भाकपा (माले) नेता राजा बहुगुणा का निधन, लीवर कैंसर से थे पीड़ित
राजा बहुगुणा का 68 वर्ष की उम्र में निधन
सीपीआई (माले) केंद्रीय अनुशासन समिति के चेयरमैन कामरेड राजा बहुगुणा का शुक्रवार को दिल्ली में निधन हो गया। वे लंबे समय से लीवर कैंसर से पीड़ित थे। उत्तराखंड में भाकपा (माले) के संस्थापकों में शामिल बहुगुणा ने जन आंदोलनों में पाँच दशकों तक नेतृत्व दिया।
नई दिल्ली। भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (माले) की केंद्रीय अनुशासन समिति के चेयरमैन कामरेड राजा बहुगुणा का शुक्रवार को निधन हो गया। वे 68 वर्ष के थे। बताया जा रहा है कि, बहुगुणा लंबे समय से लीवर कैंसर से पीड़ति थे। उन्होंने आज सुबह दिल्ली के बी एल कपूर मैक्स अस्पताल में अंतिम सांस ली।
वे उत्तराखण्ड में भाकपा माले के संस्थापकों में से एक थे और पार्टी के राज्य सचिव रहे। पिछले पांच दशकों से कामरेड राजा बहुगुणा ने तमाम जन संघर्षों की अगुआई की और एक नया समाज बनाने के लिए अपने को समर्पित किया। उनके नेतृत्व में चले संघर्षों ने उत्तराखंड में पार्टी के लिए कई कार्यकर्ताओं को तैयार किया जो आज पार्टी में विभिन्न स्तरों पर योगदान कर रहे हैं।
बता दें कि, राजा बहुगुणा का जन्म पौढ़ी गढ़वाल के गुगाड़ी गांव में हुआ था, लेकिन उनकी पढ़ाई-लिखाई और कर्मक्षेत्र नैनीताल रहा। उनके पिता नैनीताल में सरकारी नौकरी में थे। युवाकाल में ही वह उत्तराखंड के विभिन्न जन आंदोलनों से जुड़ गए। वह इंडियन पीपुल्स फ्रंट के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बने और फिर भाकपा-माले में सक्रिय हुए। भाकपा माले नेता पुरुषोत्तम शर्मा ने बताया कि, कामरेड राजा बहुगुणा का अंतिम संस्कार शनिवार को हल्द्वानी के चित्रशिला घाट के विद्युत शवदाह गृह में किया जायेगा।

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