असर खबर का - पीडब्ल्यूडी विभाग चेता, सड़क के गड्ढों को भरना शुरू किया
नवज्योति ने उठाया था मुद्दा
जानकारी के अनुसार द्वारा 8 किलोमीटर सड़क को खोदकर छोड़ने से बड़े बड़े गड्डे हो रहे ।
सुवासा। तालेड़ा से सुवासा होते हुए केशवरायपाटन तक बन रही नवनिर्मित सड़क का निर्माण कार्य बंद पड़ा था जिसको लेकर दैनिक नवज्योति ने डेढ़ साल से बंद पड़ा सड़क निर्माण कार्य ...शीर्षक से खबर को प्रमुखता से उठाया था, जिसके बाद जिला प्रशासन द्वारा मामले को गंभीरता से लिया और पीडब्ल्यूडी विभाग के अधिकारियों को फटकार लगाई जिसके बाद पीडब्ल्यूडी विभाग के एक्सईएन राजाराम मीणा ने संवेदक को तुरंत प्रभाव से सड़क के गड्ढों को भरने के निर्देश दिए थे, लेकिन संवेदक गड्डों में ग्रेवल डालने का काम शुरू कर दिया है। जानकारी के अनुसार द्वारा 8 किलोमीटर सड़क को खोदकर छोड़ने से बड़े बड़े गड्डे हो रहे हैं, यहां से गुजरने वाले वाहन चालकों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। चितावा से रंगपूरया नयागांव, सुवासा से बाजड़,सुवासा से चितावा और छपावदा से जमीतपुरा गांव में डांबर सड़क निर्माण अधूरा पड़ा है। इस रोड से उड़ रही धूल मिट्टी से गुजरने वाले दो पहिया वाहन चालकों व राहगीरों के लिए परेशानी का कारण बन रहा है। इस रोड का निर्माण कार्य शुरू हुए एक वर्ष से भी अधिक समय हों चुका है, फिर भी डामर रोड का कार्य अधूरा पड़ा है। जानकारी अनुसार तालेड़ा से केशवरायपाटन 22.50 किलोमीटर लंबी सड़क के लिए सरकार के द्वारा 45 करोड़ रुपए स्वीकृत है, जिसमें तालेड़ा के अकतासा बायपास से केशवरायपाटन रेलवे ओवरब्रिज तक नई सड़क बनाना था, जो कार्य संवेदक के द्वारा सितंबर 2023 तक कार्य पूरा करना था, प्रत्येक गांव में सीसी सड़क एवं बीच में डामर की सड़क बनाना था। संवेदक के द्वारा सडक का निर्माण कार्य बंद कर दिया है। चितावा से नयागांव के 2 से 3 फीट के बड़े-बड़े गड्ढे हो रहे हैं जिसमें रोजाना बूंदी डिपो की बसें और आम जनता की कार्य दुर्घटना का शिकार हो रही है।
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