7 साल का बच्चा रास्ता भटका, हैड कांस्टेबल ने रोता हुआ देखकर पास बिठाया, हरमाड़ा पुलिस ने परिजनों को सौंप दिया
हरमाड़ा थानाधिकारी ने बताया कि पुलिस ने 50 से अधिक स्थानों से सीसीटवी फुटेल खंगाले। एक फुटेज में बच्चा चाय की दुकान पर बैठा हुआ दिखाई दिया तो दूसरे फुटेज में दौड़ते हुए अकेला ही भैरों मंदिर की तरफ जाते हुए दिखाई दिया।
जयपुर। सात साल के बच्चे के घर से लापता की होने की सूचना और बच्चे के अपहरण की आशंका से मां-नानी का रो-रोकर बुरा हाल हो गया, लेकिन हरमाड़ा थाना पुलिस ने 4 घण्टे में 50 से अधिक सीसीटीवी कैमरों की मदद से बच्चे को खोज निकाला।
बच्चे को जब मां की गोद में दिया तो मां की आंखों से खुशी के आंसू निकल पड़े। हुआ यूं कि दौलतपुरा बैनाड रोड स्थित विजय नगर में रहने वाली अपनी नानी के घर के बाहर से 7 वर्षीय लक्ष्य पुत्र राजूलाल धोबी निवासी मलारना डूंगर, सवाईमाधोपुर खेलते-खेलते आगे चला गया। जब तक वह घर रास्ता भटक गया। हरमाड़ा पुलिस को सूचना दी गई तो पुलिस ने सीसीटीवी कैमरों को खंगालना शुरू कर दिए।
हरमाड़ा थानाधिकारी दिलीप खदाव ने बताया कि पुलिस ने पचास से अधिक स्थानों से सीसीटवी फुटेल खंगाले। एक फुटेज में बच्चा चाय की दुकान पर बैठा हुआ दिखाई दिया तो दूसरे फुटेज में दौड़ते हुए अकेला ही भैरों मंदिर की तरफ जाते हुए दिखाई दिया। पुलिस टीम फु टेज के आधार पर लापता बच्चे को ढूंढती रही। पुलिस फुटेजों को खंगालते हुए दोपहर करीब एक बजे निवारू रोड पुलिया के पास जा पहुंची।
कैसे मिला बच्चा
बच्चा रोता हुआ जा रहा था, इसी दौरान निवारू ट्रैफिक पाइंट पर तैनात हेड कॉन्स्टेबल बृजमोहन शर्मा ने उसे अपने पास बुलाया, पानी पिलाया और उसका नाम पूछा तो उसने कुछ भी नहीं बताया। कांस्टेबल ने उसे अपने पास बिठा लिया और उसके बारे में जानकारी जुटाने लगा। हरमाड़ा थानाधिकारी खदाव फुटेज के आधार पर निवारू रोड पुलिया के पास जा पहुंचे तो एक ट्रैफिक पाइंट पर तैनात पुलिसकर्मी के पास बच्चा बैठा हुआ दिखाई दिया। पुलिस ने बच्चे को लेकर परिजनों के सुपुर्द कर दिया।
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