मेरे खिलाफ लाया गया अविश्वास प्रस्ताव जंग लगा चाकू : धनखड़
नुकसान पहुंचाने के प्रयास किए जा रहे हैं
अक्सर मैंने खुद देखा है कि यह प्रयास एक योजनाबद्ध तरीके से उन ताकतों द्वारा किए जाते हैं, जो इस देश के हितों के प्रति शत्रुतापूर्ण हैं।
नई दिल्ली। उप-राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने देश विरोधी ताकतों द्वारा संवैधानिक संस्थानों को ईंट-दर-ईंट कमजोर करने के प्रयास करने का आरोप लगाते हुए कहा कि सब्जी काटने वाले चाकू से बाईपास सर्जरी कभी नहीं करनी चाहिए और ‘मेरे खिलाफ लाया गया नोटिस तो सब्जी काटने वाला चाकू भी नहीं था, उसमें तो जंग लगा हुआ था। धनखड़ ने उप-राष्ट्रपति भवन में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि राष्ट्रीय हितों को नुकसान पहुंचाने के प्रयास किए जा रहे हैं। अक्सर मैंने खुद देखा है कि यह प्रयास एक योजनाबद्ध तरीके से उन ताकतों द्वारा किए जाते हैं, जो इस देश के हितों के प्रति शत्रुतापूर्ण हैं।
उनका उद्देश्य हमारे संवैधानिक संस्थानों को ईंट-दर-ईंट कमजोर करना, राष्ट्रपति पद को कलंकित करना है। और सोचिए, राष्ट्रपति कौन हैं? इस देश की पहली आदिवासी महिला जो राष्ट्रपति बनीं हैं। उप-राष्ट्रपति ने अपने खिलाफ लाए गए नोटिस पर पहली बार टिप्पणी करते हुए कहा कि उप-राष्ट्रपति के खिलाफ दिए गए नोटिस को देखिए। उसमें दिए गए छह लिंक को देखिए। आप हैरान हो जाएंगे। इसमें जल्दबाजी की गई, जब मैंने इसे पढ़ा तो मैं स्तब्ध रह गया। लेकिन मुझे और अधिक आश्चर्य तब हुआ जब पाया कि आपने इसे नहीं पढ़ा। अगर आप इसे पढ़ते तो कई दिनों तक सो नहीं पाते।
अभिव्यक्ति का अधिकार लोकतंत्र की परिभाषा
धनखड़ ने कहा कि अभिव्यक्ति का अधिकार लोकतंत्र की परिभाषा है। उन्होंने कहा कि यदि अभिव्यक्ति को सीमित, बाधित या दबाव में किया जाए, तो लोकतांत्रिक मूल्य दोषपूर्ण हो जाते हैं। यह लोकतंत्र के विकास के लिए प्रतिकूल है। उन्होंने संवाद के महत्व पर जोर देते हुए कहा, कि किसी को भी अपनी आवाज का उपयोग करने से पहले दूसरे के दृष्टिकोण को सुनना चाहिए।
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