जापान में ब्याज दर बढ़ने से शेयर बाजार में भूचाल

बीएसई के सभी 20 समूहों में गिरावट का रुख रहा

जापान में ब्याज दर बढ़ने से शेयर बाजार में भूचाल

बीएसई में कुल 3928 कंपनियों के शेयरों में कारोबार हुआ, जिनमें से 2584 में बिकवाली जबकि 1233 में लिवाली हुई वहीं 111 में कोई बदलाव नहीं हुआ।

मुंबई। जापान में सत्रह साल बाद ब्याज दर बढ़ने, फेड रिजर्व की मौद्रिक नीति बैठक, एशियाई बाजार खासकर हैंगसेंग के लुढ़कने के दबाव में स्थानीय स्तर पर हुई चौतरफा बिकवाली से आज सेंसेक्स और निफ्टी में भूचाल आ गया।

बीएसई का तीस शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 736.37 अंक अर्थात 1.01 प्रतिशत की गिरावट लेकर करीब सवा महीने के निचले स्तर 72,012.05 अंक पर बंद हुआ। इससे पहले इस वर्ष 14 फरवरी को यह 71,822.83 अंक पर रहा था। साथ ही नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी 238.25 अंक यानी 1.08 प्रतिशत लुढ़ककर 21,817.45 अंक रह गया। इसी तरह बीएसई को मझौली और छोटी कंपनियों में हुई भारी बिकवाली ने भी बाजार पर दबाव बढ़ाया। मिडकैप 1.36 प्रतिशत धराशाई होकर 37,743.27 अंक और स्मॉलकैप 1.04 प्रतिशत टूटकर 41,545.77 अंक पर आ गया।

इस दौरान बीएसई में कुल 3928 कंपनियों के शेयरों में कारोबार हुआ, जिनमें से 2584 में बिकवाली जबकि 1233 में लिवाली हुई वहीं 111 में कोई बदलाव नहीं हुआ। इसी तरह निफ्टी की 41 कंपनियां लाल जबकि शेष नौ हरे निशान पर बंद हुई।

विश्लेषकों के अनुसार बैंक ऑफ जापान ने 17 साल बाद ब्याज दरों में बढ़ोतरी की है। इस बढ़ोतरी से जापान आठ साल बाद ब्याज दर के नकारात्मक दौर से बाहर निकला है। इससे अच्छे रिटर्न की उम्मीद में वैश्विक स्तर पर बिकवाली का दबाव बढ़ा, खासकर हांगकांग के हैंगसेंग में 1.24 प्रतिशत की गिरावट का सेंसेक्स और निफ्टी पर सीधा असर देखा गया। साथ ही ब्रिटेन का एफटीएसई 0.06 और चीन का शंघाई कंपोजिट 0.72 प्रतिशत टूट गया वहीं जर्मनी का डैक्स 0.15 और जापान के निक्केई में 0.66 प्रतिशत की बढ़त रही।

इसके अलावा अमेरिका में फेड रिजर्व की दो दिवसीय मौद्रिक नीति समीक्षा बैठक आज से शुरू होने वाली है। महंगाई पर आए हालिया आंकड़ों के बाद फेड के ब्याज दरों में कटौती किए जाने की उम्मीद कमजोर पड़ी है। इधर स्थानीय स्तर पर बीएसई की मझौली और छोटी कंपनियों में लगातार जारी बिकवाली ने भी बाजार को कमजोर बनाया है। पिछले एक महीने में मिडकैप इंडेक्स 5.60 फीसदी से अधिक टूटा जबकि मार्च में स्थिति और भी ङ्क्षचताजनक है। इसी तरह पिछले एक महीने में स्मॉलकैप करीब 10 प्रतिशत लुढ़का है। साथ ही मार्च में आयकर रिटर्न दाखिल करने से पहले घरेलू निवेशकों के पोर्टफोलियो में बदलाव करने के ट्रेंड का भी बाजार पर असर है।

बीएसई के सभी 20 समूहों में गिरावट का रुख रहा। इससे कमोडिटीज 1.07, सीडी 0.80, ऊर्जा 1.44, एफएमसीजी 2.11, हेल्थकेयर 1.50, इंडस्ट्रियल्स 1.21, आईटी 2.66, दूरसंचार 1.74, यूटिलिटीज 1.57, कैपिटल गुड्स 1.48, तेल एवं गैस 1.88, पावर 1.94, टेक 2.36 और सर्विसेज समूह के शेयर 1.60 प्रतिशत कमजोर रहे।

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