पैक्स कम्प्यूटराइजेशन काम की धीमी गति, अब तक 5,154 पैक्स ही हो सकी गो-लाइव
सहकारिता विभाग ने अधिकारियों को तेजी लाने के दिए निर्देश
साथ ही, वास्तविक डेटा और एनसीडी पोर्टल पर उपलब्ध डेटा के बीच अंतर को दूर करने के लिए हाल ही में गठित पैक्स का तत्काल रजिस्ट्रेशन सुनिश्चित किया जाएगा।
जयपुर। पैक्स (प्राथमिक कृषि साख समितियों) के कम्प्यूटराइजेशन के कार्य में गति लाने के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाए जा रहे हैं। राज्य में अब तक 5,154 पैक्स गो-लाइव हो चुकी हैं, लेकिन काम की धीमी प्रगति पर चिंता जताते हुए सहकारिता विभाग ने इसे तेजी से पूरा करने के निर्देश दिए हैं। गो-लाइव हो चुकी पैक्स को जल्द से जल्द हैंड-होल्डिंग सर्टिफिकेट जारी करने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। साथ ही, वास्तविक डेटा और एनसीडी पोर्टल पर उपलब्ध डेटा के बीच अंतर को दूर करने के लिए हाल ही में गठित पैक्स का तत्काल रजिस्ट्रेशन सुनिश्चित किया जाएगा।
नवगठित पैक्स को फंक्शनल बनाने पर जोर दिया गया है ताकि वे शीघ्रता से अपनी सेवाएं शुरू कर सकें। इसके अतिरिक्त, गो-लाइव हो चुकी सभी पैक्स की ई-ऑडिट करवाई जाएगी। अब तक 603 पैक्स की ऑनलाइन ऑडिट पूरी हो चुकी है। सरकार ने संबंधित अधिकारियों को इन कार्यों की प्रगति पर विशेष ध्यान देने और प्रक्रिया को शीघ्रतापूर्वक पूरा करने के निर्देश दिए हैं। यह कदम पैक्स की कार्यक्षमता को बढ़ाने और पारदर्शिता सुनिश्चित करने की दिशा में अहम साबित होगा।
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