असम के 15वें मुख्यमंत्री के रूप में हिमंत बिस्वा सरमा ने संभाली कमान, 13 मंत्रियों ने भी ली शपथ
बीजेपी के कद्दावर नेता हिमंत बिस्वा सरमा ने सोमवार को असम के 15वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली। उन्हें राज्यपाल जगदीश मुखी ने शपथ दिलाई। इसके साथ ही श्रीमंत शंकरदेव कलाक्षेत्र में नए मंत्रिमंडल का शपथ ग्रहण हुआ। इसमें सरमा कैबिनेट के 13 मंत्रियों ने पद और गोपनीयता की शपथ ली।
गुवाहाटी। बीजेपी के कद्दावर नेता हिमंत बिस्वा सरमा ने सोमवार को असम के 15वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली। उन्हें राज्यपाल जगदीश मुखी ने शपथ दिलाई। इसके साथ ही श्रीमंत शंकरदेव कलाक्षेत्र में नए मंत्रिमंडल का शपथ ग्रहण हुआ। इसमें सरमा कैबिनेट के 13 मंत्रियों ने पद और गोपनीयता की शपथ ली। शपथग्रहण समारोह में बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा, पूर्व मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल, त्रिपुरा के मुख्यमंत्री बिप्लब देब, मेघालय के मुख्यमंत्री कोनराड संगमा, मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बिरेन सिंह और नागालैंड के मुख्यमंत्री नेफियो रियो भी शामिल हुए।
नए मंत्रियों की सूची में असम बीजेपी चीफ रंजीत कुमार दास, चंद्र मोहन पटवारी, परिमल शुक्लाबैद्य, रोनोज पेगु, संजय किशन, जोगन नोहन, अजंता नेयोग, अशोक सिंघल, पिजुष हजारिका, बिमल बोरा शामिल है। ये सभी बीजेपी विधायक हैं। इनके अलावा गठबंधन की पार्टी असम गण परिषद के अतुल बोरा और केशव महानता को भी मंत्रिमंडल में जगह दी गई है और यूनाइटेड पीपल्स पार्टी लिबरल के उरखाव ग्वारा ब्रह्मा को भी शामिल किया गया है। अतुल बोरा, परिमल शुक्लबैद्य, चंद्रमोहन पटवारी, केशव महानता, संजय किशन, जोगन मोहन और पिजूष हजारिका सर्बानंद सोनोवाल के कैबिनेट में भी शामिल थे। इनके अलावा बाकी सभी चेहरे नए हैं। अगले कुछ दिनों में सभी को मंत्रालय बांट दिए जाएंगे।
शपथ लेने के बाद मीडिया से बात करते हुए हिमंत बिस्व सरमा ने बड़ा ऐलान कर दिया। हिमंत ने कहा है कि उनकी सरकार चुनाव में किए गए सभी वादों को पूरा करेगी, जिसमें लव जिहाद-लैंड जिहाद के खिलाफ कानून लाने की बात भी शामिल है। सरमा ने एनआरसी को लेकर भी बड़ा बयान देते हुए कहा कि उनकी सरकार बॉर्डर से सटे जिलों में 20 फीसदी और अन्य जिलों में 10 फीसदी री-वेरिफिकेशन की पक्षधर है और इसी की मांग करेगी। इस दौरान उन्होंने राज्य में कोरोना की स्थिति को चिंताजनक बताया। उन्होंने कहा कि हमने देखा है कि हमारे दैनिक मामले लगभग 5000 पार कर चुके हैं। कल जब हमारी पहली कैबिनेट मीटिंग होगी, तो हम सभी दृष्टिकोण से कोविड स्थिति पर चर्चा करेंगे और इसके प्रकोप को रोकने के लिए आवश्यक सभी उपाय करेंगे।
सरमा ने कहा कि जब तक असम में कोविड की स्थिति नियंत्रित नहीं होगी, तब तक उत्तर पूर्व की स्थिति कभी भी नियंत्रण में नहीं आएगी। हमने अपने नागरिकों और पूरे पूर्वोत्तर के प्रति अपनी जिम्मेदारी निभाई है। इसलिए, असम सरकार अपना सर्वश्रेष्ठ करेगी और कैबिनेट मीटिंग के बाद हम अपनी कार्रवाई को विस्तृत करेंगे। उन्होंने कहा कि मैं उल्फा के स्वतंत्र कमांडर-इन-चीफ परेश बरुआ से शांति वार्ता के लिए आगे आने का आग्रह करता हूं। दोनों पक्षों को शांति वार्ता के लिए आगे आना होगा।
बता दें कि 2 मई को असम चुनाव के नतीजों में बीजेपी ने लगातार दूसरी बार जीत हासिल कर इतिहास बनाया था। जिसके बाद एक हफ्ते तक बीजेपी में मुख्यमंत्री पद को लेकर मंथन चलता रहा, लेकिन रविवार को नॉर्थ ईस्ट डेमोक्रेटिक अलायंस (एनईडीए) के संयोजक हिमंत बिस्वा सरमा के नाम पर मुहर लगी और वह सर्वसम्मति से बीजेपी विधायक दल के नेता चुने गए थे। 2015 में कांग्रेस का साथ छोड़कर बीजेपी में शामिल होने वाले हेमंत बिस्वा शर्मा ने 2016 के विधानसभा चुनावों में बीजेपी की सरकार बनाने में अहम भूमिका निभाई थी।
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