jawaharlal nehru
<% catList.forEach(function(cat){ %> <%= cat.label %> <% }); %>
<%- node_title %>
Published On
By <%= createdBy.user_fullname %>
<%- node_title %>
Published On
By <%= createdBy.user_fullname %>
<% if(node_description!==false) { %> <%= node_description %>
<% } %> <% catList.forEach(function(cat){ %> <%= cat.label %> <% }); %>
Read More... जवाहरलाल नेहरू की जयंती पर गहलोत ने पुष्पांजलि अर्पित की
Published On
By Jaipur
गहलोत ने कहा कि देश के प्रथम प्रधानमंत्री भारतरत्न पं.जवाहरलाल नेहरू को उनकी जयंती पर सविनय प्रणाम।स्वतंत्रता संग्राम व आधुनिक भारत के निर्माण में आपके अभूतपूर्व योगदान का सम्पूर्ण राष्ट्र कृतज्ञ है। जानिए क्या होता है अविश्वास प्रस्ताव और इससे जुड़ा इतिहास, सदन में लाने की क्या है शर्ते और नियम
Published On
By Jaipur
अगर सरकार कोई बिल लोकसभा में लेकर आती है और वो अगर वह बिल लोकसभा में गिर जाता है तो भी यह माना जाएगा कि सरकार ने विश्वास मत खो दिया है। राजस्थान की सरजमीं पर आज भी जल रहे हैं पंडित जवाहरलाल नेहरू की यादों के चिराग
Published On
By Jaipur
पंडित नेहरू ने 1945 में प्रजा परिषद के उदयपुर अधिवेशन की अध्यक्षता की थी। 18 अप्रैल 1948 को उदयपुर में ही संयुक्त राजस्थान उद्घाटन में भी वे आएए जब महाराणा भूपाल सिंह को राजप्रमुख बनाया गया। राजस्थान के राजपूतों से अधिक भारतीय संस्कृति पर गर्व करने वाला और कोई नहीं
Published On
By Jaipur
पंडित नेहरू ने इस पुस्तक पर 50 से अधिक पन्ने लिखे हैं और इनमें महाराणा प्रताप, राजपूतों की महान विरासत, उनकी बहादुरी, मारवाड़ी घोड़ों, युद्धों में राजपूतों के कौशल, मुगल और राजपूत संबंध जिन्हें इतिहासकारों ने नकारात्मक प्रस्तुत किया है। वहां नेहरू ने बताया है कि जयपुर, जोधपुर, उदयपुर और बीकानेर सहित विभिन्न राजघरानों और दिल्ली के बीच रिश्तों के कारण ही आज का राजस्थान इतना बेहतरीन प्रदेश बना है। 