प्रदेश के 33 जिलों के 4010 राजकीय विद्यालयों में 8020 स्मार्ट क्लास रूम और 142 में लैब स्थापित
ई-शिक्षा और ई-लर्निंग में प्रारंभिक शिक्षा से उच्च शिक्षा तक निरंतर प्रगतिरत
ये लैब विद्यार्थियों के लिए विज्ञान के विभिन्न प्रयोगों को वर्चुअल रूप में प्रयोग कर सरल, सुगम व रोचक तरीके से सीखने में महत्वपूर्ण है।
जयपुर। राज्य सरकार ने 33 जिलों के 4010 राजकीय विद्यालयों में 8020 स्मार्ट क्लास रूम स्थापित किए गए हैं। इसके साथ ही 142 पीएमश्री उच्च माध्यमिक विद्यालयों में विज्ञान संकाय के लिए ऑनलाइन लैब की स्थापना की गई है। ये लैब विद्यार्थियों के लिए विज्ञान के विभिन्न प्रयोगों को वर्चुअल रूप में प्रयोग कर सरल, सुगम व रोचक तरीके से सीखने में महत्वपूर्ण है।
फ्री में डिजिटल सामग्री
राज्य सरकार ने छात्रों को मुफ्त में डिजिटल सामग्री उपलब्ध कराने के लिए राजश्री और ज्ञान संकल्प पोर्टल जैसे कई डिजिटल प्लेटफॉर्म लॉन्च किए हैं। इससे ग्रामीण और वंचित वर्गों के छात्रों को भी गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिल रही है। कई स्कूलों और संस्थानों में रोबोटिक्स और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) के जरिए छात्रों को नई पीढ़ी की तकनीकों से परिचित कराया जा रहा है।
विषय अध्यापक की अनुपस्थिति में भी पढ़ाई
ब्लैन्डेड लर्निंग के प्रयोग से विषय अध्यापक की अनुपस्थिति के बाद भी विद्यार्थी डिजिटली शिक्षा से लाभान्वित हो रहे हैं। इनमें कक्षा 9 से 12 तक के छात्रों को डिजिटल कंटेन्ट हार्डडिस्क में लोड कर अध्ययन कराया जा रहा है। स्कूल लेसन गाइडेंस मॉड्यूल के अनुरूप विद्यालय में उपलब्ध डिजिटल संसाधनों पर ई-कंटेंट उपलब्ध करा कठिन विषयवस्तु की समझाइश की जा रही है।
प्रदेश के स्कूलों में डिजिटल पढ़ाई का दौर चल रहा है, जिससे बच्चों का शैक्षिक स्तर बढ़ा है। सरकार ने स्मार्ट क्लास और डिजिटल माध्यम से स्कूली शिक्षा को नए पंख लगाने का काम किया है। अब शिक्षा प्रणाली सशक्त होने से राजस्थान एक शैक्षणिक हब के रूप में स्थापित हो रहा है। -मदन दिलावर, शिक्षा मंत्री, राज्य सरकार
शिक्षा विभाग स्कूलों को स्मार्ट क्लास, कंप्यूटर लैब और प्रयोगशालाओं के माध्यम से आधुनिकीकरण कर रहा है, जिससे प्रदेश के बच्चे किसी से भी कम नहीं रहे।
- कृष्ण कुणाल, शासन सचिव, स्कूल शिक्षा विभाग
Comment List