बारिश ने बिगाड़े हालात, बिजली बंद ने बढ़ाई मुसीबत
दो रात से हो रही बारिश
प्रशासन की अनदेखी से समस्या और भी भारी रूप लेती जा रही है।
भण्डेड़ा। भण्डेड़ा क्षेत्र में मंगलवार व बुधवार को मध्यरात्रि में मेघ जमकर मेहरबान होने व ऊपरी क्षेत्र के तालाबों में भी जोरदार बरसाती पानी की आवक बनी रहने से जब सुबह होती है, तब बरसाती पानी का सैलाब मुख्य मार्गों को ही दरिया का रूप देता नजर आता है। क्षेत्र के नालों में बरसाती पानी समा नहीं पाने से खेतों में भी ओवरफ्लो होकर मुख्य मार्ग पर तेज वेग से पानी का बहाव होता नजर आया है। आपस में एक-दूसरे कस्बों सहित ग्रामीण अंचलों का संपर्क बाधित हुआ है। लोग खतरेभरी राह को पार करते नजर आए है। वहीं दो दिन व दो रात से भण्डेडा क्षेत्र में बिजली बंद है, जिससे ग्रामीणों पर आफत बनी हुई है ओर प्रशासन की अनदेखी से समस्या और भी भारी रूप लेती जा रही है। ग्रामीणों के लिए क्षेत्र में लगभग दो से तीन किमी में ही बरसाती पानी रोड़ा बन जाता है। बरसाती पानी क्षेत्रवासियों के लिए आफत बना हुआ है।
जानकारी के अनुसार क्षेत्र में लगातार दो रात से हो रही बारिश ने कस्बों, गांवों सहित ढाणियों में तांडव मचा रखा है। बुजुर्गों सहित मोके पर देखने वालो का कहना है कि इस तरह का पानी 75 वर्ष की उम्र में नही देखा जो आज देखने को नजर आ रहा है। भण्डेड़ा-बांसी मार्ग पर नाले के उफान ने राह को बंद कर रखा है। बांसी में कॉलोनी के बीच नाले का उफान खतरे से चल रहा है। जो यह गांव से एक किमी की दूरी भी बंद है। बांसी से रामगंज का मार्ग पर नाले के उफान से यह भी बंद है। बांसी से दुगारी के मार्ग पर तालाब का पानी के उफान से यह मार्ग भी बंद है। बांसी से सांवतगढ के मार्ग पर तालाब के उफान व नालो के उफान ने यह मार्ग भी बंद कर रखा है। बरसाती पानी से चंहुओर जलमय हालात बने हुए है। क्षेत्र में रातभर हुई बारिश से भण्डेड़ा-बांसी, बांसी से दुगारी, बांसी से सांवतगढ़, बांसी से भजनेरी, बांसी-रामगंज, दुगारी-नैनवां इन मुख्य मार्गों पर भी लोगों की आवाजाही थम गई है। जिधर नजर डालो उधर-ही बरसाती पानी ही पानी नजर आ रहा है। क्षेत्र के एक दर्जन गांवों का एक-दूसरे से दो से तीन किमी पर आनाजाना बंद हो गया है। क्षेत्र में चौतरफा पानी को देखकर चीख-पुकार मची हुई है। बरसाती पानी के बहाव वाले आसपास के मकानों में बरसाती पानी पहुंच गया है। कनकसागर में लगातार पानी की आवक से दुगारी गांव व बांसी तालाब में पानी की आवक से बांसी गांव में भी हालात गंभीर हो चुके है। भण्डेड़ा मार्ग पर सड़क के किनारे पर बने मकानों में एक से दो फीट पानी भर गया। मकान मालिक अपने आवश्यक सामग्री को ट्रैक्टर-ट्रॉली में रखते हुए नजर आए है। वही अपने छोटे पशुओ को चारपाई पर रख रहे है। हर एक गांव का एक-दूसरे गांव से आपस में संपर्क कटा हुआ है। इसी के दौरान रात्रि से गुरूवार दोपहर तक बिजली बंद रहने से मोबाइल फोन चार्जिंग करने मे भी परेशानी हुई। क्षेत्र में लंबे समय तक बिजली गुल रहने से ग्रामीणों को पेयजलापूर्ति से जुझना पड़ा है। क्षेत्र में चल रही भारी बारिश से नाले उफान पर है, जो कुएं पर मकान में लंबे समय से परिवार सहित निवास कर रहे थे।
बुधवार मध्यरात्रि को आए अधिक पानी मकानों में पहुंच गया था। जो अचानक आंख खुली तो कच्चे घर में पानी ही पानी नजर आया। परिवार के सभी सदस्यों ने मिलकर रात को ही वाहन बुलाकर बारिश के पानी में भीगे गेहूं के कट्टे, पशुओ का भूसा, ओढ़ने व बिछाने के बिस्तर भीग गए। जिन्हें बांसी लाकर किराए से दुकान लेकर रखा गया है।
- रामदेव माली, निवासी बांसी
रात तो हुई तेज बारिश से तालाब में भी पानी की आवक अधिक हो गई। जो देर रात नाले से भी दो सौ मीटर दूरी पर मकान के कमरों में पहुंच गया था। छोटे पशुओ को रातभर चारपाई पर रखा। बरसाती पानी में भीगे गेहूं आटा व जरूरी सामग्री को ट्रॉली में रखा है। सुबह पशुओ को तो मुख्य सड़क पर निकालना पडा व परिवार के सदस्यों के लिए भोजन ट्रॉली में बनाया गया। तब जाकर परिवार के सदस्यों को भोजन मिल पाया है।
- बजरंगलाल माली, निवासी बांसी
मध्यरात्रि को अचानक बरसाती पानी व नाले उफान का पानी डेढ़ किमी दूरी पर मकान में पहुंच गया। जो कमरों में भी दो फीट पानी पहुंच गया, जो परिवार के बूजुर्ग को रात में तो उचित जगह देखकर रखा। सुबह होने पर मकान से मुख्य सड़क तक चार फीट पानी से होकर बुजुर्ग को निकालकर लाया जा सका है। जिन्हें गांव में सुरक्षित जगह पर रखा गया है। कमरे में आवश्यक सामग्री भीग गई हैं।
- धूलीलाल माली, निवासी बांसी
कुएं पर लगभग पच्चीस वर्षों से मकान में परिवार सहित सदस्य निवासरत थे। रात्रि के समय आए पानी कमरों में पहुंच गया था। जो कुछ समय तक काफी परेशानी हुई। सुबह वृद्धजनो को सुरक्षित जगह के लिए गांव में पहुंचाने के लिए कुएं के मकान से मुख्य सड़क तक चार फीट पानी से गुजरने का सामना करना पडा है। क्षेत्र में बरसाती पानी लोगों के लिए आफत बना हुआ है।
- राजेंद्र सैनी, निवासी बांसी
मैं आज बांसी में पहुंचा था। सभी जगहों पर हालात देखे है। जो मकानों में पानी भरा हुआ देखा है। बारिश ने बाढ़ के हालत बना रखे है। जरूरतमंद वाले लोगों को पंचायत हरसंभव प्रयास कर रही है।
- पदम नागर, प्रधान, नैनवां
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