खंडहर में तब्दील हो रहा शिक्षा का मंदिर, असामाजिक तत्वों का बना अड्डा
शिक्षा विभाग की लापरवाही के चलते स्कूल भवन अतिक्रमण की चपेट में
सरकारी संपत्तियों की उचित देखभाल और सुरक्षा के लिए जल्द से जल्द ठोस कदम उठाना जरूरी है, ताकि ये भवन फिर से उपयोग में आ सकें।
सूमर। कस्बे के खानपुर-सांगोद रोड स्थित पावर हाउस के निकट लाखों रुपए की लागत से बना प्राथमिक स्कूल भवन अब देखरेख के अभाव में खंडहर में तब्दील हो चुका है। इसी प्रकार, ग्रामसेवक भवन भी सालों से वीरान और बदहाल पड़ा हुआ है। प्रशासन की उदासीनता और जिम्मेदार अधिकारियों की लापरवाही के कारण ये भवन अब अतिक्रमण की चपेट में आने लगे हैं। ग्राम पंचायत मुख्यालय सूमर में स्थित इस राजकीय प्राइमरी स्कूल का भवन उच्च माध्यमिक विद्यालय में विलय के बाद से ही खाली पड़ा है। इसकी फर्श जगह-जगह से धंस चुकी है, सुरक्षा दीवारें और मुख्य गेट समाजकंटकों द्वारा तोड़ दिए गए हैं। परिसर में न ताला है, न सुरक्षा, जिसके कारण पशु व असामाजिक तत्वों का जमावड़ा रहता है। पूरे परिसर में गंदगी फैली हुई है और शराबियों ने इसे अड्डा बना लिया है। समाज सेवक मोरध्वज, रमेश चंद, जुगराज ,सुरेश चंद, ग्राम सेवा सहकारी समिति अध्यक्ष रतनलाल प्रजापति तथा अन्य ग्रामीणों ने प्रशासन से इन भवनों की सुरक्षा और उचित देखभाल की मांग की है। यदि समय रहते प्रशासन इन सरकारी भवनों की देखरेख पर ध्यान नहीं देता, तो जल्द ही ये भवन गिरने के कगार पर पहुंच जाएंगे। सरकारी संपत्तियों की उचित देखभाल और सुरक्षा के लिए जल्द से जल्द ठोस कदम उठाना जरूरी है, ताकि ये भवन फिर से उपयोग में आ सकें। जानकारी के अनुसार, सरकार ने बच्चों की पढ़ाई के लिए डेढ़ बीघा जमीन पर 8 कमरों, एक रसोई, और शौचालय का निर्माण करवाया था। 2015-16 में इस भवन के एक कमरे में आंगनबाड़ी केंद्र खोला गया, लेकिन प्राइमरी स्कूल के मर्ज होने के बाद से भवन का कोई उपयोग नहीं हुआ।
ये भवन भी हो रहे बदहाल
कस्बे के खानपुर सांगोद रोड पावर हाउस के निकट स्थित प्राथमिक स्कूल सरकारी नीति के तहत उच्च माध्यमिक स्कूल मे मर्ज हो गया था इसके बाद से खाली पड़े इस भवन कि न तो सार-संभाल कि गई ओर न ही किसी उपयोग मे लिया लिया जा रहा है । ऐसे में भवन वीरान पड़ा हुआ है । ग्रामसेवक भवन भी बदहाल पड़ा हुआ है । अहम बात यह है कि जिन सरकारी भवनों को संबंधित विभाग भुला बैठा है। प्रशासन ने यदि समय रहते वीरान हो रहे जर्जर सरकारी भवनों के रखरखाव पर ध्यान नहीं दिया तो जल्द ही यह भवन गिरने के कगार पर पहुंच जाएंगे ।
वर्तमान में भवन की मरम्मत के लिए सूचना जिला परिषद को भेजी गई है। बजट स्वीकृत होने पर इसकी मरम्मत कराई जाएगी। इसमें अभी भी आंगनबाड़ी केंद्र का संचालन जारी है।
- महेन्द्र कुमार पाटोदिया, प्रधानाचार्य
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