पूर्व आईएएस अफसरों ने मुख्यमंत्री को दिए निवेशकों को आकर्षित करने के सुझाव

‘पहले से ही पता रहे कि निवेशक क्या चाहते हैं और हम क्या दे सकते हैं, ताकि बाद में विवाद ना हो’

पूर्व आईएएस अफसरों ने मुख्यमंत्री को दिए निवेशकों को आकर्षित करने के सुझाव

मुख्यमंत्री ने राइजिंग राजस्थान को सफल बनाने और निवेशकों को आकर्षित करने के लिए पूर्व आईएएस और आईपीएस अफसरों के सुझाव लिए।

जयपुर। पूर्व आईएएस अफसरों ने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को सुझाव दिए हैं कि अगर राइजिंग राजस्थान को सफल बनाना है और ज्यादा से ज्यादा निवेशकों को लाना है, तो एमओयू करने से पहले ही सारी चीजें स्पष्ट होनी चाहिए। राज्य सरकार को पता करना होगा कि निवेशक क्या चाहते हैं और हम उनको क्या दे सकते हैं।

मुख्यमंत्री ने राइजिंग राजस्थान को सफल बनाने और निवेशकों को आकर्षित करने के लिए पूर्व आईएएस और आईपीएस अफसरों के सुझाव लिए। इसके लिए उनको शुक्रवार शाम मुख्यमंत्री निवास पर बुलाया गया और उनके साथ बैठक की गई। अपने अनुभवों के आधार पर पूर्व अफसरों ने कई अच्छे सुझाव दिए। अफसरों ने कहा कि कई बार निवेशकों और राज्य सरकार के बीच एमओयू तो हो जाते हैं, लेकिन वे धरातल पर नहीं उतर पाते। इसका सबसे बड़ा कारण यह है कि एमओयू करते समय कई शर्तों का खुलासा नहीं किया जाता, बाद में दोनों पक्षों के बीच विवाद बन जाता है और निवेशक कई चक्कर लगाने के बाद पीछे हट जाते हैं। इसके लिए जरूरी है कि निवेशक हमसे क्या चाहते हैं, यह पहले ही जान लेना चाहिए और हम उनको क्या दे सकते हैं, यह पहले ही उनको बता देना चाहिए। इसमें नोडल अफसर महत्ती भूमिका निभा सकते हैं। इसलिए विभागवार नोडल अधिकारी नियुक्त किए जाएं। निवेशकों को किसी प्रकार की दिक्कत नहीं हो, इसका विशेष ध्यान रखा जाए। ऐसी व्यवस्था हो कि अगर कोई निवेशक विदेश से आ रहा है, तो जयपुर पहुंचने से पहले उसकी पत्रावली पूर्ण मिले, ताकि उसको यहां की सेवाओं पर पूर्ण विश्वास हो सके। 

इन पूर्व अफसरों ने दिए सुझाव
सुझाव देने वाले अफसरों में पूर्व आईपीएस अजित सिंह शेखावत, पूर्व आईएएस श्रीमत पाण्डे, रवि माथुर, पुरुषोत्तम अग्रवाल, मुकेश शर्मा, डीबी गुप्ता, बीनू गुप्ता, श्याम एस.अग्रवाल, ललित के. पंवार, सीएम मीणा, दीपक उत्प्रेती, रवि शंकर श्रीवास्तव, संजय दीक्षित और राजेश्वर सिंह शामिल थे। 

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