सीएडी की नहर में दरारें, ग्रामीणों ने घटिया सामग्री का आरोप लगाया
पैनलों में उभर रही दरारें, उच्च स्तरीय जांच की मांग
ग्रामीणों ने उच्च स्तरीय जांच व दोषी ठेकेदारों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
नमाना। नमाना क्षेत्र के सिलोर—कालपुरिया—साकड़दा गांवों से होकर गुजर रही सीएडी बाय-मुख्य नहर के निर्माण कार्य को लेकर किसानों व ग्रामीणों में तीखी नाराजगी है। स्थानीय किसानों शंकर सैन, दशरथ कुशवाह, विष्णु गुर्जर, सुरेन्द्र मेघवाल, आशिष सुमन, विनोद सुमन व फोरू प्रजापत ने आरोप लगाया कि नहर निर्माण में संबंधित ठेकेदारों ने घटिया सामग्री उपयोग की है। ग्रामीणों का कहना है कि पिछले साढ़े एक साल में हुए कार्य के पैनलों में जगह-जगह दरारें आ चुकी हैं। उन्होंने बताया कि पैनलों की ऊपरी सतह हटाकर नीचे से मिट्टी निकालने पर दरारें और अधिक स्पष्ट हो जाती हैं। ग्रामीणों ने उच्च स्तरीय जांच व दोषी ठेकेदारों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
ग्रामीणों द्वारा लगाया गया घटिया सामग्री का आरोप गलत है; विभाग अपना कार्य निष्ठा से कर रहा है और बरसात के कारण कुछ साधन स्थानों पर नहीं पहुँच पाए थे, किन्तु जो कमी है उसे शीघ्रता से सुधारा जाएगा। सीएडी डायरेक्ट मैनेजर सुब्बा रेड्डी ने भी घटिया सामग्री के आरोप को असत्य बताया और कहा कि पत्थर की डस्ट को एमसेंड बनाकर लगाने का प्रावधान है; जिन पैनलों को क्षति हुई है उन्हें नवंबर में रिपेयर कर दिया जाएगा।
-अरविंद कुमार मीणा, सीएडी अधीक्षण अभियंता।
इनका कहना है सीएडी डायरेक्ट मैनेजर सुब्बा रेड्डी इन्होंने बताया कि घटिया सामग्री का आरोप गलत है, हम अपना कार्य कर रहे हैं, आगे से सुधार कर लिया जाएगा और जो यह पत्थर की डस्ट है, इसको एमसेंड बना कर इसको लगाने का प्रावधान भी है, और जिस जगह के पैनल डैमेज है उनको हम नवंबर के महीने में रिपेयर कर देंगे, आगे से सुधार कर लिया जाएगा।
-सुब्बा रेड्डी, मैनेजर, सीएडी डायरेक्ट।
भाजपा के पूर्व मंडल उपाध्यक्ष धनराज सुमन ने भी कहा कि संबंधित ठेकेदार ने घटिया सामग्री का इस्तेमाल किया है और मामला गंभीर है।उच्च स्तरीय जांच आवश्यक है।
-धनराज सुमन, पूर्व भाजपा के मंडल उपाध्यक्ष।

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