particles
<% catList.forEach(function(cat){ %> <%= cat.label %> <% }); %>
<%- node_title %>
Published On
By <%= createdBy.user_fullname %>
<%= node_description %>
<% } %> Read More... <%- node_title %>
Published On
By <%= createdBy.user_fullname %>
<% if(node_description!==false) { %> <%= node_description %>
<% } %> <% catList.forEach(function(cat){ %> <%= cat.label %> <% }); %>
Read More... आंखों से फेफड़ों तक चोट पहुंचा रहे धूल के कण
Published On
By kota
शहर में जगह-जगह हो रहे निर्माण कार्य व सीवरेज पाइप लाइन डालने के लिए खोदी गई सड़कों के कारण धूल के गुबार उड़ रहे हैं। धूल-धुएं से जहां वायु प्रदूषण बढ़ता है। वहीं, इसका सीधा असर फेफड़ों पर पड़ता है। लेकिन, अब ये धूल लोगों की आंखों पर भारी पड़ रही है।
Read More... शहर की हवा में घुले परागकण, अस्थमा और एलर्जी के मरीजों की बढ़ी मुसीबतें
Published On
By Administrator
शहर की हवा में इन दिनों परागकण की मौजूदगी हो चुकी है और यह अस्थमा-एलर्जी के मरीजों के लिए मुसीबत बन गए हैं। होलोप्लेलिया इंटीग्रिफोलिया ट्री या चिलबिल ट्री जिसे आम भाषा में बंदर की रोटी भी कहा जाता है, यह शहर का सबसे एलर्जेनिक पौधा परागकण है।
Read More...