प्लांट को ज्वाइंट वेंचर के नाम पर बेचा जा रहा है, जबकि यह प्लांट सबसे सस्ती बिजली बना रही हैं। हमारा प्रसारण निगम आज तक घाटे में नहीं रहा। इसी तरह वितरण निगमों के हजारों जीएसएस को भी बेचने की तैयारी है।
आम उपभोक्ताओं और कर्मचारियों के नुकसान को देखते हुए आज प्रदर्शन में जयपुर डिस्कॉम, उत्पादन निगम, प्रसारण निगम के अधिकारी, कर्मचारी और इंजीनियर्स प्रदर्शन में शामिल हुए। हम नहीं चाहते कि किसी को कोई तकलीफ हो, लेकिन अगर सरकार हमें मजबूर करना चाहती है तो हम आंदोलन को आगे बढ़ाएंगे। प्रवक्ता यतेन्द्र कुमार ने कहा कि हमारा दो तीन चरणों में आंदोलन हो चुका, फिर भी सरकार के कान पर जूं नहीं रेंग रही और ना ही हमसे कोई वार्ता की। जहां जरूरत है, वहां निजीकरण किया जाए। सरकार नहीं जागी तो सभी यूनियन मिलकर आंदोलन को आगे बढ़ाने की रणनीति तय करेगी।
Comment List