कचरे के ढेर से अटी गलियां : ग्राम पंचायतों के ठेकेदारों की मनमानी से बिगड़ी सफाई व्यवस्था, बीमारियों का बढ़ रहा है खतरा
ग्रामीणों ने पंचायती राज मंत्री दिलावर से की कार्रवाई की मांग
गांवों की गलियां सटी हुई है कीचड़ से, कहीं सफाई उपकरण टूटे पड़े हैं तो कहीं कचरा वाहन महीनों से खड़े हैं।
राजपुर। शाहाबाद पंचायत समिति क्षेत्र की ग्राम पंचायतों में ठेकेदारों की लापरवाही और अधिकारियों की मिलीभगत के कारण सफाई व्यवस्था चरमराई हुई है। राज्य सरकार की स्वच्छता योजनाओं और करोड़ों रुपए के बजट के बावजूद गांवों में गंदगी का आलम बना हुआ है। ग्राम पंचायत राजपुर, बेहटा, मूंडियरखांडा, सहरोल, डीकमानी, महोदरा, नोनेरा, शुभघरा, पीपलखेड़ी, खिरिया आदि में सफाई ठेकेदार केवल खानापूर्ति कर रहे हैं। नालियां जाम हैं, सड़कों पर कीचड़ और कचरे के ढेर लगे हुए हैं। इससे डेंगू और मलेरिया जैसी बीमारियों का खतरा बढ़ गया है। ग्रामीणों का कहना है कि अनदेखी से सफाई व्यवस्था चौपट हो रही है। लोगों ने पंचायती राज मंत्री मदन दिलावर से ज्ञापन भेजकर दोषी ठेकेदारों और जिम्मेदार अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की है।
गांवों की गलियों में अब सफाई की जगह कचरे के ढेर और गंदे पानी की बदबू ने कब्जा जमा लिया है। नालियां महीनों से साफ नहीं हुईं और जगह-जगह जलभराव से सड़कों पर कीचड़ पसर गया है। कई जगहों पर तो लोग अपने घरों तक पहुंचने के लिए लकड़ी या ईंटों पर चलने को मजबूर हैं। कचरे के ढेर और खुले में फैली गंदगी के कारण मलेरिया, डेंगू और वायरल बुखार जैसी बीमारियों का खतरा बढ़ गया है। कई परिवार बीमार पड़ रहे हैं, पर पंचायत प्रशासन ने अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया है।
ग्रामीणों ने उठाई आवाज
ग्रामीणों ने शिक्षा एवं पंचायती राज मंत्री मदन दिलावर को ज्ञापन भेजकर लापरवाह ठेकेदारों और अफसरों पर सख्त कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने कहा कि सरकार की स्वच्छता योजनाएं तभी सफल होंगी जब जमीनी स्तर पर जवाबदेही तय हो। ग्रामीणों का कहना है कि स्वच्छ भारत मिशन की तस्वीरें तो अखबारों में चमक रही हैं, लेकिन गांवों की गलियां कीचड़ से सटी हुई है। कहीं सफाई उपकरण टूटे पड़े हैं तो कहीं कचरा वाहन महीनों से खड़े हैं।
बीमारियों का बढ़ा खतरा
सफाई नहीं होने के कारण मलेरिया, डेंगू और त्वचा रोग फैलने लगे हैं। स्थानीय चिकित्सा कर्मियों के अनुसार पिछले एक महीने में बुखार और मच्छरजन्य रोगों के मरीजों की संख्या बढ़ी है। अगर सफाई नहीं सुधरी तो आने वाले दिनों में हालात और बिगड़ सकते हैं।
सफाई व्यवस्था पूरी तरह गड़बड़ है। ठेकेदारों की मनमानी से आमजन परेशान हैं।
- नवीन झा, राजपुर।
कागजों में सफाई कार्य दिखाया जा रहा है जबकि जमीन पर कुछ नहीं हो रहा। ठेकेदारों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए।
- गीताबाई, राजपुर।
सड़कें कीचड़ और गंदगी से भरी हैं। ठेकेदारों के बिल बिना कार्य के ही पास हो रहे हैं, जांच जरूरी है।
- वैभवी भार्गव, राजपुर।
गांवों में मलेरिया-डेंगू का खतरा बढ़ गया है। मंत्री मदन दिलावर को खुद मॉनिटरिंग कर स्वच्छता व्यवस्था सुधारनी चाहिए।
- हुकुमदत्त मिश्रा, सामाजिक कार्यकर्ता।
ग्राम पंचायतों में सफाई व्यवस्था सुचारू रूप से संचालित हो रही है। मैं स्वयं मॉनिटरिंग कर रहा हूं। लोग निराधार आरोप लगा रहे हैं।
- दीपचंद नागर, विकास अधिकारी, शाहाबाद।
ग्राम पंचायतों में यदि सफाई व्यवस्था सुनिश्चित तरीके से नहीं हो रही है तो विकास अधिकारी से वार्ता कर जांच कराई जाएगी।
- जब्बर सिंह सहरिया, परियोजना अधिकारी, शाहाबाद।

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