Happy Birthday: कोलकत्ता में सुवरवाइज़र की नौकरी छोड़ मुंबई आएं अमिताभ, फिल्म इंडस्ट्री मेें चमके सितारे, दर्शकों से मिला खूब प्यार

82 वर्ष के हुए सदी के महानायक अमिताभ बच्चन

Happy Birthday: कोलकत्ता में सुवरवाइज़र की नौकरी छोड़ मुंबई आएं अमिताभ, फिल्म इंडस्ट्री मेें चमके सितारे, दर्शकों से मिला खूब प्यार

फिल्म जंजीर की सफलता के बाद अमिताभ बच्चन की गिनती अच्छे अभिनेता के रूप मे होने लगी और वह फिल्म उद्योग में एंग्री यंग मैन कहे जाने लगे।

मुंबई। बॉलीवुड में अपने दमदार अभिनय से दर्शकों को मंत्रमुग्ध करने वाले महानायक अमिताभ बच्चन आज 82 वर्ष के हो गये। 11 अक्टूबर 1942 को इलाहाबाद में जन्में अमिताभ बच्चन ने अपने करियर की शुरुआत कोलकत्ता में बतौर सुपरवाइजर की जहां उन्हें 800 रुपये मासिक वेतन मिला करता था।

वर्ष 1968 में कलकत्ता की नौकरी छोडऩे के बाद मुंबई आ गये। बचपन से ही अमिताभ बच्चन का झुकाव अभिनय की ओर था और दिलीप कुमार से प्रभावित रहने के कारण वह उन्हीं की तरह अभिनेता बनना चाहते थे। वर्ष 1969 में अमिताभ बच्चन को पहली बार ख्वाजा अहमद अब्बास की फिल्म सात हिंदुस्तानी में काम करने का मौका मिला, लेकिन इस फिल्म के असफल होने के कारण वह दर्शकों के बीच कुछ खास पहचान नहीं बना पाये। वर्ष 1971 में अमिताभ बच्चन को राजेश खन्ना के साथ फिल्म आनंद में काम करने का मौका मिला। राजेश खन्ना जैसे सुपरस्टार के रहते हुये भी अमिताभ बच्चन दर्शकों का ध्यान अपनी ओर आकर्षित करने में सफल रहे। इस फिल्म के लिये उन्हें सहायक अभिनेता का फिल्म फेयर पुरस्कार दिया गया ।

 निर्माता प्रकाश मेहरा की फिल्म..जंजीर अमिताभ बच्चन के सिने करियर की महत्वपूर्ण फिल्म साबित हुयी।फिल्म की सफलता के बाद बतौर अभिनेता अमिताभ बच्चन फिल्म इंडस्ट्री में अपनी पहचान बनाने में कामयाब हो गये। दिलचस्प तथ्य यह है कि फिल्म जंजीर में अमिताभ बच्चन को काम करने का मौका सौभाग्य से ही मिला । वर्ष 1973 मे निर्माता -निर्देशक प्रकाश मेहरा अपनी जंजीर फिल्म के लिये अभिनेता की तलाश कर रहे थे। पहले तो उन्होंने इस फिल्म के लिये देवानंद से गुजारिश की और बाद में अभिनेता राजकुमार से काम करने की पेशकश की लेकिन किसी कारणवश दोनों अभिनेताओं ने जंजीर में काम करने से इंकार कर दिया ।

अभिनेता प्राण ने प्रकाश मेहरा को अमिताभ बच्चन का नाम सुझाया और उनकी फिल्म बांबे टू गोवा देखने की सलाह दी। फिल्म को देखकर प्रकाश मेहरा काफी प्रभावित हुये और उन्होंने अमिताभ बच्चन को बतौर अभिनेता चुन लिया । जंजीर के निर्माण के दौरान एक दिलचस्प वाकया हुआ स्टूडियो में फिल्म की शूटिंग के दौरान राजकपूर भी अपनी फिल्म की शूटिंग में व्यस्त थे । उसी दौरान राजकपूर ने अमिताभ की आवाज सुनी लेकिन तब तक वह नहीं जानते थे कि यह किसकी आवाज है उन्होंने कहा कि एक दिन इस दमदार आवाज का मालिक फिल्म इंडस्ट्री का बेताज बादशाह बनेगा। फिल्म जंजीर की सफलता के बाद अमिताभ बच्चन की गिनती अच्छे अभिनेता के रूप मे होने लगी और वह फिल्म उद्योग में एंग्री यंग मैन कहे जाने लगे।
 

Read More फिल्म 'वेट्टैयन' 100 करोड़ के क्लब में शामिल हुई, रजनीकांत और अमिताभ बच्चन की फिल्म में अहम किरदार

वर्ष 1975 मे यश चोपड़ा के निर्देशन में बनी फिल्म दीवार ने अमिताभ बच्चन की पिछली सभी फिल्मों के रिकार्ड तोड़ दिये और शोले की सफलता के बाद तो उनके सामने सारे कलाकार फीके पडऩे लगे और अमिताभ बच्च्चन फिल्म इंडस्ट्री में सुपर स्टार के सिंहासन पर जा बैठे।सुपर स्टार के रूप मे अमिताभ बच्चन किस उंचाई पर पहुंच चुके थे इसका सही अंदाजा लोगों को तब लगा जब 1982 में निर्माता -निर्देशक मनमोहन देसाई की फिल्म कुली की शूटिंग के दौरान वह गंभीर रूप से घायल होने के बाद लगभग मौत के मुंह मे पहुंच गये। इसके बाद देश के हर मंदिर, मस्जिद और गुरूद्वारे मे हर जाति और धर्म के लोगों ने उनके ठीक होने की दुआएं मांगी, मानो अमिताभ बच्चन उनके ही अपने परिवार का कोई अंग हो। लोगों की दुआएं रंग लाई और अमिताभ जल्द ही ठीक को गये।

Read More मिथुन दा दादा साहब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित

वर्ष 1984 में अपने मित्र राजीव गांधी के आग्रह पर उन्होंने राजनीति में प्रवेश किया और इलाहाबाद से सांसद का चुनाव लड़ा तथा सांसद के रूप मे चुन लिये गये। अमिताभ बच्चन को अधिक दिनों तक राजनीति रास नहीं आई और तीन वर्ष तक काम करने के बाद उन्होंने सांसद के पद से इस्तीफा दे दिया । इसकी मुख्य वजह यह थी कि उनका नाम उस समय बोफोर्स घोटाले में खींचा जा रहा था। सासंद के पद से इस्तीफा देने के बाद अमिताभ बच्चन पुन: फिल्म इंडस्ट्री में सक्रिय हो गये ओर उन्होंने फिल्मों में अभिनय करना जारी रखा, लेकिन 1990 के दशक के आखिर में उनकी फिल्में असफल होने लगी जिसके बाद अमिताभ बच्चन ने 1997 तक अपने आप को अभिनय से अलग रखा ।

Read More 70th National Film Awards : ऋषभ शेट्टी बेस्ट एक्टर, अवॉर्ड मिलने पर बोले एआर रहमान - मुझे इस पर गर्व

वर्ष 1997 में अमिताभ बच्चन ने फिल्म निर्माण के क्षेत्र मे कदम रखा और ए.बी.सी.एल . बैनर का निर्माण किया ।इसके साथ ही अपने बैनर की निर्मित पहली फिल्म मृत्युदाता के जरिये अमिताभ बच्चन ने एक बार फिर से अभिनय करना शुरू किया। इसके बाद वर्ष 2000 में ही टीवी प्रोग्राम कौन बनेगा करोड़पति में भी अमिताभ को काम करने का मौका मिला। कौन बनेगा करोड़पति की कामयाबी के बाद अमिताभ बच्चन एक बार फिर से दर्शको के चहेते कलाकार बन गये। अमिताभ बच्चन को बतौर सर्वश्रेष्ठ अभिनेता चार बार सर्वश्रेष्ठ अभिनेता के राष्ट्रीय पुरस्कार, पांच बार फिल्म फेयर पुरस्कार से नवाजा गया। अमिताभ बच्चन ने कई फिल्मो में गीत भी गाये है। उन्होंने सबसे पहले वर्ष 1979 में प्रदर्शित फिल्म मिस्टर नटवर लाल में मेरे पास आओ मेरे दोस्तों गीत गाया था।

अमिताभ बच्चन को बतौर सर्वश्रेष्ठ अभिनेता चार बार सर्वश्रेष्ठ अभिनेता के राष्ट्रीय पुरस्कार और पांच बार फिल्म फेयर पुरस्कार से नवाजा गया। अमिताभ बच्चन को दादा साहब फाल्के पुरस्कार, पद्श्री,पद्मभूषण और पद्मविभूषण समेत कई सम्मान से नवाजा गया है। अमिताभ बच्चन की इस वर्ष कल्की 2898 एडी प्रदर्शित हुयी जिसने 1100 करोड़ रूपये से अधिक की कमाई की। अमिताभ और रजनीकांत की जोड़ी वाली फिल्म वेट्टेयन, 10 अक्टूबर को प्रदर्शित हुयी है।

अमिताभ इन दिनों सोनी एंटरटेनमेंट टेलिविजन पर क्विज शो कौन बनेगा करोड़पति को होस्ट कर रहे हैं। 

Post Comment

Comment List

Latest News

जनसांख्यिकीय अव्यवस्था के परिणाम परमाणु बम से कम गंभीर नहीं हैं: उपराष्ट्रपति जनसांख्यिकीय अव्यवस्था के परिणाम परमाणु बम से कम गंभीर नहीं हैं: उपराष्ट्रपति
लोकतंत्र में राजनीतिक अभेद्यता का किला बनती जा रही है जनसांख्यिकीय अव्यवस्था
कांग्रेस ने महाराष्ट्र चुनाव के लिए नियुक्त किए संयोजक, पर्यवेक्षक भी बनाए
महाराष्ट्र में हल्के वाहन टोल फ्री, प्रदेश में खस्ताहाल सड़कों पर भी हो रही पूरी वसूली 
शिक्षा विभाग ने पहले तबादलों के जारी किए आदेश, फिर किए निरस्त
जयपुर स्टेशन बना राजस्थान का पहला एनएसजी-1 स्टेशन
द स्टोरी एंड द फिल्म विषय पर कार्यशाला 
रेल मंत्री ने 'शेतकरी समृद्धि' विशेष किसान रेलगाड़ी का किया शुभारंभ