यूपीएससी-2021 का फाइनल रिजल्ट का पोस्टमार्टम: बेटियों ने बाजी मारी, श्रुति शर्मा रहीं टॉपर
पहले तीन स्थानों पर रही लड़कियां
नई दिल्ली। संघ लोक सेवा आयोग ने सोमवार को सिविल सेवा परीक्षा (यूपीएससी) 2021 का फाइनल रिजल्ट जारी कर दिया। श्रुति शर्मा ने पहली रैंक हासिल की। जबकि दूसरी रैंक अंकिता अग्रवाल और तीसरी रैंक गामिनी सिंगला के नाम रही। टॉ
नई दिल्ली। संघ लोक सेवा आयोग ने सोमवार को सिविल सेवा परीक्षा (यूपीएससी) 2021 का फाइनल रिजल्ट जारी कर दिया। श्रुति शर्मा ने पहली रैंक हासिल की। जबकि दूसरी रैंक अंकिता अग्रवाल और तीसरी रैंक गामिनी सिंगला के नाम रही। टॉप-10 रैंक होल्डर्स में से 4 लड़कियां रहीं। संघ लोक सेवा आयोग की रिजल्ट लिस्ट के मुताबिक, 685 उम्मीदवारों ने परीक्षा पास की है। इनमें से 180 आईएएस, 37 आईएफएस और 200 आईपीएस के लिए पास हुए हैं। आयोग की विज्ञप्ति के अनुसार इनमें 244 सामान्य वर्ग के, 73 आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के, 203 अन्य पिछड़ा वर्ग और 105 अनुसूचित जाति और 60 अनुसूचित जनजाति के अभ्यर्थी हैं।
यह था एग्जाम का ओवर ऑल शेड्यूल
यूपीएससी-2021 प्रारंभिक परीक्षा 10 अक्टूबर 2021 को हुई थी। जिसका रिजल्ट 29 अक्टूबर को जारी हुआ। मेन्स एग्जाम 7 से 16 जनवरी 2022 तक चला था। जिसके रिजल्ट 17 मार्च 2022 को आए थे। इसके बाद तीसरे राउंड इंटरव्यू का दौर 5 अप्रैल को शुरू होकर 26 मई तक चला। इसके बाद 30 मई को फाइनल परिणाम जारी कर दिया गया।
ये हैं टॉप-10
1. श्रुति शर्मा
2. अंकिता अग्रवाल
3. गामिनी सिंगला
4. ऐश्वर्य वर्मा
5. उत्कर्ष द्विवेदी
6. यक्ष चौधरी
7. सम्यक एस जैन
8. इशिता राठी
9. प्रीतम कुमार
10. हरकीरत सिंह रंधावा
पीएम ने दी बधाई
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सफल उम्मीदवारों को बधाई देते हुए कहा कि सिविल सेवा मुख्य परीक्षा-2021 में कामयाब होने वाले उम्मीदवारों को बधाई। इन युवाओं को मेरी शुभकामनाएं जो एक ऐसे महत्वपूर्ण समय में प्रशासनिक करियर में अपनी शुरुआत करने जा रहे हैं जब भारत विकास के पथ पर है, जब हम आजादी का अमृत महोत्सव मना रहे हैं।
राजस्थान के युवाओं का क्रेज, देशभर में 399 आईएएस तैनात
पिछले कुछ वर्षों से राजस्थान के युवाओं का भारतीय प्रशासनिक सेवा में जाने का क्रेज बढ़ा है। देशभर में आज राजस्थान के 399 आईएएस तैनात है, जो विभिन्न तरह की कमान संभाले हुए है। कार्मिक मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार बीते तीन साल में राजस्थान से 60 युवाओं को आईएएस पर पोस्टिंग मिली है। इसमें वर्ष 2020 में 22, 2019 में 16 और 2018 में 22 युवा आईएएस बने है। इन तीन साल में यूपी को छोड़कर सबसे अधिक आईएएस देने वाला राजस्थान राज्य है। वर्ष 2020 में आईएएस के लिए चयनित हुए 177 अभ्यर्थियों में से छह को राजस्थान कैडर मिला है। राजस्थान में 257 आईएएस का कैडर है।
देश के हर कोने में राजस्थान के आईएएस | |
एजीएमयूटी | 18 |
आंध्र प्रदेश | 8 |
असम-मेघालय | 7 |
बिहार | 15 |
छत्तीसगढ़ | 8 |
गुजरात | 35 |
हरियाणा | 16 |
हिमाचल प्रदेश | 8 |
जम्मू-कश्मीर | 3 |
झारखंड | 8 |
कर्नाटक | 9 |
केरल | 11 |
मध्य प्रदेश | 25 |
महाराष्ट | 20 |
मणिपुर | 3 |
नागालैंड | 3 |
उड़ीसा | 11 |
पंजाब | 13 |
राजस्थान | 105 |
सिक्किम | 5 |
तमिलाडु | 8 |
तेलंगाना | 3 |
त्रिपुरा | 2 |
उत्तर प्रदेश | 31 |
उत्तराखंड | 7 |
प. बंगाल | 17 |
नीमकाथाना के प्रीतम की 9वीं रैंक
जयपुर। यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा में टॉप टेन में 9वीं रैंक पर नीमकाथाना के कोटड़ा गांव के प्रीतम चौधरी रहे हैं। प्रीतम साधारण किसान परिवार से संबंध रखते हैं। प्रीतम ने बताया कि 2018 में इंजीनियरिंग के बाद जब वे जॉब के बारे सोच रहे थे, तभी पिता और परिजनों ने उन्हें यूपीएससी की तैयारी करने को कहा, जिसके बाद उन्होंने परिवार के सपने को ही पूरा करने की जिद ठान ली। उनके पिता सुभाष चंद सेना में सूबेदार रहे हैं, जिन्होंने करगिल में युद्ध लड़ते समय बायां पैर गंवा दिया था। 12 दिसंबर, 1997 को जन्मे प्रीतम ने कक्षा चार तक की पढ़ाई गांव के ही निजी स्कूल में की। इसके बाद छठीं तक की पढ़ाई नीमकाथाना की सेम स्कूल से करने के बाद 7 से 12वीं तक की पढ़ाई कोटपूतली के ‘द राजस्थान स्कूल’ से पूरी की। 2014 में आईआईटी में चयन होने पर प्रीतम ने इलेक्ट्रिकल्स में इंजीनियरिंग की। इंजीनियरिंग के बाद उन्हें निजी कंपनी में जॉब का आॅफ र भी मिला, लेकिन इंटरव्यू से पहले ही उन्होंने अपना मन बदल लिया और आईएएस की तैयारी में जुट गए।
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