किसानों के साथ सौतेला व्यवहार कर रही मोदी सरकार, मांगों को कर रही अनदेखा : मान
प्राकृतिक संसाधनों का भी अत्यधिक दोहन किया
मान ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि प्रधानमंत्री देशवासियों के मुद्दों को हल करने के बजाय अंतरराष्ट्रीय मामलों में हस्तक्षेप करके वैश्विक नेता के रूप में उभरने के बारे में अधिक चिंतित हैं।
चंडीगढ़। पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि सरकार किसानों के साथ सौतेला व्यवहार कर रही है और उन्हें अपनी वास्तविक मांगें रखने का अवसर भी नहीं दे रही है। प्रधानमंत्री देश के खाद्य उत्पादकों के प्रति उदासीन हैं। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार देश के किसानों की वास्तविक मांगों को अनदेखा कर रही है, जो बेहद निंदनीय है।
मान ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि प्रधानमंत्री देशवासियों के मुद्दों को हल करने के बजाय अंतरराष्ट्रीय मामलों में हस्तक्षेप करके वैश्विक नेता के रूप में उभरने के बारे में अधिक चिंतित हैं। मुख्यमंत्री ने नरेंद्र मोदी को याद दिलाया कि जब देश खाद्य उत्पादन के गंभीर संकट का सामना कर रहा था, तो राज्य के मेहनतकश और लचीले किसानों ने देश को अनाज के मामले में आत्मनिर्भर बनाया था। उन्होंने कहा कि राज्य के किसानों ने राष्ट्रीय खाद्य भंडार को भरने के लिए उपजाऊ मिट्टी और पानी के मामले में एकमात्र उपलब्ध प्राकृतिक संसाधनों का भी अत्यधिक दोहन किया है।
उन्होंने कहा कि किसानों के अपार योगदान के बावजूद केंद्र सरकार ने उनके प्रति पूरी तरह से शत्रुतापूर्ण रवैया अपनाया हुआ है। उन्होंने कहा कि यह अजीब बात है कि केंद्र सरकार राष्ट्रीय राजधानी से 200 किलोमीटर दूर बैठे किसानों से बात करने के लिए तैयार नहीं है। मुख्यमंत्री ने केंद्र सरकार को अपना अहंकारी रवैया छोड़कर आंदोलनकारी किसानों के साथ बातचीत का रास्ता खोलने की सलाह दी। मान ने कहा कि यह समय की मांग है कि व्यापक जनहित में किसानों के मुद्दों को जल्द से जल्द हल किया जाए।
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