भजनलाल सरकार ने की अभियान की शुरूआत, “म्हारो खातो म्हारो बैंक” अभियान से जुड़े हजारों किसान
सहकारी संस्थाओं को जिला सहकारी बैंकों के साथ जोड़ना है
अभियान का उद्देश्य राजस्थान की समस्त सहकारी संस्थाओं को जिला सहकारी बैंकों के साथ जोड़ना है।
जयपुर। भजनलाल सरकार ने "सहकार से समृद्धि" विजन के अंतर्गत सहकारी समितियों के परस्पर सहयोग को बढ़ावा देने और सहकारिता क्षेत्र को सशक्त बनाने के उद्देश्य से एक अभिनव पहल “म्हारो खातो म्हारो बैंक” अभियान की शुरुआत की है। इस अभियान का उद्देश्य राजस्थान की समस्त सहकारी संस्थाओं को जिला सहकारी बैंकों के साथ जोड़ना है।
अभियान को तीन चरणों में पूर्ण किया जाएगा :
अभियान का पहला चरण 15 जनवरी को पूरा हो चुका है, जिसमें राज्य के सभी जिला दुग्ध उत्पादक सहकारी संघ, जिला उपभोक्ता होलसेल भंडार, प्राथमिक भूमि विकास बैंक, क्रय-विक्रय सहकारी समितियां और शहरी सहकारी बैंक अपने चालू और बचत खाते जिला सहकारी बैंकों में खोले गए। दूसरा चरण शुरू हो चुका है, जिसमें 31 जनवरी तक राज्य की सभी प्राथमिक दुग्ध उत्पादक सहकारी समितियां अपने चालू और बचत खाते जिला सहकारी बैंकों में खोले जा रहे है। तीसरा चरण 28 फरवरी 2025 तक चलेगा, जिसमें प्राथमिक दुग्ध उत्पादक सहकारी समितियों के सदस्य अपने चालू और बचत खाते जिला सहकारी बैंकों में खोलेंगे।
राज्य की सभी सहकारी समितियों को इस अभियान के अंतर्गत निर्देशित किया गया है कि वे समयसीमा के भीतर खातों को खोलने की प्रक्रिया सुनिश्चित करें। इस पहल का उद्देश्य "एक सबके लिए और सब एक के लिए" की विचारधारा को मूर्तरूप देना है, जिससे सहकारिता आंदोलन को मजबूती मिलेगी। अभियान की सफलता के लिए सभी केंद्रीय सहकारी बैंकों को जिला स्तर पर समितियों से संपर्क स्थापित कर आवश्यक प्रक्रिया को समझाने और कार्यवाही सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया है।
सहकारिता की रजिस्ट्रार मंजू राजपाल ने इसे सर्वोच्च प्राथमिकता देने का आग्रह किया है। अभियान से सहकारी संस्थाओं और उनके सदस्यों के बीच वित्तीय समावेशन को बढ़ावा मिलने की उम्मीद है।
Comment List