असर खबर का - शीघ्र शुरू होगी दिव्यांग की पुरानी पेंशन
सरकारी पेंशन शुरू होने तक सामाजिक संस्था करेगी मदद
दैनिक नवज्योति में खबर प्रकाशित होने के बाद एसडीएम ने शुरू की प्रक्रिया
रामगंजमंडी। सरकार के कड़े नियमों का दंड भुगत रहे दिव्यांग को शीघ्र ही राहत मिलेगी। यह बात उपखण्ड अधिकारी रामगंजमंडी ने पूरे प्रकरण को देखकर कही। रामगंजमंडी के समीप सांडपुरा गांव के रहने वाले 28 वर्षीय दुर्गा शंकर पुत्र बलराम जन्म से शरीर से विकलांग है। मुंह से बोल नहीं सकता। दोनों हाथ व 1 पैर खराब है। दुर्गा शंकर को सरकार की तरफ से 19 साल पूर्व जब पेंशन की राशि 200 रुपए थी, विकलांग पेंशन चालू हुई थी। अंतिम पेंशन 2 वर्ष पूर्व तक मिली जो 750 रुपए थी। फिर अचानक पेंशन आना बंद हो गई। दिव्यांग दुर्गा शंकर और उसकी मां पानाबाई ने दो साल तक रामगंजमंडी और कोटा के चक्कर लगाए। लेकिन नतीजा शून्य रहा।
दैनिक नवज्योति ने प्रमुखता से उठाया था मामला
जब दैनिक नवज्योति ने सरकार के कड़े नियमों का दंड भुगत रहा दिव्यांग शीर्षक से समाचार का प्रमुखता के साथ प्रकाशन किया, तो सरकार के आला अधिकारी भी नींद से जागे। गरीब दिव्यांग को बुलाने के प्रयास शुरू किए। उसको खोज कर नगर की सामाजिक संस्था युवा दल के सर्वे सर्वा राजकुमार पारख उसे लेकर पहुंचे कि दुर्गा शंकर की पुरानी पेंशन चालू हो जाए तो कठिन परिस्थितियों में गुजर बसर कर रहे परिवार को राहत मिल सके। दुर्गा शंकर की विकलांग पेंशन नए नियमों में जन आधार कार्ड की अनिवार्यता होने से बंद हुई है। जन आधार कार्ड देने पर जब कंप्यूटर पर डाला गया तो साइट ने जन आधार कार्ड में विकलांग प्रमाण पत्र दर्ज नहीं होना बताया। विकलांग प्रमाण पत्र को अपलोड करने के बाद साइट ने बताया कि जन आधार कार्ड में लिखा नाम एवं एवं विकलांग प्रमाण पत्र में लिखे नाम में मामूली अंतर आ रहा है।
युवादल ने की विकलांग की मदद
युवादल सचिव राजकुमार पारख ने बताया कि विकलांग को जब तक पेंशन मिलना शुरू नहीं हो जाती, तब तक 1150 रुपए की राशि युवा दल देगा। शुक्रवार को ही 1150 रुपए की राशि युवादल ने उपजिला कलक्टर नीता वसीटा के हाथों से दुर्गा शंकर को दिलवाई।
इस दिव्यांग की पुरानी पेंशन शुरू करने की प्रक्रिया की गई है। पूरा प्रयास है कि पुरानी पेंशन शुरू हो जाए।
- नीता वसीटा, उपखण्ड अधिकारी, रामगंजमंडी
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