खबर का असर- जंगल से मैदान बना राजकीय महाविद्यालय का स्पोर्ट्स ग्राउंड
ड्रैनेज सिस्टम नहीं होने से हर साल परेशानी
राजकीय महाविद्यालय कोटा का खेल मैदान खरपतवार के जंगल से स्पोर्ट्स ग्राउंड में तब्दील हो गया है
कोटा। राजकीय महाविद्यालय कोटा का खेल मैदान खरपतवार के जंगल से स्पोर्ट्स ग्राउंड में तब्दील हो गया है। लंबे समय से कॉलेज प्रशासन खेल मैदान को मूल स्वरूप में लाने का प्रयास कर रहा था। करीब डेढ़ से दो माह के अथक प्रयास के बाद खेल मैदान खिलाड़ियों की चहल-पहल से गुलजार हुआ। स्टूडेंट्स यहां सुबह-शाम की पारियों में विभिन्न गेम्स की प्रेक्टिस कर रहे हैं। स्पोर्ट्स ग्राउंड को जंगल से खेल मैदान बनाने में कॉलेज की शैक्षणिक व अशैक्षिण स्टाफ का अथक प्रयास रहा है। प्राचार्य प्रतिमा श्रीवास्तव ने यहां उगी खरपतवारों को हटाने के लिए कैमिकल्स का छिड़काव भी करवाया। जिसका फायदा यह हुआ कि गाजर घास व खरपतवार का उनमूलन व्यवस्थित तरीके से हो गया। दरअसल, बारिश के बाद से ही कॉलेज का खेल मैदान में बड़ी-बड़ी खरपतवार उग गई थी। वहीं, बरसात का पानी भरा होने के कारण उसका निस्तारण समय पर नहीं हो रहा था। यहां गाजर घास अधिक मात्रा में है। जिसकी वजह से विद्यार्थी खेल नहीं पा रहे थे। बारिश सीजन के दो महीने बाद भी खेल मैदान की सफाई नहीं करवाए जाने पर नवज्योति ने जंगल में तब्दील हुआ खेल मैदान शीर्षक से खबर प्रकाशित कर छात्रहित से जुड़े मुद्दे को पुरजोर उठाया था। जिसके बाद से कॉलेज प्रशासन हरकत में आया और श्रमिक लगवाकर खेल मैदान की सफाई कार्य शुरू करवाया।
ड्रैनेज सिस्टम नहीं होने से हर साल परेशानी
विद्यार्थियों का कहना है कि स्पोर्ट्स ग्राउंड काफी बड़ा है। लेकिन, ड्रैनेज सिस्टम नहीं होने से बरसात का पानी तीन से चार माह तक भरा रहता है। जिसकी वजह से खरपतवार व झाड़-झंकाड़ उग जाते हैं और पानी भरा होने से सफाई कार्य भी नहीं हो पाता। बारिश के पानी की निकासी के लिए कॉलेज प्रशासन को नालियों का निर्माण करवाकर ड्रैनेज सिस्टम बनाना चाहिए।
नवज्योति का जताया आभार
राजकीय महाविद्यालय कोटा के निर्वमान छात्रसंघ अध्यक्ष आशीष मीणा ने छात्रहित से जुड़े मुद्दों को उठाने व स्पोर्ट्स ग्राउंड की दशा सुधरवाने में अग्रणी भूमिका निभाने पर दैनिक नवज्योति का आभार जताया। उन्होंने कहा कि नवज्योति बेबाक और प्रभावशाली तरीके से छात्रहित से जुड़ी खबरों को प्रमुखता से प्रकाशित कर समाधान में अहम भूमिका निभाता है। छात्र नवनीत गुर्जर, हरिओम, हेमंत कुमार ने कहा कि नवज्योति के सार्थक प्रयासों से स्पोर्ट्स ग्राउंड की दशा सुधर गई है। अब कॉलेज प्रशासन को 15-20 ट्रॉली मिट्टी डलवाकर ग्राउंड का और सुधार करवाना चाहिए।
बारिश के दिनों में परेशानी रहती है। पानी की निकासी नहीं होने से बारिश का पानी कई महीनों तक ग्राउंड में भरा रहता है। जिसकी वजह से मैदान की सफाई समय पर नहीं हो पाती। स्पोर्ट्स ग्राउंड को व्यवस्थित व मूल स्वरूप में लाने में कॉलेज के शैक्षणिक व अशैक्षणिक स्टाफ का अथक प्रयास रहा है। खरपतवार का उनमूलन के लिए कैमिकलस का छिड़काव भी करवाया। महाविद्यालय प्रशासन स्पोर्ट्स डवलपमेंट के लिए लगातार प्रयास कर रहा है।
- प्रो. प्रतिमा श्रीवास्तव, प्राचार्य राजकीय महाविद्यालय कोटा
Comment List