समय सीमा के चलते बजरी ट्रकों की सड़कों पर रेस
सवा 2 लाख रुपए का जुर्माना भरना पड़ता है
राजस्थान में बजरी भराई-परिवहन और बेचान के लिए तय समय सीमा के चलते बजरी ट्रकों की सड़कों पर रेस लगी रहती है। अगर देरी हुई, तो खान विभाग का भारी-भरकम सवा दो लाख रुपए का जुर्माना भरना पड़ता है।
जयपुर। राजस्थान में बजरी भराई-परिवहन और बेचान के लिए तय समय सीमा के चलते बजरी ट्रकों की सड़कों पर रेस लगी रहती है। अगर देरी हुई, तो खान विभाग का भारी-भरकम सवा 2 लाख रुपए का जुर्माना भरना पड़ता है। ऐसे में बजरी ट्रकों की सांसे फूल ही रही हैं। वैध बजरी परिवहन करने वाले 500 ट्रक ऑपरेटर्स ने परिवहन बंद कर दिया है। वर्तमान में संचालित करीब 1500 ट्रक ऑपरेटर्स भी आंदोलन की राह पर हैं। वह भी इस टाइम बाउंड को समाप्त करने की मांग कर रहे हैं।
खान विभाग की जानकारी के अनुसार इस नियम से करीब 30 फीसदी बजरी का उठाव खनन क्षेत्र से कम हो गया है। ट्रकों में बजरी भरते ही ऑपरेटर्स को प्रति घंटा 30 किलोमीटर चलने और इसी समयावधि में बेचने का रवन्ना पर्ची मिलती है। पर्ची मिलते ही बजरी ट्रक ड्राइवर का काउंटडाउन शुरू हो जाता है। ऐसे में वे ट्रकों को तेजी से भागते हुए मंडी में ले जाने में लग जाते हैं। इस कारण कई बार हादसे भी हो चुके है। टोंक-देवली से बजरी भरने, जयपुर लाने और बेचान करने के लिए केवल 6 घंटे मिलते हैं। अगर ट्रक मंडी में नहीं बिका, तो बजरी स्वत: ही अवैध करार हो जाती है। फिर खान विभाग ऑपरेटर्स पर भारी जुर्माना लगाता है, जिसकी भरपाई के लिए ट्रक व बजरी तक जब्त कर लिए जाते हैं।
थानों में जब्त है 50 से ज्यादा बजरी ट्रक
राजस्थान बजरी ट्रक ऑपरेटर्स वेलफेयर सोसायटी के प्रदेशाध्यक्ष अजय चौधरी ने बताया कि जयपुर के थानों में वैध बजरी परिवहन करने के बावजूद 50 से ज्यादा ट्रक जब्त खड़े हैं, क्योंकि ऑपरेटर्स सवा दो लाख रुपए जुर्माना देने में असमर्थ हैं। भांकरोटा, मुहाना, करधनी, कालवाड़, हरमाड़ा थानों की चौकियों, सांगानेर, शिवदासपुरा में तो बजरी का ढेर लगा है। करीब एक करोड़ रुपए की बजरी के ढेर लगे हैं।
मामला एसीएस तक पहुंचा, ट्रांजिट समय में छूट संभव
खान विभाग के एसीएस सुबोध अग्रवाल ने ट्रक ऑपरेटर्स के प्रतिनिधिमंडल, पुलिस और खान के अफसरों को बुलाकर ऑपरेटर्स की बात सुनी। अग्रवाल ने कहा कि ऑपरेटर्स को अनावश्यक परेशान करने का सवाल ही नहीं उठता, क्योंकि बजरी का वैध परिवहन टारगेट है। ट्रांजिट समय की समस्या का व्यावहारिक समाधान जल्द निकालेंगे। शहर के अंदर भी बजरी के छोटे परिवहन का मैकेनिज्म बनाया जाएगा। फिलहाल यूनियन ने सीएम आवास के घेराव का कार्यक्रम स्थगित कर दिया है।
Comment List