असर खबर का - अतिवृष्टि से फसल खराबे की विशेष गिरदावरी कराने के निर्देश
जिला कलक्टर ने ली अधिकारियों की बैठक
नवज्योति ने प्रमुखता से समाचार प्रकाशित कर किसानों की पीड़ा उजागर की थी।
कोटा। जिला कलक्टर डॉ. रविंद्र गोस्वामी ने मंगलवार को सभी उपखंड अधिकारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से बैठक ली। इस दौरान जिले में अतिवृष्टि से फसल खराबा होने के सम्बंध में अधिकारियों से व्यापक चर्चा की गई। जिला कलक्टर ने उपखंड अधिकारियों और तहसीलदारों को यह सुनिश्चित करने के लिए कहा कि अतिवृष्टि से फसल खराबे की अविलम्ब विशेष गिरदावरी कराई जाए। उन्होंने निर्देश दिए कि सोयाबीन, उड़द जैसी फसलों पर जहां नुकसान का अनुमान है उसे संवेदनशीलता से देखें। साथ ही उन्होंने किसानों को किसी भी प्रकार की समस्या न होने देने पर जोर दिया।
इन मामलों में भी दिए निर्देश
जिला कलक्टर ने यह भी निर्देश दिए कि 2 अक्टूबर तक सभी घुमंतु और अर्ध घुमंतु जातियों को पट्टे देने का कार्य शत-प्रतिशत पूर्ण कर लिया जाए। उन्होंने वर्तमान में चल रहे पट्टा अभियान की समीक्षा करते हुए सभी अधिकारियों को समय पर आवेदन प्राप्त करने और आबादी विस्तार के प्रस्ताव जल्द तैयार करने के निर्देश दिए। डॉ. गोस्वामी ने एनएफएसए (राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम) के तहत पात्र लेकिन वंचित परिवारों की सूची जल्द तैयार करने और उन्हें योजना से जोड़ने के भी निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण (एसएसआर) के अंतर्गत नए मतदाताओं और वंचित मतदाताओं के नाम मतदाता सूची में जोड़े जाएं और इसके बारे में जागरूकता बढ़ाई जाए।
नवज्योति ने उजागर की थी किसानों की पीड़ा
जिले में पिछले कुछ दिनों से बरसात का दौर जारी रहने से खरीफ फसलों को नुकसान पहुंचने लगा था। इस सम्बंध में दैनिक नवज्योति के 10 सितम्बर के अंक में प्रमुखता से समाचार प्रकाशित कर किसानों की पीड़ा उजागर की थी। इसमें बताया था कि बरसात के लगातार आने से फसलों की देखभाल नहीं हो पा रही। इससे फसलों में गलन रोग लग गया है। लगातार बरसात के चलते पानी खेतों में भर गया है। सोयाबीन, उड़द और मक्का की फसलों में अभी दाना पड़ने लगा है। लगातार बरसात के चलते अभी दाना पूर्ण अवस्था में नहीं आया। अगर फसलों को अभी कुछ दिनों तक तेज धूप नहीं मिली तो दाना पकेगा नहीं और फसलों का उत्पादन कमजोर रह जाएगा। कृषि विभाग ने जिले में बारिश के कारण कई स्थानों पर फसलों में 30 फीसदी नुकसान का आकलन किया था। इसके बाद जिला कलक्टर ने अधिकारियों को विशेष गिरदावरी करने के निर्देश दिए।
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