जलदाय विभाग ने अधिकारियों को दी जिलों की जिम्मेदारी, यात्रा के दौरान कार्यों की प्रगति की करेंगे समीक्षा 

सभी संबंधित पक्षों को पूर्व में सूचित करना होगा

जलदाय विभाग ने अधिकारियों को दी जिलों की जिम्मेदारी, यात्रा के दौरान कार्यों की प्रगति की करेंगे समीक्षा 

विभाग के जॉइंट सचिव प्रथम प्रवीण कुमार लेखरा ने बताया कि अधिकारी अपने यात्रा कार्यक्रम को सभी संबंधित पक्षों को पूर्व में सूचित करना होगा।

जयपुर। जलदाय विभाग ने अधिकारियों को पेयजल योजनाओं की निगरानी के लिए जिलों की जिम्मेदारी सौंपी है। अधिकारी विभिन्न जिलों में अपनी यात्रा के दौरान कार्यों का पालन, निगरानी और प्रगति की समीक्षा करेंगे। विभाग के जॉइंट सचिव प्रथम प्रवीण कुमार लेखरा ने बताया कि अधिकारी अपने यात्रा कार्यक्रम को सभी संबंधित पक्षों को पूर्व में सूचित करना होगा।

यात्रा का कार्यक्रम इस प्रकार तय किया जाए कि आगामी बैठकें और महत्वपूर्ण कार्यालय कार्य प्रभावित ना हो। यात्रा, निरीक्षण और ठहरने के विवरण को राजस्थान संपर्क पोर्टल पर निर्धारित यात्रा के तहत पहले से दर्ज किया जाएगा और यात्रा पूरी होने के बाद उसकी प्रविष्टि भी करनी होगी। यात्रा रिपोर्ट में सभी बिंदुओं को शामिल कर रिपोर्ट मंत्री, पीएचईडी और प्रधान सचिव, पीएचईडी को भेजनी होगी।

इन बिंदुओं पर जिम्मेदारी सौंपी
- जेजेएम कार्यों की प्रगति की समीक्षा (एमपी और ओटीएमपी में) और स्थल पर निरीक्षण।
- जल परिवहन और सत्यापन के लिए निगरानी तंत्र की समीक्षा।
- दर अनुबंध की उपलब्धता और सामग्री की स्थिति की समीक्षा।
- ट्यूबवेल और हैंडपंप की समय पर कमीशनिंग, जिनमें लंबित बिजली कनेक्शन शामिल हैं।
- गैरकानूनी कनेक्शन/प्रदूषित पाइपलाइनों की हटाने की प्रगति।
- आरओ सोलर और डीएफयू संयंत्रों की प्रगति और कार्यक्षमता की समीक्षा
- ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में चल रहे कार्यों की प्रगति।
- शहरों/कस्बों की जल आपूर्ति की स्थिति।
- समस्या क्षेत्र की पहचान और उनके लिए उपायों की योजना।
- एएमआरयूटी 2.0 कार्यों की प्रगति की समीक्षा।
-किसी अन्य महत्वपूर्ण विभागीय मामले, जल गुणवत्ता और सहायक गतिविधियों की समीक्षा।

 

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Tags: water

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