अब ईवीएम से भी होने लगी बेईमानी, नहीं लड़ेंगे उपचुनाव- मायावती

भविष्य में किसी भी उपचुनाव में हिस्सा नहीं लेगी बसपा

अब ईवीएम से भी होने लगी बेईमानी, नहीं लड़ेंगे उपचुनाव- मायावती

बहुजन समाज पार्टी (बसपा) अध्यक्ष मायावती ने उत्तर प्रदेश विधानसभा के उपचुनाव में ईवीएम के जरिए फर्जी वोटिंग का आरोप लगाते हुए कहा कि उनकी पार्टी भविष्य में उपचुनाव नहीं लड़ेगी

लखनऊ। बहुजन समाज पार्टी (बसपा) अध्यक्ष मायावती ने उत्तर प्रदेश विधानसभा के उपचुनाव में ईवीएम के जरिए फर्जी वोटिंग का आरोप लगाते हुए कहा कि उनकी पार्टी भविष्य में उपचुनाव नहीं लड़ेगी। मायावती ने कहा कि पहले बैलट पेपर के जरिए फर्जी मतदान की सूचनाओं मिलती थी, जबकि अब इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन के जरिए भी फर्जी मतदान होने लगा है। इसलिए उनकी पार्टी ने फैसला लिया है कि भविष्य में किसी भी उपचुनाव में हिस्सा नहीं लेगी। 

उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी लोकसभा, विधानसभा और निकाय चुनाव में पूरी ताकत से जनता के बीच अपनी उपस्थिति दर्ज कराएगी। उपचुनाव न लडऩे के सवाल पर उन्होंने कहा कि उन्हें लगता है कि उपचुनाव में सरकारी मशीनरी पूरी तरह से सत्तारूढ़ दल के प्रभाव में होती है जबकि आम चुनाव में ऐसा नहीं है क्योंकि सरकारी मशीनरी को लगता है कि यदि विपक्षी दल सत्ता में आएगा तो उनके लिए नुकसानदेह साबित हो सकता है इसलिए आम चुनाव में सरकारी मशीनरी बेईमानी के पक्ष में ज्यादातर खड़ी नहीं होती। 

मायावती ने कहा कि बहुजन समाज पार्टी ही इकलौती ऐसी पार्टी है जो दलित और वंचित समाज के पक्ष में हमेशा खड़ी रहती है। 2007 के विधानसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश में पूर्ण बहुमत की सरकार बनाने के बाद कांग्रेस और भाजपा जैसी जातिवादी पार्टियों को लगा कि बसपा ही एक ऐसी पार्टी है जो केंद्र में भी अपनी सरकार बना सकती है, इसलिए उन्होंने कई स्वार्थी राजनीति करने वाली जातिवादी पार्टियों को खड़ा कर दिया और अब दलितों के रहनुमा का ढोंग करने वाले उनके नेता कई-कई गाड़ियों के काफिले में चुनाव प्रचार पर जाते दिखाई देते हैं मगर सर्व समाज को समझना होगा कि बसपा ही उसकी अकेली शुभङ्क्षचतक है इसलिए ऐसी पार्टियों को दरकिनार कर बसपा के पक्ष में ही मतदान करना होगा ताकि जातिवादी पार्टियों को करारा जवाब मिल सके।

उत्तर प्रदेश की नौ सीटों पर हुए उपचुनाव में सात सीटों पर बसपा उम्मीदवारों की जमानत जब्त हो गई। डेढ़ लाख पोलिंग वाली मुरादाबाद की कुंदरकी सीट पर बसपा प्रत्याशी को सिर्फ 1051 वोट मिले। उत्तर प्रदेश में बसपा लगभग हाशिये पर पहुंच चुकी है। विधानसभा में सिर्फ एक विधायक बचा है। लोकसभा और विधान परिषद में शून्य है। राज्यसभा में सिर्फ एक सीट रह गई है।

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