उपेक्षा की भेंट चढ़ा देवली अरब रोड का अटल स्मृति वन

हां उगने थे कई प्रकार के पौधे वहां सिर्फ झाडियां

उपेक्षा की भेंट चढ़ा देवली अरब रोड का अटल स्मृति वन

पार्क में जहां एक ओर झाडियों ने डेरा डाला हुआ है वहीं इसके पीछे कि ओर निवासीयों ने कचरा पॉइन्ट बना लिया है।

कोटा। शहर में जहां सिटी पार्क और स्मृति वन जैसे पार्कों का निर्माण कार्य जितनी तेजी से हुआ उतनी ही धीमी गति से देवली अरब रोड पर स्थित अटल स्मृति वन का निर्माण कार्य चल रहा है जिसे 6 सालों से सिर्फ विकसित ही किया जा रहा है। ये आम लोगों के लिए कब खुलेगा इसका किसी को अंदाजा नहीं है। देवली अरब रोड पर बन रहे इस पार्क को वर्ष 2017 में आस पास के निवासियों के लिए विकसित करने कि योजना बनाई गई थी, शहर कि बढ़ती सीमा और इलाके में कोई पार्क या उद्यान नहीं होने के कारण इस पार्क को विकसित किया जाना था। उसके बाद इस पार्क का निर्माण कार्य कुछ महीने चला भी और ये जमीन अटल स्मृति वन के रूप में आकार लेने लगी लेकिन सरकार बदलने के बाद से ही इस पार्क के निर्माण कार्य को ठण्डे बस्ते में डाल दिया और आज भी इस पार्क के निर्माण के पूरा होने का इंतजार है। स्थानीय निवासी हरीओम ने कहा कि जब इस पार्क का निर्माण शुरु हुआ था तो खुशी थी कि इलाके में अच्छा पार्क होगा लेकिन अब सारी खुशीयां निराशा में बदल चुकि हैं। वहीं एक और निवासी सचिन के कहा कि पार्क जल्दी बने तो इलाके को इसका लाभ मिले अभी तो इससे सांप बिच्छु जैसे सरीसृप ही पनप रहे हैं। स्थानीय निवासीयों का कहना है कि वो तो चाहते हैं कि ये पार्क जल्द चालू हो जिसके लिए उन्होंने स्थानीय पार्षद से भी कई बार बोला है। 

पार्क को विकसित करने पर इसमें कई तरह के पौधों और पेड़ों को लगाया जाना था पर जो पेड़ पौधे लगाए जाने थे उनमें से कई तो पार्क के दरवाजे पर ही रखे हुए सुख गए हैं। इस पार्क में अब सिर्फ झाड़ीयों, पराली और बम्बूल के पेड़ों ने कब्जा किया हुआ है जिन्हें काटा भी नहीं जा रहा है। पार्क के सभी हिस्सों में जंगली पौधे और कंटीली झाडियां उग आई हैं जो पार्क के विकास में बाधा तो हैं ही साथ ही जानवरों और सरीसृपों के लिए भी घर बनी हुई हैं। पार्क कि सिंचाई और सफाई का ठेका दिया हुआ है लेकिन वो भी सिर्फ सिंचाई तक सीमित है सफाई की कोई व्यवस्था नहीं है।

13.7 करोड़ है लागत
यूआईटी द्वारा इस पार्क कि लागत 13.7 करोड़ निर्धारित की गई थी जिससे पार्क में आधरभूत निर्माण के साथ ही अन्दर झुलों, केनाल, छोटी पहाड़ी व रनिंग ट्रैक सहित कई प्रकार के कार्य प्रस्तावित थे लेकिन अभी तक पार्क का आध काम भी पूरा नहीं हुआ है। अभी आधा निर्माण कार्य बाकि है और जो हो चुका है वो अब खराब होने लगा है कुर्सीयां, बैठने कि जगह, और वाचिंग टॉवर खराब होने लगे हैं। पार्क में जहां एक ओर झाडियों ने डेरा डाला हुआ है वहीं इसके पीछे कि ओर निवासीयों ने कचरा पॉइन्ट बना लिया है जहां आसपास के लोग घरों का कचरा इसी पार्क में लाकर डाल रहे हैं। इस मामले को लेकर यूआईटी अधिकारीयों से संपर्क करने कि कोशिश की गई लेकिन कोई जवाब नहीं मिला।

पार्क के निर्माण के लिए यूआईटी से अनुबंध हुआ था और निर्माण कार्य पश्चात यूआईटी द्वारा इस पार्क को वन विभाग को हैण्ड आॅवर करना था। लेकिन यूआईटी द्वारा पार्क का निर्माण कार्य अभी तक पूरा नहीं किया गया है। इसके लिए यूआईटी को पत्र भी लिखे गए हैं। पार्क का निर्माण पूरा करे या इसे वन विभाग को हैण्ड आॅवर करे लेकिन कोई उकारवाई नहीं हुई।
- जयराम पाण्डये, डीएफओ, वन मण्डल कोटा

Read More पुरानी रंजिश के चलते युवक पर फायरिंग , बाल-बाल बचा

Post Comment

Comment List

Latest News

पहले झुकी और अगले ही पल चूमने लगी जमीन, तेज हवा से तिनके की तरह उड़ गई स्टैच्यू ऑफ लिबर्टी की रेप्लिका, मूर्ति के गिरते ही मची भगदड़ पहले झुकी और अगले ही पल चूमने लगी जमीन, तेज हवा से तिनके की तरह उड़ गई स्टैच्यू ऑफ लिबर्टी की रेप्लिका, मूर्ति के गिरते ही मची भगदड़
ब्राजील के गुआइबा शहर में सोमवार, 15 दिसंबर 2025 को आए तेज आंधी-तूफान ने भारी तबाही मचाई। इस दौरान लगभग...
नेशनल हेराल्ड मामला: अदालत ने गांधी परिवार को एफआईआर की कॉपी देने से किया इनकार
UNSC में भारत की पाकिस्तान का दो टूक, कहा-जम्मू कश्मीर और लद्दाख भारत के अभिन्न हिस्सा थे और रहेंगे…’ सिंधु जल संधि और इमरान खान को लेकर बोला तीखा हमला
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी इथियोपिया के आधिकारिक दौरे पर, इन अहम मुद्दों पर होगी चर्चा
सोनिया गांधी ने उठाया संसद में महिला कर्मियों का मुद्दा, मानदेय बढाने और सामाजिक सुरक्षा की मांग की
ग्लोबल वायदा बाजार की नरमी के असर : दोनों कीमती धातुओं में गिरावट, जानें क्या है भाव
विपक्ष के विरोध के बीच "बीमा विधि संशोधन विधेयक-2025" लोकसभा में पेश