ऑक्सीजन की वजह से किसी भी नवजात की अब नहीं जाएगी जान
कोरोना की संभावित चौथी लहर से निपटने के लिए जेकेलोन तैयार
150 बेड पर त्रिस्तरीय सुरक्षा के बीच 90 फीसदी शुद्ध ऑक्सीजन पहुंचाने के पुख्ता इंतजाम
कोटा । संभाग का सबसे बड़ा जेकेलोन अस्पताल अतीत की कड़वी घटनाओं को बाद कोरोना की चौथी लहर से दो-दो हाथ करने के लिए पूरी तरह संसाधनों से लैस किया जा रहा है। ब्यावर और बांसवाड़ा में लो प्रेशर ऑक्सीजन जैसी घटना कोटा में नहीं हो, इसके लिए अस्पताल में त्रिस्तरीय सुरक्षा के साथ ऑक्सीजन की सप्लाई की जा रही। ताकि बेड पर मरीज की ऑक्सीजन की कमी से मौत नहीं हो। अस्पताल में वर्तमान में पांच ऑक्सीजन प्लांट काम कर रहे है। जिसमें एक लिक्विड बैकअप प्लांट है। एक प्लांट में तकनीकी खराबी आ भी जाए तो दूसरा प्लांट शुरू हो जाता है। इसके अलावा जेकेलोन अस्पताल के ऑक्सीजन सिस्टम को एमबीएस के जनरेट प्लांट से भी जोड़ रखा है, ऐसे में बांसवाड़ा जैसी घटना की यहां पुर्नावृत्ति होने के बहुत नगण्य चांस है। कोरोना की दूसरी व तीसरी लहर में ऑक्सीजन की कमी के बाद से ही कोटा को ऑक्सीजन में आत्म निर्भर करने के कई उपाय किए, उसके अब सार्थक परिणाम देंगे।
वर्तमान में तीन ऑक्सीजन प्लांट से हो रही सप्लाई
जेकेलोन के उप अधीक्षक डॉ. गोपी किशन शर्मा ने बताया कि वर्तमान में जेकेलोन के लगे ऑक्सीजन प्लांट अस्पताल में लगे 400 बेड पर ऑक्सीजन सप्लाई कर सकते है। अभी तीन प्लांट चल रहे जिससे अस्पताल में इमजेंसी, आईसीयू, ऑपरेशन थिएटर और वार्डो में सप्लाई हो रही है। अस्पताल के ऑक्सीजन प्लांट में कोई तकनीकी खराबी आने पर जेकेलोन व एमबीएस से जुड़ा हुआ एक लिक्विड ऑक्सीजन प्लांट है। जो बैकअप देता है। यदि तीनों ऑक्सीजन प्लांट ही खराब होने की स्थिति में भी जेकेलोन में भर्ती मरीजों पर कोई संकट नहीं आ सकता है। 100 ऑक्सीजन सिलेंडर हमेशा बैकअप के लिए सिस्टम से अटैच रहते है। तकनीकी खराबी आते ही उन्हें चालू कर दिया जाता है। चौथा बैकअप प्लान के रूप में हर वार्ड के बाहर जहां ऑक्सीजन की सप्लाई होती है, वहां बाहर एक मिनी इमरजेंसी फोल्ड में चार सिलेंडर लगा सकते।
एमबीएस अस्पताल की तरह ही जेके लोन अस्पताल परिसर में भी पांच ऑक्सीजन जनरेटर प्लांट लगाए गए हैं। जिनमें से दो प्लांट नए बन रहे, जो आईपीडी के लिए हैं। जबकि तीन वर्तमान अस्पताल के लिए हैं। इनमें से एक पीएम केयर फंड से, एक राज्य सरकार से व एक नगर विकास न्यास से लगाया हुआ है। जिनसे 225 सिलेंडर ऑक्सीजन तैयार हो रही है। पीएम केयर फंड वाले प्लांट से 100 सिलेंडर, नगर विकास न्यास वाले से 75 व राज्य सरकार के प्लांट से 50 सिलेंडर ऑक्सीजन तैयार हो रही है।
150 बेड का आईसीयू वार्ड तैयार
कोरोना की चौथी लहर से निपटने के लिए जेकेलोन में सभी जनरल बेड को ऑक्सीजन बेड के रूप में कन्वर्ट करने का प्लान था। जिसमें 100 बेड आईसीयू व 100 बिना आईसीयू के बेड तैयार करने थे। जिसमें से अभी 150 बेड तैयार हो गए है। 50 बेड तैयार करने का कार्य जारी है। मेडिसीन और और अन्य संसाधन और मैनपावर पूरा है। इसलिए इस बार किसी प्रकार की दिक्कत नहीं आने का दावा अस्पताल प्रशासन की ओर से किया जा रहा है।
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